लखनऊ: पीएसी में पूर्वी जोन के एडीजी बीआर मीणा (Bhajani Ram Meena) एक बार फिर चर्चा में हैं। सोशल मीडिया पर उनका एक पत्र वायरल हो रहा है। पत्र में उन्होंने मातहतों को दफ्तरों में अपनी एक निश्चित साइज की फोटो लगाने और राजधानी के एक फोटोग्राफर के यहां से ही उनकी फोटो लेने की बात लिखी है। पत्र वायरल होने के बाद इकाई के मुखिया एडीजी पीएसी अजय आनन्द ने उनसे स्पष्टीकरण मांग लिया है।
दरअसल, बीआर मीणा एक जनवरी को आईजी से एडीजी के पद पर प्रमोट हुए हैं। वह प्रयागराज पीएसी में ही आईजी के पद पर तैनात थे। प्रमोशन के बाद उनकी तैनाती प्रयागराज में ही एडीजी पूर्वी जोन, पीएसी के पद पर हुई। शुक्रवार को उनका लिखा एक पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ।
चिठ्ठी में क्या लिखा है?
पत्र एक फरवरी 2022 को लिखा गया है। पत्र में लिखा है कि एडीजी के पद पर हुए प्रमोशन के बाद निर्धारित वर्दी का रंगीन फोटोग्राफ नैनी फोटो सर्विस में उपलब्ध है, जिसे आपके कार्यालय में लगाया जाना आवश्यक है। यह फोटो 8X10 इंच का है और 14X18 इंच के माउंट चस्पा है। उन्होंने अपने पत्र में नैनी फोटो सर्विस के पते और फोन नंबर का भी जिक्र किया है।
मांगा गया स्पष्टीकरण
इस संबंध में जब एडीजी पीएसी बीआर मीणा का पक्ष जानने की कोशिश की गई तो उन्होंने आधिकारिक रूप से कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। वहीं, एडीजी पीएसी अजय आनन्द का कहना है कि वर्षों पुरानी परंपरा के तहत पीएसी के दफ्तरों में विभाग के प्रमुखों के फोटो लगाए जाते हैं। लेकिन इस तरह से पत्र लिखे जाने को लेकर एडीजी पीएसी बीआर मीणा से स्पष्टीकरण मांगा गया है।
वापस लिया जाएगा पत्र- डीजीपी मुकुल गोयल
इस पत्र को कानपुर और वाराणसी के डीआईजी, पीएसी और पूर्वी जोन की सभी 10 पीएसी वाहिनियों के सेनानायकों को भेजा गया है। यूपी के पुलिस महानिदेशक मुकुल गोयल ने कहा, ‘पत्र मेरे संज्ञान में आया है और इसे जल्द से जल्द वापस ले लिया जाएगा।’
पहले विवाद में घिरे थे
कुछ माह पहले भी एडीजी बीआर मीणा एक ट्वीट के कारण विवादों में आ गए थे। गाजियाबाद निवासी अशोक कुमार ने तत्कालीन आईजी पीएसी बीआर मीणा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कुछ ट्वीट किए थे। इनमें कहा गया था कि आईजी बीआर मीणा उनकी विवाहिता बेटी को देर रात में फोन कर धमकाते हैं। ट्वीट के जरिए आईपीएस पर और भी गंभीर आरोप लगाए गए थे।
पर मिल गई थी क्लीन चिट
मामले की जांच के दौरान आरोप लगाने वाले परिवार ने आईजी पीएसी के साथ 22 साल पुराने पारिवारिक संबंध होने और आरोप संबंधी ट्वीट के फर्जी होने की बात कही थी। साथ ही पत्र लिखकर पुलिस द्वारा परिवार को परेशान न करने का आग्रह भी किया था। जांच अधिकारियों ने जब इस मामले में आरोप लगाने वाले गाजियाबाद निवासी अशोक कुमार अग्रवाल से संपर्क किया था तो वह बयान देने भी नहीं आए थे। इसके बाद बीआर मीणा को क्लीन चिट दे दी गई थी।
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भजनी राम मीणा (फाइल फोटो)
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