मथुरा
दक्षिणपंथी संगठन द्वारा शाही ईदगाह मस्जिद के भीतर छह दिसंबर को लड्डूगोपाल का अभिषेक करने की घोषणा के बाद जनपद में माहौल कुछ तनावपूर्ण हो गया था, लेकिन कड़ी सुरक्षा व्यवस्था और प्रशासन की मुस्तैदी के बीच 6 दिसंबर को कहीं से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं आई। अयोध्या में बाबरी मस्जिद ढांचे के विध्वंस की 29वीं बरसी के दिन हिन्दू संगठन की धमकी के मद्देनजर जिले में सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी की गई थी।
गौरतलब है कि स्वयं को नेताजी सुभाष चंद्र बोस के भांजे की पौत्री बताने वाली अखिल भारत हिन्दू महासभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष राज्यश्री चौधरी ने पिछले महीने प्रेसवार्ता कर छह दिसंबर को श्रीकृष्ण जन्मभूमि परिसर में स्थित मुगल शासक औरंगजेब के शासन काल में बनाई गई शाही ईदगाह के अंदर भगवान लड्डूगोपाल का जलाभिषेक किए जाने की घोषणा से जनपद का माहौल तनावपूर्ण हो गया था। हालांकि संगठन ने बाद में अपने इस कार्यक्रम को वापस लेने की भी घोषणा कर दी थी।
जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने बताया, स्थिति को देखते हुए रामलीला मैदान में सभा करने की अनुमति भी जनपद में निषेधाज्ञा लागू किए जाने के बाद वापस ले ली गई और अन्य सभी संगठनों को चेतावनी दे दी गई कि यदि इसके बाद भी किसी संगठन ने बिना अनुमति कोई भी कार्यक्रम करने अथवा श्रीकृष्ण जन्मभूमि परिसर स्थित शाही ईदगाह क्षेत्र के प्रतिबंधित क्षेत्र में प्रवेश करने की कोशिश की तो कड़ी कार्रवाई होगी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. गौरव ग्रोवर ने बताया, शहर की शांति व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए सोमवार शाम तक पांच लोगों के खिलाफ सोशल मीडिया पर भ्रामक एवं भड़काऊ पोस्ट डालने एवं इतने ही लोगों के खिलाफ आज श्रीकृष्ण जन्मस्थान के मुख्य द्वार के समक्ष शांति भंग करने का प्रयास करने के मामले कार्रवाई की गई है।
इस पूरी गहमागहमी के बीच, श्रीकृष्ण जन्मस्थान के मुख्य द्वार के सामने ‘जय श्रीराम’ के नारे लगाकर शांति व्यवस्था भंग करने का प्रयास कर रहे पांच लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया।
एसपी सिटी मार्तंड प्रकाश सिंह ने बताया कि आज जब चार-पांच लोग श्रीकृष्ण जन्मस्थान के मुख्य द्वार पर दर्शन के लिए पहुंचे तो वे मंदिर परिसर में न जाकर मुख्य द्वार पर ही ‘जय श्रीराम, जय श्रीराम’ के नारे लगाने लगे। उन्होंने कहा कि उनकी इस गतिविधि से शहर में शांतिभंग होने की आशंका के मद्देनजर पांचों लोगों को तुरंत हिरासत में ले लिया गया और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी मध्य प्रदेश, हरियाणा और मथुरा के रहने वाले हें।
मथुरा में 6 दिसंबर को शांतिपूर्ण माहाैल रहा (File Photo)
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