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Ghaziabad News: सावधान! दिनदहाड़े घर में डिलीवरी बॉय बनकर घुसे लुटेरे, लाखों की जूलरी और नकदी लेकर हुए फुर्र

गाजियाबाद : राजनगर की पॉश कॉलोनी सेक्टर-7 में टॉफी डिलीवरी के बहाने घर में घुसे तीन बदमाशों ने बुजुर्ग महिला को बंधक बनाकर लाखों रुपये लूट लिए। बदमाशों ने महिला को चाकू की नोंक पर चुन्नी से बांध दिया था। बदमाश वारदात के बाद बाहर से कुंडी लगाकर भाग गए। महिला के काफी देर तक गेट बजाने के बाद लोगों ने सुना और बाहर निकाला।

पीड़ित का आरोप है कि मौके पर आई कविनगर पुलिस ने सुनवाई करने के स्थान पर और भी काम होने की बात कर जल्दी शिकायत देने के लिए कहा। इस दौरान लूट का कुल आकलन नहीं होने के कारण देर लगने पर पुलिस कार्रवाई नहीं चाहने की बात लिखवा कर ले गई। पीड़ित के अनुसार बदमाश करीब सवा लाख की जूलरी और 25 हजार रुपये कैश लूटकर फरार हो गए। एसपी सिटी निपुण अग्रवाल ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। इसके अलावा पुलिस के व्यवहार के संबंध में मिली शिकायत की भी जांच की जा रही है।

टॉफी दिखाई और फिर धक्का देकर अंदर ले गए
जानकारी के अनुसार, राजनगर सेक्टर-7 में रहने वाली सीमा पंवार एक कन्फेक्शनरी शॉप चलाती हैं। शुक्रवार को उनके दोनों बेटे अपने काम से बाहर थे और बहू दिल्ली में थीं। सीमा के बेटे सुनील ने बताया कि तीन बजे मां अकेली थी। इस दौरान डोर बेल बचने पर वह बाहर आईं तो एक व्यक्ति ने टॉफी का पैकेट दिखाकर उसकी डिलिवरी की बात कही। महिला ने गेट खोलकर उनका सामान नहीं होने की बात कहते हुए कहा कि, आपको जहां जाना है वहां कॉल कर लो। इससे पहले वह कुछ समझ पातीं कि एक बदमाश उन्हें धक्का देकर अंदर ले गया। इसके बाद दो बदमाश उनके पीछे आए और चाकू दिखाकर चुन्नी से बांध दिया। इसके बाद बदमाशों ने घर से सवा लाख की जूलरी और 25 हजार रुपये कैश ले लिए। इसके बाद वह महिला को खुद खोलकर बाहर से गेट बंद कर फरार हो गए।

कार्रवाई के स्थान पर पुलिस ने दिखाया लंबी कार्रवाई का डर
पीड़िता के बेटे सुनील पंवार के अनुसार इस मामले में सूचना के बाद पुलिस आई और उसने आते ही जल्दी से शिकायत देने को कहा। उनकी वाइफ के नहीं होने पर घर से गए सामान की पूरी जानकारी न होने की बात कहते हुए उन्होंने थोड़ा टाइम मांगा तो एक महिला पुलिसकर्मी ने और काम भी होने की बात कही। आरोप है कि पुलिसकर्मी इस मामले में लंबी जांच और प्रक्रिया की बात कर डरा रहे थे। परिवार पहले ही घटना से परेशान था और उन्होंने पुलिस के कहने के अनुसार एक लेटर लिखकर दे दिया।

प्रतीकात्मक तस्वीर