आगरा में कोरोना संक्रमण तेजी से फैलने लगा है। सात महीने बाद 24 घंटे में रिकॉर्ड 28 नए संक्रमित मिले हैं। जिनमें आगरा किला घूमने आए पांच पर्यटक संक्रमित मिले हैं। कैंट रेलवे स्टेशन आए चार यात्रियों में वायरस की पुष्टि हुई है। बाकी 19 मरीज स्थानीय निवासी हैं। जिले में अब कोरोना के सक्रिय मरीज 57 हो गए हैं।
ताजनगरी में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन का खतरा बढ़ भी गया है। जिला प्रशासन की रिपोर्ट के मुताबिक रविवार को 4363 लोगों की जांच में 28 नए मरीज मिले है। आखिरी बार एक दिन में इतने अधिक मरीज 4 जून को मिले थे। तब 24 घंटे में 44 मरीज संक्रमित हुए थे। जिसके बार रविवार को 28 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है।
अगले 10 दिन में बढ़ सकते हैं मामले
जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह का कहना है कि तीसरी लहर की शुरुआत हो चुकी है। अगले दस दिनों में केस बढ़ने का अनुमान है। 45 रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) गठित कर दी गई हैं। संक्रमण नियंत्रण के लिए सभी विभागों के साथ बैठक की गई है। सभी विभाग प्रोटोकॉल का पालन करेंगे। आकस्मिक स्थिति में संक्रमण से निपटने के लिए तैयार रहेंगे। उन्होंने कहा लोगों से अपील है कि वह मास्क लगाकर रहें। बेवजह घर से बाहर न निकलें। बुजुर्ग, बच्चे और बीमार लोग घर पर ही रहें।
बाजारों में सोमवार से रैंडम सैंपलिंग
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि नए संक्रमण की रफ्तार तेज है। जितने मरीज पहले छह दिनों में मिले थे उतने रविवार को एक दिन में मिले हैं। 26 जनवरी तक संक्रमण को लेकर विशेष सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा बाजारों में रैंडम सैंपलिंग मंगलवार से शुरू हो सकती है। सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। होम आइसोलेशन में भर्ती मरीजों की निगरानी कंट्रोल रूम से फोन के जरिये की जा रही है।
भीड़ में घूम रहे संक्रमित
कोरोना संक्रमित मरीज बाजारों में घूम रहे हैं। उनमें कोई लक्षण नहीं है। जिसके कारण उन्हें खुद नहीं पता कि वह संक्रमित हैं। सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि कैंट क्षेत्र निवासी दो युवक शुक्रवार को संक्रमित मिले थे। उन्हें बाहर जाना था तब उन्होंने जांच कराई। तब उन्हें पता चला कि वह संक्रमित हैं। ऐसे में हो सकता है कि वह जांच से पहले सार्वजनिक स्थानों पर गए हों।
संक्रमितों की जीनोम सीक्वेसिंग
रविवार को मिले 28 संक्रमित मरीजों में ओमिक्रॉन की जांच के लिए उनके सैंपल सोमवार को जीनोम सीक्वेसिंग के लिए भेजे जाएंगे। सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव के मुताबिक अभी तक किसी मरीज में ओमिक्रॉन की पुष्टि नहीं हुई है। जांच के लिए जीनोम सीक्वेसिंग कराई जा रही है। संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों की भी जांच कराई जाएगी।
458 मरीज तोड़ चुके हैं दम
ताजनगरी में पहला कोरोना केस 2 मार्च 2020 को मिला था। खंदारी स्थित उद्यमी परिवार के पांच लोग संक्रमित हो गए थे। जिसके बाद से बीते 22 महीने में 458 संक्रमितों की शहर में मौत हो चुकी है। रविवार तक 22.05 लाख लोगों की जांच हो चुकी थी। 25833 मरीज मिल चुके हैं। जिनमें 25317 ठीक हो चुके हैं। संक्रमितों की मृत्यु दर 1.77 प्रतिशत है।
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