यूपी चुनाव के आखिरी चरण में योगी कैबिनेट के सात मंत्रियों की किस्मत दांव पर है। पूर्वांचल में वाराणसी जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है, वहीं आजमगढ़ सपा मुखिया अखिलेश यादव का संसदीय क्षेत्र है। ऐसे में पूर्वांचल की सभी 54 सीटों पर मुकाबला काफी कड़ा होने वाला है। आगे पढ़िए इस चरण में योगी के किन-किन मंत्रियों की किस्मत दांव पर है?
1. अनिल राजभर : वाराणसी की शिवपुर सीट से योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर मैदान में हैं। अनिल के खिलाफ ओम प्रकाश राजभर के बेटे अरविंद राजभर चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं, बसपा ने रवि मौर्य और कांग्रेस ने गिरीश पांडेय को टिकट दिया है। अनिल सरकार में पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री हैं।
2. रवींद्र जायसवाल : योगी सरकार में स्टांप एवं निबंधन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रवींद्र जायसवाल वाराणसी उत्तर से चुनावी मैदान में हैं। रवींद्र के खिलाफ समाजवादी पार्टी ने अशफाक अहमद, बसपा ने श्याम प्रकाश और कांग्रेस ने गुलेराना सबस्सुम को प्रत्याशी बनाया है। 2017 में यहां से भाजपा के रवींद्र जायसवाल जीते थे।
3. नीलकंठ तिवारी : वाराणसी दक्षिण से योगी सरकार में पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नीलकंठ तिवारी चुनाव लड़ रहे हैं। नीलकंठ के खिलाफ समाजवादी पार्टी ने किशन दीक्षित, बसपा ने दिनेश कसौधन और कांग्रेस ने मुदिता कपूर को टिकट दिया है। पिछली बार भी इस सीट पर नीलकंठ तिवारी ने जीत हासिल की थी।
4. गिरीश यादव : सूबे के आवास एवं शहरी नियोजन राज्यमंत्री गिरीश यादव जौनपुर सीट से चुनावी मैदान में हैं। गिरीश के खिलाफ समाजवादी पार्टी ने अरशद खान, बसपा ने सलीम खान और कांग्रेस ने नदीम जावेद को प्रत्याशी बनाया है। पिछली बार भी इस सीट पर गिरीश यादव ने जीत हासिल की थी।
5. रमाशंकर सिंह पटेल : प्रदेश में ऊर्जा राज्य मंत्री रमाशंकर सिंह पटेल मीर्जापुर की मड़िहान सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। रमाशंकर के खिलाफ समाजवादी पार्टी ने रविंद्र बहादुर सिंह पटेल, बसपा ने नरेंद्र सिंह कुशवाहा और कांग्रेस ने गीता देवी कोल को प्रत्याशी बनाया है। 2017 में इस सीट से रमाशंकर सिंह पटेल ने जीत हासिल की थी।
6. संगीता बलवंत : गाजीपुर सीट से योगी सरकार में राज्य मंत्री संगीता बलवंत पर फिर से भाजपा ने भरोसा जताया है। संगीता के खिलाफ सपा गठबंधन ने जैकिशन साहू, बसपा ने विनोद कुमार और कांग्रेस ने सीमा देवी को प्रत्याशी बनाया है। 2017 में इस सीट पर संगीता ने ही जीत हासिल की थी।
7. संजीव गोंड : सोनभद्र जिले की ओबरा विधानसभा सीट से संजीव गोंड भाजपा के प्रत्याशी हैं। संजीव यूपी सरकार में समाज कल्याण, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण राज्यमंत्री हैं। संजीव के खिलाफ समाजवादी पार्टी ने अरविंद कुमार, बसपा ने सुभाष खरवार और कांग्रेस ने रामराज गोंड को प्रत्याशी बनाया है।
2017 में क्या हुआ था?
नौ जिलों की जिन 54 सीटों पर चुनाव चल रहे हैं, 2017 में इनमें से 29 सीटों पर भाजपा के प्रत्याशियों ने जीत हासिल की थी, जबकि सात सीटों पर भाजपा गठबंधन वाली सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी और अपना दल (सोनेलाल) के प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की थी। 11 सीटों पर समाजवादी पार्टी को जीत मिली थी। बसपा ने छह और एक सीट पर निषाद पार्टी के प्रत्याशी ने कब्जा जमाया था।
More Stories
डबल इंजन की छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश को तेजी से लेकर जा रही विकास की राह: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने गोवर्धन पूजा, बोले- प्रकृति और पशुधन की प्रतिकृति की याद यह पर्व है
सीजी में आरटीई प्रवेश: आरटीई के दो चरणों के बाद भी छत्तीसगढ़ के स्कूलों में आरटीई के आठ हजार से अधिक प्रवेश रिक्त