लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi On Ukraine Crisis) ने एक बार फिर अपनी ही पार्टी को असहज करने वाला बयान दिया है। पीलीभीत से सांसद वरुण ने अब यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के मुद्दे पर नरेंद्र मोदी सरकार (Narendra Modi Russia Ukraine War) समय से सही फैसला न लेने का आरोप लगाया है। सोमवार को वरुण गांधी ने अपने हैंडल से ट्वीट कर कहा कि हर आपदा में अवसर नहीं खोजना चाहिए। युद्धग्रस्त देश में फंसे अपने लोगों को वापस लाना उन पर कोई उपकार नहीं बल्कि हमारी जिम्मेदारी है।
गौरतलब है कि वरुण गांधी पिछले कुछ समय से लगातार केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते आ रहे हैं। वह पहले भी कई मौकों पर मोदी और योगी सरकार के कामकाज पर सवाल उठा चुके हैं। अपने ताजा ट्वीट में उन्होंने लिखा है- ‘सही समय पर सही फैसले न लिए जाने के कारण 15 हजार से अधिक छात्र भारी अव्यवस्था के बीच अभी भी युद्धभूमि में फंसे हुए है। ठोस रणनीतिक और कूटनैतिक कार्यवाही कर इनकी सुरक्षित वापसी इन पर कोई उपकार नहीं बल्कि हमारा दायित्व है। हर आपदा में ‘अवसर’ नही खोजना चाहिए।’
यूक्रेन में फंसी भारतीय छात्रा ने भारत सरकार पर लगाए आरोप
वरुण गांधी ने सोशल मीडिया पर उक्रेन में फंसी एक छात्रा का वीडियो भी शेयर किया है। इस वीडियो में स्टूडेंट भारत सरकार पर तमाम आरोप लगाती नजर आ रही है। वह कह रही है कि संकट के समय दुनिया के तमाम देश उक्रेन में फंसे अपने नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकाल रही है पर भारत सरकार अपने लोगों की कोई मदद नहीं कर रही है।
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ऑपरेशन गंगा और तेज किया जाएगा
आपको बता दें कि ऑपरेशन गंगा के तहत नरेंद्र मोदी सरकार लगातार उक्रेन में फंसे भारतीय स्टूडेंट को वापस देश ले आ रही है। सोमवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन संकट पर एक उच्च स्तरीय बैठक की है। बैठक में तय किया गया है कि ‘ऑपरेशन गंगा’ को और तेज किया जाए। बैठक में फैसला किया गया है कि कुछ केंद्रीय मंत्रियों को यूक्रेन के पड़ोसी देशों में भेजा जाएगा ताकि फंसे छात्रों को निकालने के लिए तालमेल बैठाया जा सके। इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी मौजूद थे।
अबतक 2 हजार भारतीयों को लाया जा चुका है वापस
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया है कि भारत ने जिनेवा स्थित इंटरनेशनल कमेटी ऑफ रेड क्रॉस (आईसीआरसी) से भी संपर्क कर भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और उनकी यूक्रेन से निकासी में मदद का अनुरोध किया है। भारत ने यूक्रेन से अपने करीब 2,000 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला है और उनमें से 1,000 लोगों को हंगरी और रोमानिया के रास्ते चार्टर्ड विमानों से घर लाया जा चुका है।
मोदी सरकार पर बरसे वरुण गांधी
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