अनुराग पाण्डेय/धीरेन्द्र सिंह, गोरखपुर
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले को जल्द ही एक और एक्सप्रेस-वे मिलेगा। करीब 500 किमी लंबा यह एक्सप्रेस वे गोरखपुर-सोनौली फोरलेन पर पीपीगंज से कैम्पियरगंज के बीच से शुरू होगा। यह एक्सप्रेस वे संतकबीरनगर, बस्ती, सिद्धार्थनगर समेत 20 से अधिक जिलों से होते हुए शामली तक जाएगा। यह पूरी तरह ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे होगा। यानी इसके लिए नए सिरे से जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) के लिए कंसलटेंट की नियुक्ति कर ली है।
बता दें कि गोरखपुर-शामली एक्सप्रेस-वे, पंजाब नार्थ ईस्ट कॉरिडोर का हिस्सा है। अंबाला से शामली तक करीब 110 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस-वे का निर्माण शुरू हो गया है। यह 2024 में पूरा हो जाएगा। वहीं गोरखपुर से सिलीगुड़ी तक एक्सप्रेस-वे की डीपीआर भी बन रही है।
एक्सप्रेस-वे के डीपीआर पर शुरू किया काम
गोरखपुर-शामली एक्सप्रेस-वे यहां से शुरू होने वाला तीसरा एक्सप्रेस-वे होगा। अभी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को जोड़ने वाले गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे का निर्माण चल रहा है। करीब 40 फीसदी काम पूरा हो गया है। वहीं गोरखपुर से सिलीगुड़ी तक 519 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस-वे की डीपीआर का काम तेजी से चल रहा है। इस बारे में परियोजना निदेशक सीएम द्विवेदी ने बताया कि गोरखपुर-शामली एक्सप्रेस-वे की डीपीआर को लेकर काम शुरू हो गया है। डीपीआर बनने के बाद लागत और रूट के बारे में सही जानकारी मिल जाएगी।
प्रदेश में सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे होगा गंगा एक्सप्रेस-वे
हाल में ही शाहजहांपुर में एक समारोह में सीएम योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के सबसे लंबे एक्सप्रेस-वे के बारे में बताया था। उन्होंने बताया कि 594 किलोमीटर लंबा गंगा एक्सप्रेस-वे संभवता: उत्तर प्रदेश का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे होगा। इसके निर्माण में 36,200 करोड़ रूपये खर्च होंगे। उन्होंने बताया था कि 26 नवंबर 2020 को इसके लिए मंजूरी दी गई थी। लोग इस पर 2024 में यात्रा कर सकेंगे।
राज्य में इस समय बन रहे छह एक्सप्रेस-वे
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताया था कि 1947 से 2017 तक राज्य में केवल एक एक्सप्रेस-वे बना था। इसके बाद बीजेपी सरकार में छह एक्सप्रेस-वे बन रहे हैं। बता दें कि बीजेपी सरकार उत्तर प्रदेश में सड़क कनेक्टिविटी को बेहतर करने पर काफी जोर दे रही है। प्रदेश सरकार इन एक्सप्रेस-वे को रोजगार और स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा देने के माध्यम के रूप में देख रही है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे का जल्द निर्माण भी उत्तर प्रदेश सरकार की प्राथमिकता में शामिल है।
एक्सप्रेस-वे का इस्तेमाल कर पीएम मोदी ने दिया बड़ा मैसेज
हाल में ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उत्तर प्रदेश को पहले खेल विश्वविद्यालय की सौगात देने के लिए मेरठ आए थे। उन्होंने प्रदेशवासियों को एक्सप्रेस-वे का महत्व समझाने के लिए अपना कार्यक्रम तक अचानक बदल दिया। दरअसल पीएम मोदी ने मेरठ आने के लिए हेलीकॉप्टर से आने के बजाए दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे का इस्तेमाल किया। इस एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास और पहले चरण का लोकार्पण पीएम मोदी ने ही किया था। उन्होंने इस दौरान कहा था कि पहले के मुकाबले अब दिल्ली से मेरठ आने में एक घंटे लगते हैं। उन्होंने रोड कनेक्टिविटी पर भी जोर दिया था।
एक्सप्रेसवे
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