कासगंज विधानसभा चुनाव में उतरने वाले प्रत्याशियों को लेकर लगातार कयास लगाए जा रहे हैं, लेकिन समाजवादी पार्टी ने पूर्व मंत्री मानपाल सिंह पर भरोसा जताया है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उन्हें लखनऊ बुलाकर पार्टी का सिंबल सौंप दिया है। समाजवादी पार्टी की कोई लिस्ट जारी न होने के कारण इस घोषणा पर कयास लगते रहे, लेकिन मंगलवार को पार्टी जिलाध्यक्ष देवेंद्र सिंह यादव ने पूर्व मंत्री को टिकट दिए जाने की बात की पुष्टि की।
पुराना चेहरा हैं मानपाल सिंह
कासगंज की राजनीति में पूर्वमंत्री मानपाल सिंह का पुराना चेहरा है। 1974 से उनका राजनीतिक सफर कांग्रेस से शुरू हुआ। वह पहली बार कांग्रेस विधायक के रूप में चुने गए। उसके बाद 1977 में जनता लहर में कासगंज विधानसभा से चुनाव हार गए, लेकिन 1978 में सोरों से उपचुनाव लड़े और जीते। इसके बाद 1980 में फिर से कासगंज विधानसभा से कांग्रेस के विधायक चुने गए। सन 1985 में भी उन्होंने इसी विधानसभा से जीत हासिल की। वर्ष 1989 में कांग्रेस ने उन्हें फिर से उम्मीदवार बनाया, लेकिन चुनाव नहीं जीत पाए। इसके बाद 1993 में कांग्रेस के टिकट पर कासगंज विधानसभा से चुनाव लड़े, लेकिन वह तीसरे स्थान पर रहे।
बदला दल
वर्ष 1996 में उन्होंने पाला बदलते हुए हाथी की सवारी की, लेकिन कासगंज विधानसभा की जनता ने उन्हें नकार दिया और वे चुनाव हार गए। वर्ष 2002 के चुनाव में वे समाजवादी पार्टी में चले गए। सपा से उन्हें कासगंज विधानसभा का टिकट मिला। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी महेंद्र सिंह को हराकर जीत हासिल की। वर्ष 2007 के चुनाव में वे फिर से सपा से प्रत्याशी बने, लेकिन इस बार वह तीसरे स्थान पर रहे। 2012 के चुनाव में सपा ने उनपर फिर से भरोसा करते हुए टिकट दी। उन्होंने बसपा प्रत्याशी हसरत उल्ला खां शेरवानी को हराकर जीत हासिल की, लेकिन 2017 के चुनाव में पार्टी ने इन्हें प्रत्याशी नहीं बनाया। अब 2022 के चुनाव में सपा ने इनपर फिर से भरोसा जताते हुए प्रत्याशी घोषित किया है। पूर्व मंत्री मानपाल सिंह ने बताया कि सोमवार देर रात वे चुनाव निशान लेकर लौटे हैं और पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ेंगे और राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाएंगे।
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पूर्वमंत्री मानपाल सिंह को कासगंज विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया है। अभी पटियाली और अमांपुर के लिए प्रत्याशी की घोषणा नहीं की गई है- कुंवर देवेंद्र सिंह यादव, सपा जिलाध्यक्ष एवं पूर्व सांसद।
कासगंज विधानसभा चुनाव में उतरने वाले प्रत्याशियों को लेकर लगातार कयास लगाए जा रहे हैं, लेकिन समाजवादी पार्टी ने पूर्व मंत्री मानपाल सिंह पर भरोसा जताया है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उन्हें लखनऊ बुलाकर पार्टी का सिंबल सौंप दिया है। समाजवादी पार्टी की कोई लिस्ट जारी न होने के कारण इस घोषणा पर कयास लगते रहे, लेकिन मंगलवार को पार्टी जिलाध्यक्ष देवेंद्र सिंह यादव ने पूर्व मंत्री को टिकट दिए जाने की बात की पुष्टि की।
कासगंज की राजनीति में पूर्वमंत्री मानपाल सिंह का पुराना चेहरा है। 1974 से उनका राजनीतिक सफर कांग्रेस से शुरू हुआ। वह पहली बार कांग्रेस विधायक के रूप में चुने गए। उसके बाद 1977 में जनता लहर में कासगंज विधानसभा से चुनाव हार गए, लेकिन 1978 में सोरों से उपचुनाव लड़े और जीते। इसके बाद 1980 में फिर से कासगंज विधानसभा से कांग्रेस के विधायक चुने गए। सन 1985 में भी उन्होंने इसी विधानसभा से जीत हासिल की। वर्ष 1989 में कांग्रेस ने उन्हें फिर से उम्मीदवार बनाया, लेकिन चुनाव नहीं जीत पाए। इसके बाद 1993 में कांग्रेस के टिकट पर कासगंज विधानसभा से चुनाव लड़े, लेकिन वह तीसरे स्थान पर रहे।
वर्ष 1996 में उन्होंने पाला बदलते हुए हाथी की सवारी की, लेकिन कासगंज विधानसभा की जनता ने उन्हें नकार दिया और वे चुनाव हार गए। वर्ष 2002 के चुनाव में वे समाजवादी पार्टी में चले गए। सपा से उन्हें कासगंज विधानसभा का टिकट मिला। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी महेंद्र सिंह को हराकर जीत हासिल की। वर्ष 2007 के चुनाव में वे फिर से सपा से प्रत्याशी बने, लेकिन इस बार वह तीसरे स्थान पर रहे। 2012 के चुनाव में सपा ने उनपर फिर से भरोसा करते हुए टिकट दी। उन्होंने बसपा प्रत्याशी हसरत उल्ला खां शेरवानी को हराकर जीत हासिल की, लेकिन 2017 के चुनाव में पार्टी ने इन्हें प्रत्याशी नहीं बनाया। अब 2022 के चुनाव में सपा ने इनपर फिर से भरोसा जताते हुए प्रत्याशी घोषित किया है। पूर्व मंत्री मानपाल सिंह ने बताया कि सोमवार देर रात वे चुनाव निशान लेकर लौटे हैं और पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ेंगे और राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाएंगे।
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पूर्वमंत्री मानपाल सिंह को कासगंज विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया है। अभी पटियाली और अमांपुर के लिए प्रत्याशी की घोषणा नहीं की गई है- कुंवर देवेंद्र सिंह यादव, सपा जिलाध्यक्ष एवं पूर्व सांसद।
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