लखनऊ: गोरखनाथ मंदिर (Gorakhnath Mandir Attack) में पीएसी जवानों पर धारदार हथियार से हमला करने के आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी पर सुरक्षा एजेंसियों ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। यूपी एटीएस की जांच में पता चला है कि मुर्तजा विवादित इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक (Islamic Leader Zakir Naik) से बहुत प्रभावित है। उसके मोबाइल और लैपटॉप में जाकिर के वीडियो मिले हैं। इसके अलावा वह सोशल मीडिया पर बेहद सक्रिय है और कुछ प्रतिबंधित साइटों से भी जुड़ा हुआ है। इस घटना से पता चलता है कि किस तरह मलेशिया में छिपकर बैठा जाकिर नाइक भारत में अशांति फैलाने की कोशिश कर रहा है। वह देश से दूर भले है, लेकिन अल्पसंख्यक समुदाय के हजारों युवा उसे सिर आंखों पर बैठाए हुए हैं।
देशविरोधी बयान देने पर जाकिर नाइक पर जब कार्रवाई शुरू हुई तो करीब पांच साल पहले वह भारत छोड़कर ब्रिटेन भाग गया। कुछ समय बाद अपनी हरकतों के चलते उसे वहां से भी भागना पड़ा। अब वह मलेशिया में छिपकर रह रहा है। बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मलेशिया में जाकिर नाइक ने अपनी प्रभावशाली जगह बना ली है। मलय समुदाय के युवा जाकिर के प्रति श्रद्धा का भाव रखते हैं। मलेशिया की 3.3 करोड़ आबादी में से 65 फीसदी आबादी मलय समुदाय की है। इस समुदाय में ज्यादातर लोग मुस्लिम धर्म को मानते हैं। मलेशिया में 20 फीसदी लोग चीनी हैं जो कि बौद्ध धर्म को मानते हैं। सात फीसदी भारतीय मूल के हैं जिनमें से अधिकतर तमिल हिंदू हैं।
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मनी लॉड्रिंग और नफरत फैलाने का आरोप
मुस्लिम बहुल देश मलेशिया में रह रहे जाकिर नाइक पर मनी लॉड्रिंग का भी आरोप है। उसका नाम 2016 में ढाका में हुए बम धमाकों में भी आया था। इन धमाकों में सैकड़ों लोग मारे गए थे। इन धमाकों में शामिल एक आरोपी ने बाद में स्वीकार किया था कि नाइक के भाषणों के कारण वह यह घिनौना काम करने के लिए प्रेरित हुआ। पहले भारत में जाकिर नाइक के भाषण पीस टीवी पर प्रसारित होते थे जिस पर अब प्रतिबंध लगा दिया गया है। ब्रिटेन और कनाडा ने उसे वीजा देने से इनकार कर दिया था जिसके बाद मलेशिया ने उसे स्थाई नागरिकता दे दी। उसके एनजीओ इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन ने 2007 से 2011 के बीच मुंबई में पीस कॉन्फ्रेंस भी आयोजित किए थे। नाइक पर लोगों का धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश करने और हिंसा फैलाने का भी आरोप है। हालांकि नाइक ने इन सभी आरोपों का खंडन किया है।
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तीन साल पहले वायरल हुआ था धमकी का वीडियो
जाकिर नाइक भले ही भारत से भाग गया हो पर मलेशिया में बैठकर भी वह जहर उगलने से बाज नहीं आ रहा है। वर्ष 2020 में उसका एक वीडियो सामने आया था जिसमें उसने गैर-मुस्लिमों को मुस्लिम देशों के दबदबे की धमकी दी थी। उसने कहा कि कोई गैर-मुस्लिम अगर सोशल मीडिया पर इस्लाम के विरोध में कुछ लिखता है तो उसे मुस्लिम देश में आने पर गिरफ्तार किया जाना चाहिए। उसने कहा कि भारत में इस्लाम पर उंगली उठाने वाले मुख्य रूप से बीजेपी से जुड़े लोग हैं और उनमें से ज्यादातर लोग पैसे वाले हैं। ज्यादातर भारतीय नेताओं का पैसा यूएई, खाड़ी देशों में है। उनमें से विदेश दौरे पर जाने वाले आधा से ज्यादा लोग मुस्लिम देशों या खाड़ी देशों का दौरा करते हैं। इन सभी गैर-मुस्लिमों का डेटाबेस तैयार करके कंप्यूटर में स्टोर किया जाना चाहिए। अगली बार जब भी वे किसी भी गल्फ कंट्री आएं, उन पर केस होना चाहिए और उन्हें गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजना चाहिए।
इस्लामिक उपदेशक जाकिर हुसैन
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