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मथुरा दुल्हन हत्याकांड: लाल जोड़े में काजल खून से हुई लथपथ, डोली की जगह उठी अर्थी, परिवार में मातम

मथुरा के नौहझील क्षेत्र में गुरुवार रात को जयमाल के बाद हुई दुल्हन की हत्या से हर कोई स्तब्ध है। जिस घर में शादी की शहनाई गूंज रही थीं, वहां अब मातम पसरा हुआ है। गांव मुबारिकपुर की काजल लाल जोड़े में सजधज कर बैठी थी। फेरों की रस्म होने वाली थी। घर में शादी के गीत गूंज रहे थे। इसी बीच पड़ोसी युवक अनीश घर में घुस आया और काजल के सिर में गोली मार दी। इसके बाद छत के रास्ते फरार हो गया। जब परिवार के लोग कमरे में पहुंचे तो खून से लथपथ जमीन पर पड़ी दुल्हन को देख चीख पुकार मच गई। 

गांव मुबारिकपुर में बेटी की शादी की खुशियां मातम में बदलते देख हर किसी की आंखें नम हो गईं। डोली की जगह बेटी की अर्थी उठी तो काजल की मां मिथलेश देवी और पिता खूबीराम का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। रोते हुए मां-बाप बोले कि हम तो बेटी के हाथ पीले करने वाले थे लेकिन उससे पहले ही बेटी के खून से ही हमारे हाथ लाल हो गए। मृतका चार भाई और बहनों में सबसे बड़ी थी। घर में पहली शादी थी। पिता मजदूरी करके अपने परिवार को पाल रहे हैं।

गांव मुबारिकपुर के खूबीराम प्रजापति ने अपनी बेटी काजल की शादी गौतमबुद्धनगर के थाना रबूपुरा के गांव कल्लूपूरा निवासी युवक से तय की थी। गुरुवार को दूल्हा बरात लेकर आया था। रात करीब 1:30 बजे दूल्हा-दुल्हन के फेरे की तैयारियां चल रही थीं, लेकिन शादी होने से पहले ही सिरफिरे अनीश ने दुल्हन की जान ले ली। 

खूबीराम प्रजापति और आरोपी युवक अनीश पुत्र हरलाल के परिवार 50 मीटर की दूरी पर रहते हैं। बताया जाता है कि आरोपी ने एकतरफा प्यार में इस वारदात को अंजाम दिया है। खूबीराम ने अनीश समेत तीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने बताया कि मुख्य आरोपी अनीश को गिरफ्तार कर लिया गया है। फरार की तलाश की जा रही है।  

गांव में बरात पहुंचते ही आरोपी युवक अनीश दूल्हा-दुल्हन में से किसी एक को जान से मारने की ठान चुका था। शादी में आतंक मचाने की योजना उसने पहले ही बना ली थी। अनीश ने पहले अपने 4-5 दोस्तों के संग जमकर शराब पी। फिर बरात में जाकर दूल्हे को जान से मारने की धमकी दी।

अनीश ने दूल्हे से कहा था कि वह बिना शादी किए ही लौट जाए, वरना यहां से जिंदा नहीं जाएगा। दूल्हा बने वीरपाल ने यह बात अपने परिजनों को बताई, लेकिन परिजनों ने उसकी बात को गंभीरता से नहीं लिया। अगर परिजनों ने सतर्कता दिखाई होती तो यह सनसनीखेज वारदात रोकी जा सकती थी।