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UP Election: अखिलेश ने केशव प्रसाद मौर्य के खिलाफ अनुप्रिया पटेल की बहन को उतारा, पार्टी ने कहा हमें पता नहीं

अभिषेक कुमार झा, वाराणसी: गठबंधन में सभी दलों को एक साथ लेकर चलने की कवायद समाजावादी पार्टी (samajwadi party) प्रमुख अखिलेश यादव को भारी पड़ सकती है। शुरुआती दौर में ओमप्रकाश राजभर के साथ अपना दल कमेरावादी (apna dal kamerawadi) ने सपा का समर्थन किया था। लेकिन सीटों के बंटवारे को लेकर अब कलह खुलकर सतह पर आ गई है। कौशांबी की सिराथू (sirathu) सीट पर पल्लवी पटेल (pallavi patel) के समाजवादी पार्टी के सिंबल पर नाम घोषित करने के बाद यह विवाद सामने आया है। अपना दल कमेरावादी पार्टी का कहना है कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने उन्हें सिबंल बदलकर चुनाव लड़ने की जानकारी नहीं दी है। अब इसको लेकर पार्टी में नाराजगी दिख रही है। पल्लवी पटेल केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल (Anupriya patel) की बहन हैं। हालांकि दोनों अलग-अलग दलों से जुड़ी हुई है। पल्लवी पटेल अपनी मां के साथ अपना दल (कमेरावादी) पार्टी में है।

दूसरी तरफ सूत्रों की मानें तो सीटों के बंटवारे को लेकर समाजवादी पार्टी के लिए गठबंधन अब मुश्किल में पड़ता दिख रहा है। न सिर्फ सिराथू बल्कि इलाहाबाद पश्चिम की सीट पर भी सपा के द्वारा अपना प्रत्याशी घोषित करने को लेकर विवाद बढ़ता दिख रहा है। गठबंधन में अपना दल कमेरावादी ने 7 सीटों की मांग की थी। लेकिन सपा दो से ज्यादा सीट देने के मूड में नहीं है। अब इसी बात को लेकर गठबंधन में चल रहा खींचतान सतह पर आ गया है।

डिप्टी सीएम के खिलाफ लड़ेंगी पल्लवी, लेकिन जानकारी नहीं
यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के सामने समाजवादी पार्टी गठबंधन ने पल्लवी पटेल का नाम सपा के सिंबल से घोषित किया गया है। पल्लवी पटेल अपना दल कमेरावादी पार्टी की है। इसी बात को लेकर अपना दल कमेरावादी पार्टी की नाराजगी आज खुलकर सामने आई। वाराणसी में देर रात प्रेसवार्ता कर पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव पंकज निरंजन ने बताया की सिराथू सीट पर पल्लवी पटेल सपा के सिंबल पर चुनाव लड़ेंगी, यह बात उन्हें समाजवादी पार्टी ने नहीं बताई। लेकिन बावजूद इसके हम पिछड़ों की लड़ाई में सपा के साथ हैं। हमने अखिलेश यादव को अपना नेता माना है और बिना किसी सीट पर लड़े ही बीजेपी को हराने के लिए सपा के साथ हैं।

सपा में पार्टियों का ओवरफ्लो
समाजवादी पार्टी में गठबंधन के सहयोगी की संख्या बढ़ने पर राष्ट्रीय महासचिव पंकज निरंजन से सवाल किया गया। उन्होंने स्वीकार किया कि पार्टी में ओवरफ्लो है, लेकिन किन सीटों को लेकर विवाद फंसा है, इस विषय पर कुछ नहीं बताया। लेकिन सिराथू सीट को लेकर उन्होंने अपनी असहजता स्पष्ट तौर पर व्यक्त की।

अखिलेश यादव