उन्नाव रेलवे स्टेशन के पास आयोजित चाय पर चर्चा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। सभी ने एक स्वर में कहा कि योगी आदित्यनाथ को एक बार फिर से मौका दिया जाएगा। कुछ लोगों ने अपनी समस्याएं भी गिनाईं, लेकिन ये भी कहा कि उनके पास योगी के अलावा कोई विकल्प नहीं है। पढ़िए लोगों ने क्या-क्या कहा?
योगी पर जनता का भरोसा
राजन प्रसाद शुक्ला ने कहा कि उन्नाव में पहले के मुकाबले काफी विकास हुआ है। व्यापार में बढ़ोतरी हुई है। सबकुछ अच्छा हुआ है। आशीष त्रिपाठी ने कहा कि भाजपा के शासन में बहुत काम हुआ है। कुछ साल पहले यहां की सड़कें बहुत ज्यादा खराब थीं। अब ठीक हो गई हैं। योगी सरकार ने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का मानदेय बढ़ाया है। इसके अलावा विधवा पेंशन, दिव्यांग पेंशन भी दोगुना किया है।
विवेक वाजपेयी ने कहा कि बदलाव तो हुआ है, लेकिन व्यापारी परेशान हैं। अभी फिर से कोरोना के नाम पर कई तरह के प्रतिबंध आम लोगों और व्यापारियों पर लगाए जा रहे हैं। कोरोना केवल व्यापारियों और आम लोागें के लिए होता है क्या? अखिलेश यादव और अमित शाह जब रैली करते हैं तब कोरोना नहीं होता है क्या? विवेक ने कहा कि भाजपा का विकल्प केवल अखिलेश हैं। बदलाव होना चाहिए।
अमित आनंद ने कहा कि विकास एक सतत प्रक्रिया है। भाजपा की सरकार कम से कम विकास करने का जज्बा तो है। कुछ चीजें गड़बड़ हुईं हैं। अभी 26 को नेट का पेपर लीक हो गया। इसमें प्रशासनिक तंत्र फेल हुआ है। इसमें प्रशासन मिला जुला होता है। हालांकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ओवरऑल काम बहुत सराहनीय है। योगी को फिर से मौका मिलना चाहिए।
अभिषेक दीक्षित ने उदाहरण के जरिए भाजपा सरकार को समर्थन दिया। कहा कि सरकार को समय देने की जरूरत होती है। मैं अध्यापक हूं। जब मैं कोई पाठ पढ़ाता हूं और किसी बच्चे को वह समझ में नहीं आता है तो ये नहीं है कि शिक्षक को बदल दिया जाए। ऐसे समय शिक्षक अपने पढ़ाने के तरीके में बदलाव करता है। उसी तरह सरकार बदलने से कुछ नहीं होगा। सरकार को मौका दिया जाना चाहिए।
आंगनबाड़ी कार्यकत्री प्रार्थना निगम ने कहा कि हम लोगों का मानदेय नहीं बढ़ाया जा रहा है। हमसे काम बहुत लिया जा रहा है, लेकिन उस हिसाब से पैसा नहीं दिया जा रहा है। फिर भी सरकार के साथ हैं, क्योंकि कुछ काम अच्छे भी हुए हैं। हम घर में सब्जी बनाते हैं। कई बार सब्जी खराब भी बन जाती है और कई बार अच्छी भी होती है तो ऐसा थोड़े है कि सब्जी बनाना बंद कर देंगे।
शिक्षक नीरज कुमार तिवारी ने कहा कि मौजूदा सरकार में बहुत कुछ काम हुआ है और बहुत होना बाकी भी है। हर चुनाव में मुद्दे बदलते रहते हैं। पुरानी पेंशन नहीं दी जा रही है। हम इस सरकार को वोट तो देंगे लेकिन ये विधायक, सांसद हम लोगों की बात नहीं सुनते।
ममता द्विवेदी ने कहा कि इस सरकार में महिलाओं को बहुत सुरक्षा दी गई है। अब रात में भी महिलाएं निडर होकर निकल सकती हैं। आज तक किसी सरकार ने महिलाओं के लिए नहीं सोचा। ग्रामीण महिलाओं के लिए भी योगी सरकार में बहुत काम हुआ है।
