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वृंदावन: बांकेबिहारी मंदिर में बिना मास्क नहीं मिलेगा प्रवेश, अक्षय तृतीया पर वन-वे व्यवस्था रहेगी लागू

सार
वृंदावन के ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में अब श्रद्धालुओं के लिए मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया है। कोरोना संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी के बाद शासन के निर्देशों का पालत करते हुए मंदिर प्रबंधन ने यह निर्णय लिया है।

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वर्ष में एक बार अक्षय तृतीया पर होने वाले ठाकुर श्रीबांकेबिहारी के चरण और सर्वांग दर्शन के लिए आने वाले भक्तों को कोविड नियमों का पालन करना होगा। वृंदावन के बांकेबिहारी मंदिर में बिना मास्क के प्रवेश नहीं दिया जाएगा। मंदिर प्रबंधन ने अपील की है कि बीमार, बुजुर्ग और बच्चे दर्शन के लिए न ही आएं तो अच्छा रहेगा। यह निर्णय दिल्ली-एनसीआर में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए लिया गया है। 

दिल्ली-एनसीआर में लगातार बढ़ रहे कोरोना के केस को देखते हुए ठाकुर श्रीबांकेबिहारी मंदिर प्रबंधन ने भी कोविड नियमों का पालन करने की अपील की है। मंदिर प्रबंधक मुनीष शर्मा के अनुसार 3 मई को अक्षय तृतीया पर ठाकुर बांकेबिहारी महाराज के चरण और सर्वांग दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। 

बिना मास्क नहीं मिलेगा प्रवेश 

उन्होंने बताया कि अक्षय तृतीया से तीन दिन पूर्व ही मंदिर में बिना मास्क के प्रवेश पर रोक लगा दी जाएगी। लोगों से स्वयं की सामाजिक दूरी बनाने की अपील की जाएगी। उन्होंने बताया कि बीते दिनों मंदिर में श्रद्धालु की मौत और कोरोना बढ़ने के कारण प्रबंधन ने बीमार और छोटे बच्चों को दर्शन के लिए न लाने की अपील जारी की है।

मंदिर में भीड़ एवं उमस भरी गर्मी का वातावरण होगा। ऐसे में शुगर, बीपी एवं अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित रोगी, बुजुर्ग व्यक्ति, छोटे बच्चों एवं दिव्यांगजनों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। वहीं श्रद्धालु अपने आभूषण, पर्स, कीमती सामान एवं मोबाइल फोन की रक्षा भी स्वयं करें।

दर्शन की होगी वन-वे व्यवस्था 

अक्षय तृतीया पर ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में दर्शन के लिए वन-वे व्यवस्था लागू की जाएगी। इस व्यवस्था के तहत श्रद्धालुओं को एक गेट से प्रवेश और दूसरे से निकासी होगी। मंदिर में श्रद्धालुओं को गेट संख्या 2 व 3 से प्रवेश दिया जाएगा। गेट संख्या चार से श्रद्धालु बाहर निकलेंगे। आपातकाल व्यवस्था के लिए गेट संख्या एक का उपयोग किया जाएगा। श्रद्धालुओं को गलियों में भी वन-वे रूट से ही मंदिर आने दिया जाएगा। 

इस व्यवस्था के तहत श्रद्धालुओं को विद्यापीठ चौराहा से मंदिर को आने वाले मार्ग, किशोर पुरा तिराहे से गौतम पाड़ा एवं जुगल घाट, फलाहरी बाबा वाली गली से होते हुए मंदिर में पहुंचने वाले मार्ग से प्रवेश दिया जाएगा। मंदिर प्रबंधन ने श्रद्धालुओं से अपने जूता, चप्पल प्रवेश गलियों की शुरुआत में बनाए गए जूता घर या गाड़ी पर ही उतारकर आने की अपील की है। 

विस्तार

वर्ष में एक बार अक्षय तृतीया पर होने वाले ठाकुर श्रीबांकेबिहारी के चरण और सर्वांग दर्शन के लिए आने वाले भक्तों को कोविड नियमों का पालन करना होगा। वृंदावन के बांकेबिहारी मंदिर में बिना मास्क के प्रवेश नहीं दिया जाएगा। मंदिर प्रबंधन ने अपील की है कि बीमार, बुजुर्ग और बच्चे दर्शन के लिए न ही आएं तो अच्छा रहेगा। यह निर्णय दिल्ली-एनसीआर में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए लिया गया है। 

दिल्ली-एनसीआर में लगातार बढ़ रहे कोरोना के केस को देखते हुए ठाकुर श्रीबांकेबिहारी मंदिर प्रबंधन ने भी कोविड नियमों का पालन करने की अपील की है। मंदिर प्रबंधक मुनीष शर्मा के अनुसार 3 मई को अक्षय तृतीया पर ठाकुर बांकेबिहारी महाराज के चरण और सर्वांग दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। 

बिना मास्क नहीं मिलेगा प्रवेश 

उन्होंने बताया कि अक्षय तृतीया से तीन दिन पूर्व ही मंदिर में बिना मास्क के प्रवेश पर रोक लगा दी जाएगी। लोगों से स्वयं की सामाजिक दूरी बनाने की अपील की जाएगी। उन्होंने बताया कि बीते दिनों मंदिर में श्रद्धालु की मौत और कोरोना बढ़ने के कारण प्रबंधन ने बीमार और छोटे बच्चों को दर्शन के लिए न लाने की अपील जारी की है।