बांदा : बुंदेलखंड के हमीरपुर और महोबा जिले की चारों विधानसभा सीटों में चुनावी घमासान पूरे चरम पर है। यहां दो दिन बाद 20 फरवरी को मतदान होना है, लेकिन इस बार हमीरपुर में क्षत्रियों की नाराजगी बीजेपी पर भारी पड़ रही है। दरअसल, हमीरपुर सदर में क्षत्रिय समाज के नेताओं की उपेक्षा करके दल-बदलू नेता को चुनाव मैदान में लाया गया है, जिस कारण प्रचार अभियान में भाजपा के जमीनी लोग किनारा किए हुए हैं।
हमीरपुर बस स्टैंड पर बस का इंतजार कर रहे सिसोलर गांव के राम सिंह, यशराज सिंह और राधेश्याम अपनी बात रखते हुए कहते हैं कि हमीरपुर सीट पर बीएसपी और बीजेपी में सीधी टक्कर दिख रही है। सपा और कांग्रेस के उम्मीदवार जातीय जोड़-तोड़कर के दम पर लड़ाई को त्रिकोणीय बनाने में जुटे हैं। हमीरपुर शहर के ही देवेश सिंह और राजकुमार मिश्रा कहते हैं कि जातीय समीकरणों पर नजर डाले तो यहां करीब 65 हजार दलित, 50 हजार से अधिक ब्राह्मण और करीब 53 हजार निषाद बिरादरी के मतदाता है। यादव समाज के करीब 36 हजार, प्रजापति 40 हजार, कुशवाहा करीब 22हजार, वैश्य करीब 20 हजार हैं। इसके अलावा आरख, पाल बिरादरी के भी 12-12 हजार और कोरी, खटीक, बसोर, धानुक, बाल्मीकि समाज के करीब 44 हजार मतदाता हैं।
हमीरपुर में सपा से रामप्रकाश प्रजापति और बीजेपी से मनोज प्रजापति चुनाव मैदान में हैं। दोनों अपनी प्रजापति बिरादरी पर मजबूत पकड़ रखते है। ऐसे में प्रजापति बिरादरी के वोटों के बंटवारे से इनकार नहीं किया जा सकता। चुनावी दंगल में दोनों ही एक-दूसरे के वोट बैंक में सेंध लगाने में पूरा जोर लगा रहे हैं। वहीं, कांग्रेस से राजकुमारी चंदेल और बसपा से रामफूल निषाद चुनाव में ताल ठोक रहे हैं और दलित बहुल सीट होने के कारण रामफूल मजबूती से चुनाव लड़ रहे हैं।
उपेक्षा से नाराज है क्षत्रिय समाज
हमीरपुर सदर में मौजूदा भाजपा विधायक युवराज सिंह को किनारे कर सपा से आए मनोज प्रजापति को प्रत्याशी बनाने से यहां का क्षत्रिय समाज नाराज है। तमाम क्षत्रियों ने अपना दर्द सुनाते हुए कहा कि अपनी ही सरकार में उपेक्षा बर्दाश्त नहीं हो रही है। अगर किसी और को उम्मीदवार बनाया जाता तो शायद इतनी ठेस नहीं लगती।
महोबा, चरखारी मे त्रिकोणीय घमासान
हमीरपुर जिले की राठ सीट पर सपा और बीजेपी में कड़ा मुकाबला दिख रहा है। यहां कांग्रेस और बसपा आपस में ही संघर्ष कर रही हैं, जबकि महोबा सदर में बीजेपी, सपा और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला माना जा रहा है। कबरई कस्बे के रामदयाल, शिव किशोर, भजन लाल, कृपाशंकर का मानना है कि महोबा सदर विधायक राकेश गोस्वामी ने विकास के बहुत सारे काम करवाए हैं। यहां की अर्जुन परियोजना चालू होने से लोग बहुत खुश हैं। इसी तरह महोबा की चरखारी सीट पर सपा, भाजपा और बसपा मे त्रिकोणीय भिडंत मानी जा रही है।
प्रतीकात्मक तस्वीर
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