दक्षिण पूर्वी बंगाल की खाड़ी और दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर बने निमभन दबाव का क्षेत्र बनने की वजह से तीन से पांच मार्च के बीच प्रदेश के पश्चिमी और पूर्वी क्षेत्रों में बूंदाबांदी होने की संभावना है। मध्य क्षेत्र के कानपुर सहित औरैया, इटावा में भी इसका असर देखने को मिल सकता है।
चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय स्थित मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ का असर वर्तमान में उत्तर पाकिस्तान के ऊपर बना हुआ है। दो मार्च से यह पश्चिमी हिमालय के क्षेत्रों में सक्रिय होगा।
जिसका असर प्रदेश के कई क्षेत्रों पर पड़ सकता है। इस बीच मंगलवार को दिन में कड़ी धूप की वजह से तापमान एक दिन पहले की अपेक्षा एक डिग्री बढ़कर 26.6 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया।
जबकि रात के समय न्यूनतम पारा दो डिग्री सेल्सियस लुढ़क कर 10.4 डिग्री पर आ गया। तापमान में इसी तरह का उतार-चढ़ाव अगले तीन दिनों तक बना रहने की संभावना है। इसी तरह दिन में हवा की नमी एक प्रतिशत बढ़ोतरी के साथ 88 प्रतिशत और रात के समय 9 प्रतिशत कम होकर 37 प्रतिशत रही।
चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसए) के मौसम विभाग प्रमुख डॉ. एसएन पांडेय के अनुसार इस बार होली तक मौसम में इसी तरह का उतार-चढ़ाव चलता रहेगा।
इस सप्ताह का संभावित तापमान (डिग्री सेल्सियस)
न्यूनतम अधिकतम
दो मार्च को 10 26
तीन मार्च को 10 27
चार मार्च को 11 28
पांच मार्च को 11 28
छह मार्च को 12 29
सात मार्च को 12 26
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