आगरा के थाना जगदीशपुरा क्षेत्र के मारुति एन्क्लेव के रहने वाले बैटरी कारोबारी योगेश मिश्रा की पत्नी प्रतीची मिश्रा और पांच साल की बेटी काव्या के विसरा जांच के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला (फॉरेंसिक लैब) भेज दिए गए हैं। वहीं कारोबारी ने जिस गमछे से आत्महत्या की थी, उसे भी प्रयोगशाला भेजा गया है। पुलिस का कहना है कि इनकी जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उस आधार पर जांच आगे बढ़ाई जाएगी। वहीं सुसाइड नोट की हैंड राइटिंग मिलान के लिए परिवार के लोगों से पति-पत्नी की हस्त लेख मिलान का नमूना ले लिया गया है।
तीन दिसंबर को योगेश मिश्रा और उनकी पत्नी प्रतीची की लाश बंशी विहार स्थित फर्म के कार्यालय में मिली थी। वहीं पांच साल की बेटी काव्या घर में मृत मिली थी। योगेश फंदे पर लटके हुए थे, जबकि प्रतीची फर्श पर पड़ी थीं। एक सुसाइड नोट भी मिला था। इस पर योगेश और प्रतीची के हस्ताक्षर भी थे। मगर, इसमें आत्महत्या की कोई वजह नहीं लिखी थी।
पुलिस को मौके से सुसाइड नोट के साथ ही योगेश का मोबाइल, आधार कार्ड, गमछा और छोटी चप्पल मिली थीं। पुलिस ने सभी को कब्जे में लिया था। योगेश बैटरी और इनवर्टर कारोबारी थे।
सीओ लोहामंडी एएसपी सत्यनारायण ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में प्रतीची और काव्या की मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका था। उनका विसरा सुरक्षित रखा गया था। दोनों के विसरा जांच के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेज दिए गए हैं। वहीं योगेश का शव गमछे से बने फंदे पर लटका मिला था। आत्महत्या का मामला होने के कारण गमछा भी जांच के लिए भेजा गया है।
एएसपी सत्यनारायण का कहना है कि सुसाइड नोट किसने लिखा? यह पता किया जा रहा है। इस पर हस्ताक्षर दोनों के थे। सुसाइड नोट की हैंड राइटिंग मिलान के लिए प्रतीची और योगेश के पुराने हस्तलेख का नमूना लिया गया है। इसे फॉरेंसिक लैब भेजा जाएगा। इसके लिए पुलिस कार्रवाई कर रही है।
प्रतीची और योगेश ने आत्महत्या क्यों की? यह अब भी सवाल बना हुआ है। पुलिस का कहना है कि परिवार के लोगों से बात की जाएगी। ऐसी क्या वजह थी कि जो पति-पत्नी को आत्मघाती कदम उठाना पड़ा? यह पता किया जाएगा।
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