सार
आगरा में कोरोना संक्रमण के सक्रिय मरीज की संख्या 3700 के करीब पहुंच गई है। तीसरी लहर में तेज रफ्तार से संक्रमण बढ़ा है। 5 से 15 जनवरी तक जिले में 4,054 नए मरीज मिले हैं। अब तक 120 डॉक्टरों सहित 350 स्वास्थ्यकर्मी संक्रमित हो चुके हैं।
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आगरा में कोरोना वायरस की तीसरी लहर में संक्रमण ने पुराने सभी रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं। बीते 10 दिनों में 35 गुना नए संक्रमित बढ़े हैं। 5 से 15 जनवरी तक जिले में 4,054 नए मरीज मिले हैं, जबकि 26 दिसंबर से 4 जनवरी तक दस दिनों में 113 संक्रमित मिले थे। जिले में सक्रिय मरीजों का आंकड़ा साढ़े तीन हजार के पार हो गया है।
तीसरी लहर में संक्रमण की रोकथाम का रवैया भी लचर है। इस बार कन्टेन्मेंट जोन नहीं बनाए जा रहे। हॉटस्पॉट घोषित नहीं किए गए। संक्रमितों के संपर्क में आ रहे सभी लोगों की जांच भी नहीं हो रही। साथ ही फोकस व पूल सैंपलिंग भी इस बार बंद हो गई है। जिसका खामियाजा शहर में बढ़ते संक्रमण के रूप में नजर आ रहा है।
जिला प्रशासन के आंकड़ों के मुताबिक 26 दिसंबर को पांच सक्रिय मरीज थे। तब कोई नया मरीज नहीं मिल रहा था। 4 जनवरी को 23 नए मरीज मिलने से सक्रिय मरीज 113 हो गए। इस तरह दस दिनों में 113 नए मरीज मिले थे। जिसके बाद संक्रमण की रफ्तार तेज हो गई।
तेजी से बढ़े नए संक्रमित
पांच जनवरी को 64 नए मरीज मिले। सक्रिय मरीज 177 हो गए। प्रतिदिन मिल रहे संक्रमितों का आंकड़ा बढ़ता गया। 15 जनवरी को 660 नए संक्रमित मिलने से सक्रिय मरीजों का आंकड़ा 3,637 पहुंच गया। 5 से 15 जनवरी तक 4054 नए मरीज मिले हैं। इस तरह पिछले दस दिनों की तुलना में 35 गुना अधिक मरीज मिले हैं।
जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह का कहना है कि मरीजों की संख्या बढ़ना कोई चिंता की बात नहीं। संक्रमण की रोकथाम के लिए शासन की गाइडलाइन का पालन कराया जा रहा है। आईसीएमआर ने बहुत स्पष्ट गाइडलाइन जारी की हैं। उन्हीं के मुताबिक सर्विलांस, कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग व सैंपलिंग कराई जा रही है।
दस दिन में 11.2 फीसदी घटी स्वास्थ्य दर
एक तरफ संक्रमण बेकाबू है, दूसरी तरफ मरीज ठीक नहीं हो रहे। मरीजों के स्वस्थ होने की दर में रिकॉर्ड गिरावट आई है। प्रशासन की रिपोर्ट के मुताबिक 26 दिसंबर को स्वास्थ्य होने की दर 98.20 फीसदी थी, जो 4 जनवरी को 97.79 फीसदी हो गई। दस दिनों में 0.41 फीसदी घटी। 5 जनवरी को स्वास्थ्य दर 97.54 फीसदी थी जो 15 जनवरी को घटकर 86.34 फीसदी रह गई। इस तरह बीते दस दिनों में स्वस्थ होने की दर में 11.2 फीसदी की कमी आई है।
जांच में 1509 नमूनों की कमी
26 दिसंबर से 4 जनवरी तक दस दिन में 47,817 लोगों की कोरोना जांच की गई थी। जिनमें 113 संक्रमित मिले थे। जबकि 5 से 15 जनवरी तक 46,308 लोगों की जांच में 4,054 संक्रमित मिले हैं। इस तरह दस दिनों में कोरोना जांच में 1509 नमूनों की कमी आई है।
120 डॉक्टरों सहित साढ़े तीन सौ हुए स्वास्थ्यकर्मी संक्रमित
कोरोना वायरस की चपेट में मरीजों का इलाज करने वाले डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ भी आ रहे हैं। सरकारी और निजी चिकित्सकों समेत 120 डॉक्टरों समेत 350 से अधिक स्वास्थ्य कर्मचारी संक्रमित हो चुके हैं। इसमें एसएन मेडिकल कॉलेज के 55 जूनियर और सीनियर डॉक्टर शामिल हैं।
सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि तीसरी लहर के 15 दिनों में कोविड और नॉन कोविड मरीजों के इलाज कर रहे स्टाफ के संक्रमित होने के मामले अधिक आ रहे हैं। इसमें डॉक्टर, स्टाफ नर्स और अन्य स्वास्थ्य कर्मचारी शामिल हैं। राहत की बात है कि इनमें से करीब 60 फीसदी से अधिक चिकित्सीय स्टाफ ठीक होकर सेवाएं दे रहा है।
एसएन कॉलेज के 55 डॉक्टर हो चुके हैं संक्रमित
एसएन मेडिकल कॉलेज के 55 डॉक्टर कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने बताया कि तीसरी लहर में 15 वरिष्ठ चिकित्सक और 40 जूनियर डॉक्टर संक्रमित हो चुके हैं। स्टाफ की बात करें तो पैरामेडिकल स्टाफ और विभागीय कर्मचारियों समेत करीब 40 पॉजिटिव हो चुके हैं। इसमें नर्सिंग स्टाफ, कर्मचारी, फार्मासिस्ट और चतुर्थ श्रेणी स्टाफ शामिल है। इनमें से 30 डॉक्टर समेत 60 कर्मचारी ठीक हो चुके हैं, बाकी होम आइसोलेशन में हैं।
विस्तार
आगरा में कोरोना वायरस की तीसरी लहर में संक्रमण ने पुराने सभी रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं। बीते 10 दिनों में 35 गुना नए संक्रमित बढ़े हैं। 5 से 15 जनवरी तक जिले में 4,054 नए मरीज मिले हैं, जबकि 26 दिसंबर से 4 जनवरी तक दस दिनों में 113 संक्रमित मिले थे। जिले में सक्रिय मरीजों का आंकड़ा साढ़े तीन हजार के पार हो गया है।
तीसरी लहर में संक्रमण की रोकथाम का रवैया भी लचर है। इस बार कन्टेन्मेंट जोन नहीं बनाए जा रहे। हॉटस्पॉट घोषित नहीं किए गए। संक्रमितों के संपर्क में आ रहे सभी लोगों की जांच भी नहीं हो रही। साथ ही फोकस व पूल सैंपलिंग भी इस बार बंद हो गई है। जिसका खामियाजा शहर में बढ़ते संक्रमण के रूप में नजर आ रहा है।
जिला प्रशासन के आंकड़ों के मुताबिक 26 दिसंबर को पांच सक्रिय मरीज थे। तब कोई नया मरीज नहीं मिल रहा था। 4 जनवरी को 23 नए मरीज मिलने से सक्रिय मरीज 113 हो गए। इस तरह दस दिनों में 113 नए मरीज मिले थे। जिसके बाद संक्रमण की रफ्तार तेज हो गई।
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