सुनील साकेत, आगरा: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Vidhansabha Chunav 2022) की अपनी पहली जनसभा में बुधवार को बीएसपी सुप्रीमो मायावती (Mayawati) ने विपक्षी पार्टियों को जमकर घेरा। उन्होंने मीडिया सर्वे (Media Survey) और ओपिनियन पोल (Opinion Poll) को धता बताते हुए अपनी सरकार आने का दावा किया।
उन्होंने कहा कि चुनाव का रिज़ल्ट चौंकाने वाला रहेगा। सर्वे और ओपिनियन पोल उनकी पार्टी का गलत आकलन कर रहे हैं। 2007 में भी ऐसे ही ओपिनियन पोल आए थे, लेकिन बीएसपी पूरे बहुमत के साथ सरकार में आई थी। विकास और कानून व्यवस्था को लेकर उन्होंने समाजवादी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। अपने 35 मिनट के भाषण में मायावती अपने वोटरों को साधती हुई नजर आईं और विपक्षी दलों के बहकावे से सावधान करती रहीं।
मायावती ने कहा कि लोग कहते हैं कि बहिन जी कहीं नजर नहीं आतीं हैं, जबकि वे लखनऊ में पिछले एक साल से चुनाव तैयारियों में लगी थीं। उन्होंने कहा कि 2017 के चुनाव में पार्टी के कैंडिडेट चुनने में गलती हुई थी। इसबार सभी प्रत्याशियों का परिचय लेने के बाद चयन किया गया है। उन्होंने कहा कि पिछले एक साल में सिर्फ दो दिन के लिए ही वे दिल्ली गई थीं। तब से वे चुनाव की तैयारियों में जुटी हुई हैं।
बीजेपी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी ने विकास के नाम पर सिर्फ दिखावा किया है। गरीबों को घर दिए हैं, जो कहीं नजर नहीं आते हैं, जबकि ये सभी उन्हीं की योजनाएं हैं, जिनका स्वरूप बदल कर सपा और बीजेपी सरकारें काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि मथुरा में विकास बीएसपी सरकार में हुआ था। बीजेपी सिर्फ धर्म की आड़ में लोगों से वोट मांगती है। बीजेपी और समाजवादी पार्टी के अलावा कांग्रेस भी मायावती के निशाने पर रही। आगरा के कोठी मीना बाजार मैदान में कोविड प्रोटोकॉल का तहत कार्यक्रम आयोजित हुआ। हालांकि, बीएसपी के समर्थकों की पंडाल से बाहर अच्छी खासी भीड़ रहीं। आगरा मंडल के प्रत्याशी भी मौजूद रहे।
वोटरों को करती रहीं सावधान
दलितों की राजधानी आगरा में बीएसपी का अच्छा रेकॉर्ड रहा है। 2007 और 2012 के चुनाव में बीएसपी ने आगरा की सभी 9 विधानसभा सीटों में से 6 सीटों पर जीत हासिल की थी। यही वजह है कि मायावती को आगरा में अपने वोटरों के भ्रमित होने की आशंका सता रही है। बहिन जी ने कहा कि विपक्षी दलों के साम-दाम, दंड-भेद से सावधान रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि ओपिनियन पोल में बीएसपी को कमजोर दिखाकर गुमराह किया जा रहा है। 2017 के चुनाव में फर्जी कमेटियां बन गई थीं। दूसरी पार्टी के नेताओं को डमी कैंडिडेट बनाकर खड़ा कर दिया था, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ है।
विपक्षी पार्टियों पर जमकर बरसीं मायावती
पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा कि कांग्रेस, बीजेपी और समाजवादी पार्टी दलित विरोधी मानसिकता से कार्य करती हैं। कांग्रेस ने दलितों के मसीहा बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर को भारत रत्न की उपाधि से सम्मानित नहीं किया था, जबकि वे हर प्रकार से इसके पात्र थे। इतना ही नहीं बाबा साहब के मूवमेंट को आगे बढ़ाने वाले कांशीराम जी की मृत्यु पर एक दिन का राष्ट्रीय शोक भी घोषित नहीं किया था।
समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि सपा सरकार में जाति और धर्म के नाम पर दंगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि सपा सरकार में दलित और पिछड़ों के महापुरषों के नाम पर रखे गए जिलों के नाम बदल दिए। सरकारी कर्मचारियों के पदोन्नित को लेकर आरक्षण बिल सदन में फाड़ दिया था। ऐसा ही बीजेपी का शासन रहा है। बीजेपी धर्म के नाम पर तनाव पैदा करती है। महिलाओं के साथ अपराध बढ़ रहे हैं।
More Stories
Rishikesh में “अमृत कल्प” आयुर्वेद महोत्सव में 1500 चिकित्सकों ने मिलकर बनाया विश्व कीर्तिमान, जानें इस ऐतिहासिक आयोजन के बारे में
Jhansi पुलिस और एसओजी की जबरदस्त कार्रवाई: अपहृत नर्सिंग छात्रा नोएडा से सकुशल बरामद
Mainpuri में युवती की हत्या: करहल उपचुनाव के कारण सियासी घमासान, सपा और भाजपा में आरोप-प्रत्यारोप