गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद आईएमएस इंजीनियरिंग कॉलेज (Ims engineering college ghaziabad) में लिफ्ट गिरने की कुछ मुख्य वजह सामने आई हैं। इस हादसे में 12 बच्चे घायल हो गए हैं। सभी को कोलंबिया एशिया अस्पताल (columbia asia hospital ghaziabad) में भर्ती कराया गया है। हादसे में पुरानी लिफ्ट, स्टूडेंट्स की लापरवाही और मेंटेनेंस में लापरवाही करने वाले कॉलेज प्रशासन की गलती प्राथमिक तौर पर नजर आ रही है। बताया जा रहा है कि सबसे पहले यहां पुरानी लिफ्ट का गेट ही नहीं बंद हुआ। एक छठी से पांचवीं मंजिल तक लिफ्ट खुले गेट के साथ चलती रही। वहीं एक साथ 12 स्टूडेंट्स इसमें घुस गए, जबकि लिफ्ट की इतनी क्षमता नहीं थी। वहीं कॉलेज प्रशासन ने यहां गार्ड नहीं रखा न लिफ्ट का रख-रखाव ही किया।
बताया जा रहा है कि आईएमएस इंजीनियरिंग कॉलेज में लिफ्ट पांचवीं मंजिल से गिरी है। इसमें 12 स्टूडेंट्स मौजूद थे। जबकि लिफ्ट की क्षमता केवल पांच लोगों की थी। वहीं चर्चा है कि लिफ्ट में कुछ स्टूडेंट्स कूदने लगे थे। इससे लिफ्ट टूट गई।
आईएमएस कॉलेज के हॉस्टल की इसी बिल्डिंग की लिफ्ट गिरी
लिफ्ट का तार टूटने से जमीन पर गिरी लिफ्ट 12 छात्र हुए घायल
जानकारी के मुताबिक गाजियाबाद के मसूरी थाना क्षेत्र अंतर्गत नेशनल हाईवे 9 पर आईएमएस इंजीनियरिंग कॉलेज है। कॉलेज की लिफ्ट से 12 छात्र ऊपर की मंजिल पर जा रहे थे। इसी दौरान अचानक ही लिफ्ट का तार टूट गया और लिफ्ट जमीन पर आ गिरी। इनमें चार से ज्यादा छात्र गंभीर रूप से घायल हो बताए जा रहे हैं। आनन-फानन में मेंटेनेंस विभाग को सूचित किया गया। मेंटेनेंस के कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर कड़ी मशक्कत के बाद सभी छात्रों को लिफ्ट से बाहर निकालते हुए कोलंबिया एशिया अस्पताल में भर्ती कराया। अभी तीन छात्रों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
लिफ्ट में एक साथ घुसे 12 स्टूडेंट
आईएमएस कॉलेज के डायरेक्टर अजय कुमार ने बताया कि पांचवीं मंजिल से लिफ्ट हॉस्टल में गिरी है। इसका कारण था कि 12 स्टूडेंट्स एक साथ घुस गए थे। एक साथ इतने स्टूडेंट्स के घुसने से ही लिफ्ट का तार टूट गया। एक लड़के के पैर में फ्रैक्चर हुआ है। सभी का इलाज जारी है।
छात्रों ने कॉलेज प्रशासन पर लगाया लापरवाही का आरोप
इस हादसे के बाद कॉलेज में अफरा-तफरी का माहौल हो गया और कॉलेज प्रबंधन से जुड़े लोग किसी भी बात का जवाब देने से बचते हुए नजर आए। उधर कॉलेज के अन्य छात्र भी इस पूरे मामले में कॉलेज प्रशासन की बड़ी लापरवाही मान रहे हैं।
खुला था लिफ्ट का गेट
स्टूडेंट्स ने बताया कि लिफ्ट काफी पुरानी थी। इसका गेट भी बंद नहीं था। छठी मंजिल से पांचवीं मंजिल तक लिफ्ट का गेट भी बंद नहीं हुआ। वहीं बताया जा रहा है कि कुछ स्टूडेंट्स इसमें कूद रहे थे, जिससे लिफ्ट की चेन का हुक टूटा और वह नीचे आ गिरी।
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