संदीप तिवारी, लखनऊ
उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव 2022 () में दमदारी से उतरने की तैयारी में लगी आम आदमी पार्टी (AAP) पूरी तरह से सक्रिय हो गई है। इसी के चलते आप लखनऊ के स्मृति उपवन में 2 जनवरी को ‘रोजगार गारंटी रैली’ का आयोजन करने के साथ ही यूपी में अपनी ताकत दिखाएगी। बुधवार को राज्यसभा सांसद एवं यूपी प्रभारी संजय सिंह (Sanjay Singh) ने ट्वीट करते हुए प्रशासन से इस रैली की अनुमति मिलने की जानकारी दी है। हालांकि, प्रशासन ने कोविड प्रोटोकॉल के तहत इसका आयोजन करने की अनुमति दी है।
स्मृति उपवन में होगी रैली
बता दें कि पार्टी संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल () प्रदेश के युवाओं को संबोधित करेंगे। वहीं, केजरीवाल के साथ पार्टी के अन्य बड़े नेता भी इस महारैली में शामिल होंगे। लखनऊ का स्मृति उपवन मैदान (Smriti Upvan) की क्षमता काफी है। यही वजह है कि बड़ी पार्टियां भी यहां पर रैली करने का साहस नहीं करती हैं, लेकिन प्रदेश की सभी 403 सीट पर प्रत्याशी उतारने की घोषणा करने वाली आम आदमी पार्टी 2 जनवरी को लखनऊ में रैली करके यूपी के राजनीतिक गलियारों में अपनी ताकत दिखाएगी।
एक लाख भीड़ आने की संभावना
आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता वैभव माहेश्वरी ने बताया कि लखनऊ में होने वाली पार्टी की रैली को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल संबोधित करेंगे। इसको रोजगार गारंटी रैली नाम दिया गया है। इस रैली में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल बताएंगे कि उत्तर प्रदेश में नौजवानों को कैसे रोजगार मिलेगा? उन्होंने बताया कि इस रैली में प्रदेश से करीब एक लाख की जानता आने की संभावना है। हालांकि, प्रशासन ने कोविड प्रोटोकॉल के तहत आयोजन करने की अनुमति दी है। इसलिए जो भी भारत सरकार की गाइडलाइंस है, उसके अनुसार ही रैली का आयोजन किया जाएगा।
सीएम केजरीवाल देंगे रोजगार गारंटी
उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवा बेरोजगारी से त्रस्त हैं। यहां बेरोजगारों को रोजगार के बजाय पुलिस की लाठियां मिलती हैं। बेरोजगारी से परेशान युवा आत्महत्या करने को मजबूर हैं। वैभव माहेश्वरी ने कहा कि प्रदेश में केजरीवाल की पहली गारंटी 300 यूनिट मुफ्त बिजली प्रदेश में अभियान के रूप में चल रहा है। इसे आम आदमी का भरपूर साथ मिल रहा है। लोग खुद आकर कार्यकर्ताओं से गारंटी फार्म मांग कर भर रहे हैं और गारंटी कार्ड ले रहे हैं। इसी तरह अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल रोजगार की गारंटी देने आ रहे हैं।
वहीं, उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Election 2022) की तैयारी शुरू हो चुकी है। 403 सीटों वाली 18वीं विधानसभा के लिए ये चुनाव फरवरी से अप्रैल के बीच हो सकते हैं। 17वीं विधानसभा का कार्यकाल (UP Assembly ) 15 मई तक है. 17वीं विधानसभा के लिए 403 सीटों पर चुनाव 11 फरवरी से 8 मार्च 2017 तक 7 चरणों में हुए थे। इनमें लगभग 61 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इनमें 63 प्रतिशत से ज्यादा महिलाएं थीं, जबकि पुरुषों का प्रतिशत करीब 60 फीसदी रहा। चुनाव में बीजेपी ने 312 सीटें जीतकर पहली बार यूपी विधानसभा (Uttar Pradesh Vidhansabha) में तीन चौथाई बहुमत हासिल किया।
वहीं, अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की अगुवाई में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और कांग्रेस (Congress) गठबंधन 54 सीटें जीत सका। इसके अलावा प्रदेश में कई बार मुख्यमंत्री रह चुकीं मायावती (Mayawati) की बीएसपी (Bahujan Samaj Party ) 19 सीटों पर सिमट गई। इस बार सीधा मुकाबला समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और भाजपा (Bhartiya Janata Party) के बीच है। भाजपा योगी आदित्यनाथ ( Yogi Adityanath) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के चेहरे को आगे कर चुनाव लड़ रही है।
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