हाइलाइट्समंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल ने दिया है मथुरा मुद्दे पर विवादित बयानमथुरा श्रीकृष्ण जन्मभूमि के पास सफेद इमारत पर साधा निशानालोहिया का नाम लेकर मंत्री ने मुस्लिम आक्रमणकारियों पर बोला हमलावसीम रिजवी के सनातन घर्म में लौटने को दी घर वापसी की संज्ञा नरेंद्र मिश्र, बलिया
उत्तर प्रदेश में जैसे-जैसे चुनाव निकट आ रहा है, सियासी बयानबाजी तेज हो गई है। धर्म और जाति का मुद्दा भी खूब जोर पकड़ रहा है। 6 दिसंबर यानी बाबरी विध्वंस की बरसी के मौके पर जिस प्रकार का माहौल बना, वह भी लोगों ने देखा है। मथुरा के मुद्दे को गरमाने को लेकर भाजपा के कई नेता लगातार बयान दे रहे हैं। इस क्रम में भाजपा के बलिया सदर विधायक और योगी आदित्यनाथ सरकार के मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल ने मथुरा और काशी के मुद्दे पर विवादित बयान दे दिया है।
मंत्री आनंद स्वरूप ने कहा कि मथुरा और काशी में मंदिरों के बीच सफेद इमारत हिंदुओं के सीने में शूल की तरह चुभते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे ही नहीं, हर हिन्दू को यह परेशान करता है। अयोध्या, मथुरा और काशी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि आक्रमणकारी मुसलमानों ने मंदिरों को तोड़कर मस्जिद का स्वरूप दिया। अयोध्या में जहां रामलला का जन्म हुआ था, उसे भी मस्जिद का स्वरूप दिया गया था। उसी तरह काशी विश्वनाथ मंदिर के पास भी एक सफेद दीवार है। वैसे ही मथुरा में भी श्रीकृष्ण जन्मस्थान के भव्य मंदिर परिसर में जो सफेद भवन है, वह हर हिंदू के सीने में शूल की तरह चुभता है।
हिंदुओं के लिए आनंद का दिन 6 दिसंबर
मंत्री यहीं नहीं रुके। उन्होंने 6 दिसंबर को लेकर भी विवादित बयान दिया। उन्होंने कहा कि 6 दिसंबर हम सभी हिंदुओं के लिए आनन्द का दिन है। कारसेवकों ने इस दिन रामलला के स्थान से कलंक को मिटा दिया था। मथुरा में भी या तो कोर्ट के सहयोग से या फिर आपसी समझौते से जगह को खाली कराना होगा। उन्होंने राम मनोहर लोहिया का जिक्र किया। लोहिया का नाम लेकर उन्होंने कहा कि लोहिया ने कहा था, भारत के मुसलमानों को मानना पड़ेगा कि भगवान राम और श्रीकृष्ण उनके पूर्वज थे। बाबर, औरंगजेब और अकबर आक्रमणकारी थे, उनके बनाए भवनों को अपने से ना जोड़ें।
हिंदू विरोधी है समाजवादी पार्टी
मंत्री ने समाजवादी पार्टी पर हिंदू विरोधी होने का आरोप लगाया। आनंद स्वरूप ने कहा कि निहत्थे कारसेवकों पर गोलियां चलाकर खुशी मनाने वाले मुलायम और अखिलेश हिन्दू विरोधी हैं। उनके सांसद हिंदुओं को धमकाने की कोशिश ना करें। वसीम रिजवी की घर वापसी पर राज्य मंत्री ने कहा कि वसीम रिजवी ने इस्लाम छोड़कर सनातन धर्म अपनाया है। यह घर वापसी हैं।
मंत्री ने कहा कि देश के लाखों मुसलमानों को वसीम रिजवी का अनुसरण करना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनका ये साहसिक कदम उन मौलानाओं और मौलवियों के लिए चुनौती है, जो तालिबानी सोच के साथ भारत को नुकसान पहुचाने की कोशिश कर रहे है।
मंत्री का विवादित बयान, मथुरा में मंदिरों के बीच सफेद इमारत शूल की तरह चुभते हैं
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