लखनऊ : समाजवादी पार्टी ने अपनी तीसरी सूची में जिताऊ और दिग्गज प्रत्याशियों पर भरोसा जताया है। यही वजह है कि पार्टी ने बाहरियों को टिकट देने में भी कोई गुरेज नहीं किया है। 56 प्रत्याशियों की सूची में 16 दूसरे दलों से आए नेताओं को उम्मीदवार बनाया गया है। इसमें पांच 2017 में भाजपा लहर में चुनाव जीते थे। इसके अलावा अपने 8 मौजूदा विधायकों को टिकट दिया है। साथ ही एक दर्जन से ज्यादा ऐसे नेताओं पर दांव लगाया है, जिन्हें बहुत कम अंतर से 2017 में शिकस्त मिली थी या जो 2012 के चुनावों में सपा के टिकट पर जीते थे। वहीं, बसप के गढ़ अंबेडकरनगर की की चारों सीटों पर सपा ने बसपा से आए नेताओं को टिकट दिए हैं।
जातीय समीकरण साधने की भी कोशिश
सपा की तीसरी सूची में जातीय समीकरण साधने की पूरी कोशिश की गई है। इस सूची नॉन यादव ओबीसी प्रत्याशियों के साथ एम-वाई समीकरण को भी तरजीह दी गई है। सपा ने 13 यादवों और 10 मुस्लिमों को उम्मीदवार बनाया है। 12 नॉन यादव ओबीसी को मैदान में उतारा है। इसके अलावा 12 दलित, 7 ब्राह्मण और 4 क्षत्रियों को भी टिकट दिया है। इसमे भी ज्यादातर नेता ऐसे हैं, जिनका अपनी जातियों पर अच्छा प्रभाव है।
2017 में जीते इन बाहरियों को टिकट
2017 की बीजेपी लहर में प्रयागराज की फूलपुर विधानसभा सीट से जीते मुर्तजा सिद्दीकी, गोरखपुर के चिल्लूपार से जीते विनय तिवारी, कटेहरी से बसपा के टिकट से जीते लालजी वर्मा, अकबरपुर से जीते रामअचल राजभर और 2017 में बीजेपी से जीते पूर्व मंत्री दारा सिंह चौहान को घोसी से टिकट मिला है।
इन विधायकों पर फिर भरोसा
जिन मौजूदा विधायकों को सपा ने टिकट दिया है, उसमें अतरौलिया से संग्राम सिंह यादव, गोपालपुर से नफीस अहमद, आजमगढ़ से दुर्गा प्रसाद यादव, निजामाबाद से आलमबदी, शाहगंज से शैलेंद्र यादव ललई, मलहनी से लकी यादव, जंगीपुर से वीरेंद्र यादव, बांसडीह से रामगोविंद चौधरी शामिल हैं। इसके अलावा 2012 में विधायकी जीतने वाले सपाइयों पर भी भरोसा दिखाया गया है। इनमें बलरामपुर की गैसड़ी से पूर्व मंत्री डॉ. एसपी यादव, पथरदेवा से पूर्व मंत्री ब्रह्मशंकर त्रिपाठी, गोसाईगंज से अभय सिंह, जमानिया से ओम प्रकाश सिंह, इटवा से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय शामिल हैं।
अंबेडकरनगर की चार सीटों पर बाहरियों को तवज्जो
सपा द्वारा घोषित सूची में दूसरे दलों से आए नेताओं को भी तरजीह दी गई है। अंबेडकरनगर जिले की चारों सीटों पर सपा ने बसपा से आए नेताओं को टिकट दिए हैं। रामअचल राजभर को अकबरपुर, लालजी वर्मा को कटेहरी, राकेश पांडेय को जलालपुर और आलापुर से त्रिभुवन दत्त को उम्मीदवार बनाया गया है। इसके अलावा दाउद अहमद को लखीमपुर की मोहम्मदी, मो. नईम गुर्जर को तिलोई, पूजा पाल को चायल, सईदा खातून को डुमरियागंज, भोजपुरी फिल्मों की अभिनेत्री और गायिका काजल निषाद को कैंपियरगंज, राम प्रसाद चौधरी के बेटे अतुल चौधरी को कप्तानगंज और केके ओझा को महसी से टिकट दिया है।
…. तो अपने बेटे के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे रमाकांत यादव
बीजेपी छोड़कर पहले कांग्रेस और अब सपा में आए रमाकांत यादव को पार्टी ने आजमगढ़ की फुलपुरपवई सीट से उम्मीदवार बनाया है। इस सीट से रमाकांत के बेटे अरुणकांत यादव विधायक हैं। अगर बीजेपी अरुणकांत को टिकट देती है, तो पिता और पुत्र चुनाव मैदान में आमने-सामने होंगे। आजमगढ़ की ही दीदारगंज सीट पर कमलाकांत राजभर को प्रत्याशी बनाया गया है, जो बसपा से आए सुखदेव राजभर के बेटे हैं।
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