गाजियाबाद: गाजियाबाद के एसएसपी पवन कुमार (SSP Pawan Kumar) को सस्पेंड करने के बाद शासन ने डीआईजी एलआर कुमार (DIG LR Kumar) को यहां का अतिरिक्त चार्ज सौंपा है। एमएलसी चुनाव प्रक्रिया के चलते फिलहाल कुमार की नियुक्ति अस्थाई रूप से की गई है। दूसरी तरफ आईजी मेरठ रेंज प्रवीन कुमार शुक्रवार को गाजियाबाद पहुंचे और कई थानों का राउंड लेकर वहां की व्यवस्था को देखा। उन्होंने सभी डीएसपी और थानेदारों से अनसुलझे केसों की वर्तमान स्टेटस रिपोर्ट मांगी है। वहीं दूसरी ओर एसएसपी पर कार्रवाई होने के बाद जिले के कई थाना प्रभारी और सीओ की टेंशन बढ़ गई है। उच्चाधिकारियों तक पहुंची शिकायतों की भी जांच की जा रही है। एसपी स्तर के अधिकारी भी अलर्ट मोड में हैं, उन्होंने क्राइम कंट्रोल के लिए रणनीति बनानी शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार 1 अप्रैल को जारी आदेश में डीआईजी एलआर कुमार को तत्काल जिले का चार्ज लेने के लिए कहा गया है। 2006 बैच के आईपीएस अधिकारी एलआर कुमार वर्तमान में लखनऊ में विजिलेंस विभाग में तैनात हैं। आचार संहिता हटने के बाद जिले के स्थायी एसएसपी की पोस्टिंग के संबंध में फैसला लिया जाएगा।
लखनऊ से गाजियाबाद पर सीधी नजर
गाजियाबाद में लगातार हो रहे वारदात की वजह से यहां के लॉ एंड ऑर्डर पर लगातार सवाल उठते रहे हैं। 28 मार्च को 25 लाख की लूट में बदमाशों के वायरल फोटो से यहां की और किरकिरी हुई। विपक्षी दलों ने सरकार पर निशाना साधा था। इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ हरकत में आए और उन्होंने एसएसपी पवन कुमार को सस्पेंड किया। इसके 24 घंटे के अंदर ही लखनऊ से डीआईजी की पोस्टिंग के बाद लखनऊ से इस मामले में नजर रखी जा रही है। इसके अलावा आईजी मेरठ रेंज प्रवीन कुमार को भी यहां नजर रखने के लिए कहा गया है। बताया जा रहा है कि अभी सीएम यहां की कानून व्यवस्था पर नजर बनाए हुए हैं।
लॉ एंड ऑर्डर की वजह से पहली बार एसएसपी के सस्पेंशन ने बढ़ाई टेंशन
जिले में पहली बार किसी एसएसपी को लॉ एंड ऑर्डर की वजह से सस्पेंड किया गया है। इससे जिले में वर्तमान में तैनात पुलिसकर्मियों की टेंशन बढ़ गई है। सभी क्राइम की थानावार मॉनिटरिंग की जा रही है। इसके अलावा सभी स़र्कल ऑफिसर से क्राइम पर रिपोर्ट मांगी है। जिसमें क्राइम के बाद पुलिस ने क्या कार्रवाई की इस पर भी डिटेल देने को कहा गया है।
एक बार फिर कमिश्नरेट की चर्चा
इस कार्रवाई के बाद फिर जिले में कमिश्नरेट की चर्चा तेज हो गई है। इसके लिए जिले में 25 थाने का होना जरूरी है। जिले में क्रॉसिंग रिपब्लिक, अंकुर विहार, वेवसिटी, शालीमार गार्डन और नीति खंड के लिए नए थाने का प्रस्ताव भेजा जा चुका है। हालांकि इसे लेकर अधिकारिक रूप से कोई बयान या प्लानिंग के बारे में कोई भी सीनियर अफसर कुछ बोल नहीं रहा है, लेकिन पुलिस विभाग में चर्चा है कि जल्द ही यहां कमिश्नरेट सिस्टम लागू हो सकता है।
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