चंदा वाजपेयी ने कहा कि योगी आदित्यनाथ ने अच्छा काम किया है। अखिलेश यादव भी कुछ विकास की योजनाएं लेकर आए थे, लेकिन वो सही तरीके से नहीं हुआ। रेलवे स्टेशन की सूरत बदल गई। सड़कें अच्छी हो गईं हैं। सीवर लाइन पड़ रही है।
बृजेश पांडेय ने कहा कि पहले इस सड़क पर बहुत गड्डे थे। अब पूरी तरह से बदल गया है। जब कोई बड़ा विकास होगा, तो थोड़ी दिक्कत होगी। अखिलेश राज में केवल गुंडागर्दी थी। उनकी सरकार में सजातीय भर्तियां होती थीं। केवल एक वर्ग के ही लोग भर्ती होते थे।
विनोद वाजपेयी ने कहा कि सपा सरकार में केवल यादव को ही हर आयोग में अध्यक्ष बनाया जाता था। फर्जी मार्कशीट लगाकर लोग शिक्षक बन गए। गुंडागर्दी हो गई।
सुशील मिश्रा ने कहा कि पहले बिजली के लिए हम लोग तड़पते थे। शाम को छह बज कट जाती थी। गर्मियों में हम लोग बहुत परेशान हुआ करते थे। पिछली सरकार में पांच साल केवल खंभे गढ़े रहे, मेरे गांव में तार नहीं खिंच पाई थी। अब गांव में भी स्थिति अच्छी हो गई है।
अरविंद सिन्हा ने कहा कि मौजूदा विधायक ने बहुत विकास कार्य किए हैं। पेयजल की सुविधा अच्छी हो गई है। जलनिकाली की व्यवस्था बेहतर हो गई है।
उन्नाव रेलवे स्टेशन के पास आयोजित चाय पर चर्चा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। सभी ने एक स्वर में कहा कि योगी आदित्यनाथ को एक बार फिर से मौका दिया जाएगा। कुछ लोगों ने अपनी समस्याएं भी गिनाईं, लेकिन ये भी कहा कि उनके पास योगी के अलावा कोई विकल्प नहीं है। पढ़िए लोगों ने क्या-क्या कहा?
योगी पर जनता का भरोसा
राजन प्रसाद शुक्ला ने कहा कि उन्नाव में पहले के मुकाबले काफी विकास हुआ है। व्यापार में बढ़ोतरी हुई है। सबकुछ अच्छा हुआ है। आशीष त्रिपाठी ने कहा कि भाजपा के शासन में बहुत काम हुआ है। कुछ साल पहले यहां की सड़कें बहुत ज्यादा खराब थीं। अब ठीक हो गई हैं। योगी सरकार ने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का मानदेय बढ़ाया है। इसके अलावा विधवा पेंशन, दिव्यांग पेंशन भी दोगुना किया है।
विवेक वाजपेयी ने कहा कि बदलाव तो हुआ है, लेकिन व्यापारी परेशान हैं। अभी फिर से कोरोना के नाम पर कई तरह के प्रतिबंध आम लोगों और व्यापारियों पर लगाए जा रहे हैं। कोरोना केवल व्यापारियों और आम लोागें के लिए होता है क्या? अखिलेश यादव और अमित शाह जब रैली करते हैं तब कोरोना नहीं होता है क्या? विवेक ने कहा कि भाजपा का विकल्प केवल अखिलेश हैं। बदलाव होना चाहिए।
अमित आनंद ने कहा कि विकास एक सतत प्रक्रिया है। भाजपा की सरकार कम से कम विकास करने का जज्बा तो है। कुछ चीजें गड़बड़ हुईं हैं। अभी 26 को नेट का पेपर लीक हो गया। इसमें प्रशासनिक तंत्र फेल हुआ है। इसमें प्रशासन मिला जुला होता है। हालांकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ओवरऑल काम बहुत सराहनीय है। योगी को फिर से मौका मिलना चाहिए।
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