गाजियाबाद: गाजियाबाद में चल रहे कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर आए दिन सवाल उठ रहे हैं। बिना वैक्सीन लगे लोगों के पास टीका लगने के मैसेज पहुंच रहे हैं। इस बीच एक और बड़ी लापरवाही सामने आई है। इस केस में विभाग की ओर एक बार फिर से मृतक महिला को वैक्सीन लगाने की पुष्टि कर दी गई। महिला के बेटे के मोबाइल पर जब वैक्सीन की दूसरी डोज लगने का मैसेज पहुंचा तो वह परेशान हो उठे। उनका कहना है कि इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के साथ ही शासन से भी शिकायत करेंगे।
चिरंजीव विहार में रहने वाली 77 वर्षीय स्वर्णा गर्ग को 15 अप्रैल 2021 को कंबाइंड अस्पताल में कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लगी थी। उनके साथ उनके बेटे नितिन ने भी वैक्सीन लगवाई थी। वैक्सीन लगने के कुछ दिनों बाद स्वर्णा गर्ग को कोविड संक्रमण हो गया और 5 मई को उनकी संक्रमण के चलते मृत्यु हो गई। उनकी मौत के 9 महीने बाद 19 जनवरी बुधवार की दोपहर उनके बेटे नितिन के मोबाइल पर स्वर्णा गर्ग को वैक्सीन की दूसरी डोज लगने का मैसेज आया। नितिन गर्ग ने बताया कि यह मैसेज देखकर वह चौंक गए।
उच्च स्तर पर करेंगे शिकायत: नितिन
मैसेज के साथ आए लिंक को खोला तो उसमें मम्मी के नाम से वैक्सीन लगने का सर्टिफिकेट दिखा, जिसे उन्होंने डाउनलोड कर लिया। नितिन ने बताया कि यह मामला गंभीर है और वह इसकी उच्च स्तर पर शिकायत करेंगे। उन्होंने आशंका जताई कि इस तरह डोज लगाने के पीछे स्वास्थ्य विभाग की गंभीर लापरवाही हो सकती है। इस मामले में जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. नीरज अग्रवाल से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनका फोन पिक नहीं हो सका। स्वर्णा गर्ग के नाम से जारी वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट पर दूसरी डोज लगाने की तारीख 19 जनवरी 2022 लिखी गई है। वैक्सीनेटर का नाम अनमोल लिखा है।
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