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Yogi Adityanath Speech: क्यों हार गए चुनाव? अखिलेश समेत पूरे विपक्ष को योगी ने विधानसभा की पहली स्पीच में समझा दिया

लखनऊ: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में जीत के बाद पहली बार विधानसभा को संबोधित किया। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष पद पर सतीश महाना के निर्विरोध निर्वाचन के मौके पर विधानसभा में अपनी बात रखी। इस दौरान उन्होंने सतीश महाना को विधानसभा अध्यक्ष बनने की बधाई दी। उन्होंने इसे लोकतंत्र की एक स्वस्थ परंपरा करार दिया। उन्होंने कहा कि स्वस्थ लोकतंत्र में दलीय सीमाएं कभी बाधक नहीं बनेंगी। इस दौरान उन्होंने यूपी चुनाव 2022 में विपक्ष और अखिलेश यादव को हार के कारण समझा दिए।

सीएम योगी ने इस मौके पर चुनावी माहौल की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि यूपी की 25 करोड़ जनता के बेहतर भविष्य के लिए पक्ष और विपक्ष मिलकर काम करेंगे। उन्होंने कहा कि हमें यूपी के विकास के लिए काम करना होगा। उन्होंने कहा कि तमाम सदस्यों ने सदन की सदस्यता की शपथ ली। इस दौरान माहौल काफी सकारात्मक रहा है। इस प्रकार की स्थिति लोकतंत्र की परिपक्वता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष और विपक्ष मिलकर सदन की गरिमा को बढ़ाएंगे।

जनता नकार देती है नकारात्मक प्रचार
विधानसभा में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जनता परिपक्व हो चुकी है। यूपी विधानसभा चुनाव में हमने इस स्थिति को देखा है। चुनाव के दौरान आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला। कई प्रकार की नकारात्मक बातें कही गई। लेकिन, जनता ने सकारात्मक बातों को ही ध्यान में रखा। उन्होंने कहा कि हमने राष्ट्रीय चुनाव से लेकर यूपी चुनाव तक में आम जनता का मूड देखा है। वे सकारात्मक चीजों को ही स्वीकार करते हैं। नकारात्मकता को लोग नकार देते हैं।

अखिलेश और विपक्ष को संदेश
योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश और विपक्ष को संदेश दे दिया है। यूपी चुनाव में भाजपा को जीत मिली और इसके साथ पार्टी ने 37 साल बाद दोबारा सत्ता में वापसी का रिकॉर्ड बना दिया। इस जीत के पीछे भाजपा अब सकारात्मक प्रचार अभियान को महत्वपूर्ण करार दे रहा है। वहीं, अखिलेश यादव और विपक्ष की ओर से सरकार और भाजपा नेताओं के खिलाफ किए गए नकारात्मक प्रचार को भी इसका कारण बता दिया है।

पक्ष और विपक्ष मिलकर करेंगे काम
लोकतंत्र के दो पहिए हैं, उसमें एक सत्ता पक्ष है और एक विपक्ष है। दोनों मिलकर नए भारत का नया उत्तर प्रदेश बनाने में सहयोग कर सकते हैं। यह चुनाव एक बहुत अच्छा संदेश देता है। चुनाव के दौरान एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप को दौर चलता है। एक चीज है, जो हम देश और यूपी में भी देखते हैं, जनता कभी नकारत्मकता को स्वीकार नहीं करती है। नकारात्मकता के लिए उसके दिल में कोई स्थान नहीं है।

योगी ने कहा कि जो प्रगतिशील होगा, जो लोक कल्याण का कारक होगा, जनता उसी को अंगीकार करती है। हमारे समाज और देश ने कबी नकारात्मकता को हमत्व नहीं दिया है। नकारात्मकता से जीवन में प्रगति नहीं हो सकती है। सकारात्मकता से ही हमन तरक्की के रास्ते पर आगे बढ़ सकते हैं।

यूपी में एक और एक नहीं हो जाएगा 11
योगी ने प्रदेश के विकास को लेकर भी बड़ी बात कही। उन्होंने कहा कि देश की अपेक्षाएं उत्तर प्रदेश जैसे राज्य से हैं। हर एक क्षेत्र में हमारे ऊपर निगाहें हैं। दुनिया जब अपने द्वंद्व में उलझी हुई है, उन स्थितियों में भारत जो अपेक्षाएं हैं, भारत उस प्रकार की अपेक्षाएं उत्तर प्रदेश से रखता है। लोकतांत्रिक व्यवस्था में जब सत्ता पक्ष और विपक्ष मिलते हैं, तो एक और एक दो नहीं, 11 की ताकत बन जाती है।

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