बांदा: जिला पंचायत सदस्य श्वेता सिंह गौर की मौत के बाद इस मामले के मुख्य आरोपी उनके पति दीपक सिंह गौर से संबंधित तमाम ऑडियो वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं। यह ऑडियो वीडियो दीपक के चरित्र पर सवालिया निशान लगा रहे हैं। पत्नी से अनबन के कारण दीपक अय्याशी में इस कदर अंधा हो गया था कि उसे अपनी बेटियों का भी जरा भी खयाल नहीं रहा। इसी वजह से दांपत्य जीवन में जहर घुलता चला गया और तलाक तक पहुंच गई थी।
राजधानी को बनाया अय्याशी का अड्डा
सूत्र बताते हैं कि दीपक सिंह गौर ने प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अपनी अय्याशी का अड्डा तैयार कर लिया था जहां वह आए दिन रहकर अय्याशी में लिप्त रहता था।इधर कुछ दिनों से दीपक की दिनचर्या कुछ ऐसी ही हो गयी थी। कि सुबह 5 बजे से ही शराब से कुल्ला करने और चाय की जगह शराब की चुस्कियां लेने लगा था । फिर दैनिक नित्यक्रिया से निबटने के बाद होटल से निकलने के पहले फिर से शराब के दो पैग अपने हलक से नीचे उतारने के बाद ही दीपक लखनऊ की सड़कों पर निकलता था। शाम होते-होते शराब का फिर से दौर शुरू हो जाता, लेकिन इस बार शराब के साथ-साथ शबाब का भी भरपूर इंतज़ाम होता।
विदेशी लड़कियों का शौकीन
होटल में दीपक को ये रंगीनियां इतनी भा गयी थीं कि वो इस मोह से निकलकर अपने परिवार की ओर भी नहीं जाना चाहता था। विदेशी लड़कियों को पाने के लिए दीपक हर रकम लुटाने को हरदम तैयार रहता था। उसकी इसी कमजोरी को भांपकर उसके साथी संगाथी उसका धन ऐंठने में लग गये थे। उन्हें पता था कि दीपक एक नम्बर का अय्याश हो चुका था, उसे अपनी बीवी के बजाये दूसरी औरतों में दिलचस्पी जाग गयी थी। वो अय्याशी में इतना अंधा हो चुका था कि उसे बड़ी होती बेटियों का मासूम चेहरा भी दिखाई नहीं देता था।
इस तरह की लड़कियों की बुकिंग
एक वायरल आडियो के मुताबिक दीपक लखनऊ के नाका हिंडोला स्थित एक होटल में दो लड़कियों की बुकिंग की बात कर रहा है। दोनों के बीच बातचीत बताती है कि 25 हजार रुपये में बातचीत हो रही है। जिसकी आनलाइन पेमेंट की भी बात कही जा रही है। चर्चा है कि जिस होटल का नाम लिया जा रहा है, वहां अगर 19 अप्रैल के सीसीटीवी फुटेज की जांच हो तो दीपक के अलावा वह तीन चेहरे भी सामने आ सकते हैं, जिनके साथ होने की बात दीपक कह रहा है।
बेटियां भी जान गई बाप की करतूत
बेटियां उसकी हरकत जानने लगी थीं। वो अब उतनी छोटी भी नहीं रह गयी थीं कि उन्हें ये पता न चले कि उनका पिता आखिर क्या गुल खिला रहा है। बेटियां भी अपने बाप दीपक को रोकती थीं, पर कहते हैं न कि जब शराब हलक के नीचे उतर चुकी हो और दिमाग में शबाब ने कब्जा जमा रखा हो तो अच्छा भला आदमी किस कदर बेशर्मी की हद तक जाकर हवस का नंगा नाच कर डाले, ये कल्पना ही की जा सकती है। रोज रोज की बेटियों की उलाहना से तंग आकर ही दीपक ने अपनी बड़ी बेटी का एडमीशन लखनऊ में करा दिया था। ताकि उसे कुछ हद तक उन उलाहनाओं से छुटकारा मिल सके जो उसके जी का जंजाल बनती जा रही थीं। पर बीच वाली बेटी अभी भी उसे उलाहना देती थी।
श्वेता ने बढाई दूरियां
धीरे धीरे दीपक की करतूत श्वेता सिंह गौर को पता चलती गई, जिससे दोनों के बीच दूरियां बढ़ती चली गई। घटना के 1 दिन पहले दोनों के बीच किसी राजेश नामक शख्स को लेकर झगड़ा हुआ। जिसमें श्वेता कह रही है कि राजेश हमारे घर में नहीं आएगा जबकि दीपक राजेश को घर में आने से मना नहीं करना चाहता था। वह इसकी वजह पूछ रहा था तो उसने साफ कहा कि मेरी बिटिया अब बड़ी हो रही है। इसी वीडियो में इस बात का भी उल्लेख है कि अब हम दोनों के बीच तलाक हो चुका है। श्वेता साफ कहती है कि तुम मुझे छूना भी नहीं।
जेल भेजा गया आरोपी पति
इन ऑडियो वीडियो से स्पष्ट है कि श्वेता सिंह गौर पति की अय्याशी से तंग आ चुकी थी। इसी बात को लेकर दोनों के बीच तनाव था, जो श्वेता की मौत के रूप में सामने आया। फिलहाल पुलिस ने आरोपी से पूछताछ के बजाय मात्र औपचारिकता निभाई है। गिरफ्तारी की कुछ ही घंटे बाद आरोपी को जेल भेज दिया गया है।
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