बौद्ध धर्म के प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से उ0प्र0 में बौद्ध धर्म से जुड़े स्थल श्रावस्ती एवं सारनाथ में बौद्ध भिक्षुओं एवं बौद्ध विद्वानों को एकत्रित कर विश्व शान्ति में बुद्धिज्म के योगदान विषय पर आगामी मई एवं जून, 2022 में बड़े पैमाने पर तीन दिवसीय सिम्पोजियम का आयोजन किया जायेगा।
यह जानकारी प्रदेश के कैबिनेट मंत्री पर्यटन एवं संस्कृति श्री जयवीर सिंह ने आज यहां देते हुए बताया कि यह आयोजन अन्तर्राष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान संस्कृति विभाग उ0प्र0 द्वारा किया जायेगा। इसके लिए 50 लाख रूपए की धनराशि की व्यवस्था की गयी है।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि बौद्ध धर्म एवं संस्कृति को जनमानस में प्रचार-प्रसार का मुख्य उद्देश्य बौद्ध धर्म में निहित मानवीय मूल्यों का आंकलन करना जो मानव संस्कृति एवं सभ्यता के विकास का आधार बन सके। इसके लिए बौद्ध दृष्टि के उदार तत्वों से प्रेरणा प्राप्त की जायेगी।
बौद्ध धर्म शांति, करूणा एवं दया जैसे विचारों से परिपूर्ण है। आज विश्व को शांति की आवश्कता है। शांति के बिना मानवता का कल्याण संभव नहीं है। इसलिए बौद्ध धर्म के मूल उद्देश्यों का व्यापक प्रचार-प्रसार किये जाने की रणनीति तैयार की गयी है।
Nationalism Always Empower People
More Stories
Rishikesh में “अमृत कल्प” आयुर्वेद महोत्सव में 1500 चिकित्सकों ने मिलकर बनाया विश्व कीर्तिमान, जानें इस ऐतिहासिक आयोजन के बारे में
Jhansi पुलिस और एसओजी की जबरदस्त कार्रवाई: अपहृत नर्सिंग छात्रा नोएडा से सकुशल बरामद
Mainpuri में युवती की हत्या: करहल उपचुनाव के कारण सियासी घमासान, सपा और भाजपा में आरोप-प्रत्यारोप