सुमित शर्मा, कानपुर
कुख्यात अपराधी विकास दुबे की पत्नी रिचा दुबे की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। रिचा दुबे के खिलाफ जमानतीय वारंट जारी किया गया है। रिचा दुबे फर्जी आईडी पर लिए गए सिम का इस्तेमाल कर रहीं थीं। पुलिस ने रिचा पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया था। अपने ऊपर लगे धोखाधड़ी केस के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी। सुप्रीम कोर्ट ने रिचा की याचिका को खारिज कर दिया था। इसके साथ ही सात दिनों में एंटी डकैती कोर्ट माती में समर्पण करने के आदेश दिए थे।
हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे ने बीते 2 जुलाई की रात अपने गुर्गों के साथ मिलकर आठ पुलिस कर्मियों की बेरहमी से हत्या कर दी थी। इसके जवाब में यूपी एसटीएफ ने विकास दुबे समेत 6 बदमाशों को मार गिराया था। इसके साथ ही बिकरू हत्याकांड से जुड़े 36 बदमाशों को जेल भेजा जा चुका है। पुलिस बिकरू हत्याकांड की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर चुकी है। बिकरू कांड के बाद एसआईटी की जांच में खुलासा हुआ था कि रिचा दुबे अपने नौकरी की मर्जी के खिलाफ उसकी आईडी पर सिम लेकर इस्तेमाल कर रहीं थीं।
सुप्रीम में याचिका खारिज
कानपुर के चौबेपुर थाने में रिचा दुबे पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया था। इस मामले की सुनवाई कानपुर देहात के एंटी डकैती कोर्ट माती में चल रही है। इस मामले के खिलाफ रिचा ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। हाईकोर्ट में याचिका खारिज होने के बाद सुप्रीम कोर्ट में अपील की गई थी। लेकिन बीते 30 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने रिचा की याचिका को खारिज कर दिया था।
सात दिनों में करना था समर्पण
सुप्रीम कोर्ट ने रिचा से 7 दिन में एंटी डकैती कोर्ट माती में समर्पण करने का आदेश दिया था। लेकिन रिचा ने तय समय सीमा तक कोर्ट में समर्पण नहीं किया। रिचा के खिलाफ जमानती वारंट जारी किया गया है। इस मामले की अगली तारीख 13 दिसंबर को मुकर्र की गई है।
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