प्रदेश के ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत मंत्री श्री ए0के0शर्मा जी ने प्रदेश की विद्युत व्यवस्था को बेहतर बनाने एवं इसमें संभावित सुधार को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिये है। उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधा मिले, इसके लिए राजस्व वसूली को बढ़ाना होगा और 80 करोड़ रुपये प्रतिदिन के राजस्व हानि को आगामी 10 दिनों में 10 करोड़ रूपये कम करके इसे 70 करोड़ रुपये प्रतिदिन पर लाना होगा। इसके लिए विभागीय अधिकारी अभी से कमर कस लें और लोगों के सामने अपनी ईमानदार एवं स्वच्छ छवि प्रस्तुत कर, अपनी कार्य संस्कृति में बदलाव लाएं। उन्होंने कहा कि राजस्व वसूली पर विशेष ध्यान दें। विद्युत बकायेदारों एवं विद्युत चोरी करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
ऊर्जा मंत्री श्री शर्मा ने कल शक्ति भवन में विभागीय अधिकारियों एवं सभी डिस्कॉम के एमडी के साथ वर्चुअल बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी की मंशा है कि उपभोक्ताओं की सुविधाओं को बढ़ाया जाए, इसके लिए विद्युत व्यवस्था को ठीक से बहाल किया जाए। उन्होंने निर्देशित किया कि गर्मी को देखते हुए निर्धारित शिड्यूल के अनुरूप विद्युत आपूर्ति की जाए और इस संबंध में शहर व गांव से कहीं से भी कोई शिकायत नहीं आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार के फाल्ट एवं व्यवधान होने पर संकट की घड़ी में लोगों की मदद करें। रात्रि में भी ऐसी स्थिति पर विद्युत आपूर्ति बहाल करें। उन्होंने सभी अधिकारियों/कर्मचारियों को लोगों की काल उठाने के लिए 24×7 अपना मोबाइल नंबर चालू रखने तथा शिकायतों को गंभीरता से लेने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि मेन्टिनेंस के लिये मटेरियल की पर्याप्त उपलब्धता हो, साथ ही मैन पावर की भी कोई कमी ना हो। उन्होंने प्रत्येक फीडर एवं उपखंड स्तर के तथा जिम्मेदार अधिकारियों को अपने मोबाइल नंबर को अपने अपने क्षेत्र में डिस्प्ले करने के निर्देश दिए।
ऊर्जा मंत्री ने लिगेसी प्रॉब्लम्स को भी दूर करने के निर्देश दिए। इसके लिए उन्होंने चार बिंदुओं पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा, जिसमें विद्युत के लिए लोगों द्वारा एस्टीमेट का पैसा जमा कर देने पर भी समय पर बिजली की व्यवस्था न करना, उपभोक्ता के यहां मीटर लगाकर चालू न किया जाना, या बिल जनरेट न करना, मीटर लगा देने पर भी बिजली न आना और बगैर बिजली आये बिल आना,समय से बिल की वसूली न करना आदि समस्याओं पर विशेष ध्यान देना होगा। गर्मी के दिनों में विद्युत आपूर्ति बहाल रहे, इसके लिये फाल्ट को जल्द से जल्द ठीक करें तथा टेक्निकल लॉसेस को कम करें, इस पर ध्यान दिया जाए।
उन्होंने गांव/शहरों में खंभों से लटकते/झूलते हुए तथा हरे पेड़ांे की शाखाओं को छूती हुईं बिजली के तारों,जर्जर खंभो, एवं खराब ट्रांसफार्मर को तुरंत ठीक करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ये सभी ऐसी स्थिति हैं, जिसमें हम नागरिकों को बम पर बैंठने जैसे हालात पैदा करने का जोखिम दे रहे हैं। उन्होंने ऐसे जोखिम को कम करने के लिए मोबाइल टीम को प्रत्येक जोन में संचालित करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विभागीय अधिकारी अपनी जिम्मेदारी स्वीकार करें, राजस्व बढ़ाने के लिए बड़े बकायेदार कितने हैं यह सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि एक हफ्ते के अंदर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रयोग कर शिकायतों के समाधान और लोगों के फीडबैक का पता करें। उन्होंने लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए, एक सार्थक पहल एवं कार्यवाही के लिए, इन सभी कार्यों हेतु अधिकारियों को निर्देशित करने के लिए पॉवर कारपोरेशन को शीघ्र आदेश जारी करने के भी निर्देश दिये।
ऊर्जा मंत्री ने विद्युत आपूर्ति की सुचारू बहाली के लिये खराब ट्रांसफार्मर को समय से बदलने की व्यवस्था, किसी भी प्रकार की खराबी होने से पहले ही उसको सुधारने की व्यवस्था, 1912 को व्यवस्थित रूप से संचालित करने, सही बिलिंग, उपभोक्ताओं की शिकायतों पर ध्यान देने के भी निर्देश दिए। उन्होंने सभी अधिकारियों/कर्मचारियों को अपने कार्यों के प्रति जवाबदेह बनने के प्रति सचेत किया और कहा कि विभाग में भ्रष्टाचार बिल्कुल नहीं चलेगा। उन्होंने विद्युत आपूर्ति के सापेक्ष राजस्व प्राप्ति के लक्ष्य को प्राप्त करने पर जोर दिया। उन्होंने वादा किया कि जैसे ही विभाग का राजस्व हानि पूरा होगा, उपभोक्ताओं को 24 घंटे बिजली की व्यवस्था की जायेगी। उन्होंने आशंका जाहिर की लोगों को जितनी बिजली मिलनी चाहिए, हम उतनी नहीं दे पा रहे हैं, जिस पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि विद्युत आपूर्ति को लेकर गांवों, मजरों के साथ-साथ बड़े-बड़े शहरों से भी शिकायतें आ रही हैं, यह ठीक स्थिति नहीं है। उन्होंने निर्देश दिए कि बड़े बकायेदारों को पकड़ने के लिए रेड डाली जाए, इसमें किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि जिस तरह लोगों के जीवन में रोटी, कपड़ा, मकान, हवा एवं पानी आवश्यक है उसी प्रकार बिना बिजली के भी अब रहना असंभव हो गया है। भीषण गर्मी में बिजली न आने पर बहुत परेशानी होती है। इसी को दृष्टि में रखते हुए अपना कर्तव्य मानकर जनता की सेवा करना है। हमारा माहौल व्यवहारिक हो, पीड़ादायक नहीं, इसपर ध्यान दंे, क्योंकि बिना आग के धुंआ नहीं उठता है। उन्होंने बस्ती जिले के विभागीय अधिकारियों द्वारा लोगों का सहयोग न करने की भी बात कही।
वर्चुअल बैठक में अपर मुख्य सचिव ऊर्जा श्री आलोक सिन्हा, चेयरमैन यूपीपीसीएल श्री एम देवराज, एमडी यूपीपीसीएल श्री पंकज कुमार, एमडी श्री पी गुरू प्रसाद, सभी डिस्कॉम के एमडी के साथ अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
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