नोएडा: नोएडा अथॉरिटी (noida authority) ने अपने एक ‘करोड़पति’ चौकीदार (crorepati chowkidar) को बर्खास्त कर दिया है। उसने अथॉरिटी में चौकीदार के पद पर रहते हुए प्लॉट और फ्लैट दिलाने के नाम पर 47 लोगों से करोड़ों रुपये ऐंठ लिए थे। जांच में नितिन राठी (nitin rathi) नाम का यह शख्स दोषी साबित हुआ। उसे संरक्षण देने वाले कई अधिकारी और कर्मचारी भी प्राधिकरण के निशाने पर हैं।
शुभांकर बसु नाम के एक शख्स ने भूखंड आवंटन को लेकर नितिन राठी पर फर्जीवाड़े का आरोप लगाया था। उनका कहना था कि नितिन राठी ने उनसे ढाई लाख रुपये लेकर उनके पक्ष में प्राधिकरण के लैटर पैड पर फर्जी तरीके से साइन कराकर आवासीय भूखंड संख्या ए-175 सेक्टर-72 उनको अलॉट किया था। इसके अलावा 25,60750 रुपये बैंक में जमा कराए थे।
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जांच जनवरी 2015 में हुई
जांच में पाया गया कि इसी तरह से नितिन ने 46 दूसरे लोगों के साथ भी सेक्टर-12, 73, 122 में फर्जी हस्ताक्षर करके आवंटन किया। मामले की जांच जनवरी 2015 में हुई और नितिन राठी को सस्पेंड कर दिया गया। उसके बाद सेक्टर 20 में केस दर्ज कराया गया। नवंबर 2017 में नितिन राठी पर आरोप तय किए गए और इसी चार्जशीट के आधार पर उससे जवाब मांगा गया।
कंसलटेंट एजेंसी भी खोल रखी थी
इतना ही नहीं नितिन राठी ने खोड़ा के ग्रीन इंडिया प्लेस मॉल में कंसलटेंट एजेंसी भी खोल रखी थी जो नोएडा सेवा नियमावली के प्रावधानों के खिलाफ था। वह इसी कंसलटेंट कंपनी की आड़ में फर्जीवाड़ा करता था। नितिन राठी के पिता नोएडा प्राधिकरण में चौकीदार थे, सेवा के दौरान उनकी मृत्यु हुई और उनकी जगह मृतक आश्रित कोटे से नितिन की नौकरी लगी थी।
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