गाजियाबाद: गाजियाबाद में नवरात्र से 1 दिन पहले खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम की ने एक विशेष अभियान चलाया गया, जिसके तहत 9 दिन तक मीट की दुकानों को बंद किए जाने के निर्देश दिए गए थे। इसके अलावा जो मीट विक्रेता खुले में मीट की बिक्री कर रहे थे। ऐसी दुकानों को बंद भी कराया गया था। टीम की अगुवाई कर रहे खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार कुल 6 टीमों का गठन किया गया है और यह टीम हर इलाके में पहुंचकर नवरात्र के समय यानी 9 दिन तक मीट की दुकानें खोलने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेंगी। खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि एक ही दिन में करीब दो दर्जन मीट की दुकानों को बंद कराया गया, लेकिन इस मामले ने तूल पकड़ा और इसकी गूंज लखनऊ तक जा पहुंच गई। इसके बाद गाजियाबाद नगर निगम की मेयर ने अपना फैसला बदल दिया।
महापौर के आदेश को बताया शासन का आदेश
1 अप्रैल को गाजियाबाद के विजयनगर और आरडीसी क्षेत्र के अलावा सेक्टर 23 में खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम अचानक ही बाजार में पहुंची और उन इलाकों में खुल रही मीट की दुकानों को अगले 9 दिन तक के लिए बंद किए जाने के निर्देश दिए। वहीं, जो मीट विक्रेता खुले में मीट बेच रहे थे, उन्हें तत्काल प्रभाव से बंद कराया गया। इतना ही नहीं खाद्य सुरक्षा अधिकारी की तरफ से बताया गया कि नवरात्र के कारण 9 दिन तक मीट की दुकान नहीं खुलने दी जाएंगी और नवरात्र के बाद भी लाइसेंस वाले मीट विक्रेता खुले में मीट की बिक्री नहीं कर पाएंगे। यानी लाइसेंस के वक्त जो मानक तय हुए थे, उन मानकों के हिसाब से ही मीट की बिक्री की जाएगी।
महापौर ने 12 घंटे में ही बदला अपना फैसला
इस मामले को तूल पकड़ता देख नगर निगम की महापौर आशा शर्मा ने अगले ही दिन अपना फैसला वापस ले लिया। वहीं, 2 अप्रैल को फिर से एक पत्र नगर विकास अधिकारी डॉ. मिथिलेश कुमार सिंह के नाम जारी किया, जिसमें बताया कि उन्होंने इस तरह के निर्देश दिए थे, लेकिन अब उस आदेश को संशोधित करते हुए आप को निर्देशित किया जाता है कि इस संबंध में उत्तर प्रदेश शासन द्वारा जो दिशा निर्देश निर्गत किए गए हैं। उनका अनुपालन सुनिश्चित कराया जाए।
More Stories
Rishikesh में “अमृत कल्प” आयुर्वेद महोत्सव में 1500 चिकित्सकों ने मिलकर बनाया विश्व कीर्तिमान, जानें इस ऐतिहासिक आयोजन के बारे में
एमपी का मौसम: एमपी के 7 शहरों में तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे, भोपाल में तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे
Mallikarjun Kharge झारखंड का जल, जंगल, जमीन लूटने के लिए सरकार बनाना चाहती है भाजपा: खड़गे