आगरा में खंदारी पर पुलिस चेकिंग में पकड़ी गई बाइक लापता हो गई। बाइक व्यापारी का कर्मचारी चला रहा था। उसके पास कागजात नहीं थे। पुलिसकर्मी ने रोककर सीज करने की बात कही। इसके बाद कर्मचारी को भगा दिया। आरोप है कि पुलिस लाइन में बाइक नहीं मिली। इस मामले में व्यापारी ने एसपी प्रोटोकॉल से शिकायत की। मामले में जांच के आदेश किए गए हैं।
एसएसपी दफ्तर में दिया प्रार्थनापत्र
संजय प्लेस निवासी लवी जैन इंटीरियर डेकोरेशन का कारोबार करते हैं। उन्होंने एसएसपी ऑफिस में दिए प्रार्थनापत्र में लिखा कि उनके भाई दीपक जैन के नाम पर पंजीकृत सीबीआर 150 बाइक लेकर 16 नवंबर को कर्मचारी नरेश खंदारी गया था। आरबीएस चौराहे पर यातायात पुलिसकर्मी ने बाइक रोक ली। कर्मचारी के पास बाइक के कागजात नहीं थे। इस पर बाइक को पुलिसकर्मी ने सीज करने की बात कही। सीज करने से संबंधित प्रपत्र मांगने पर पुलिसकर्मी ने कर्मचारी को जेल भेजने की धमकी दी। इस पर वो वापस आ गया। दूसरे दिन लवी जैन बाइक के कागजात लेकर पुलिस लाइन आए। काफी देखने पर भी बाइक नजर नहीं आई। बाइक की सीज रजिस्टर में भी एंट्री नहीं थी। इस पर वो थाना हरीपर्वत और थाना लोहामंडी आए लेकिन बाइक नहीं मिली।
एसपी प्रोटोकॉल को दी शिकायत
27 नवंबर को वो फिर कर्मचारी को लेकर पुलिस लाइन आए। कर्मचारी ने बाइक पकड़ने वाले पुलिसकर्मी को पहचान लिया। उन्होंने पूछने पर बताया कि बाइक को थाना ताजगंज में लावारिस में खड़ा करा दिया है। इस पर लवी जैन ने थाना ताजगंज पहुंचकर जानकारी की। मगर, वहां की पुलिस ने भी मना कर दिया। पीड़ित ने प्रार्थनापत्र में उचित कार्रवाई कर बाइक वापस दिलाने की मांग की है। एसपी प्रोटोकॉल शिवराम यादव का कहना है कि मामले में यातायात निरीक्षक को जांच के आदेश किए हैं।
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आगरा में खंदारी पर पुलिस चेकिंग में पकड़ी गई बाइक लापता हो गई। बाइक व्यापारी का कर्मचारी चला रहा था। उसके पास कागजात नहीं थे। पुलिसकर्मी ने रोककर सीज करने की बात कही। इसके बाद कर्मचारी को भगा दिया। आरोप है कि पुलिस लाइन में बाइक नहीं मिली। इस मामले में व्यापारी ने एसपी प्रोटोकॉल से शिकायत की। मामले में जांच के आदेश किए गए हैं।
एसएसपी दफ्तर में दिया प्रार्थनापत्र
संजय प्लेस निवासी लवी जैन इंटीरियर डेकोरेशन का कारोबार करते हैं। उन्होंने एसएसपी ऑफिस में दिए प्रार्थनापत्र में लिखा कि उनके भाई दीपक जैन के नाम पर पंजीकृत सीबीआर 150 बाइक लेकर 16 नवंबर को कर्मचारी नरेश खंदारी गया था। आरबीएस चौराहे पर यातायात पुलिसकर्मी ने बाइक रोक ली। कर्मचारी के पास बाइक के कागजात नहीं थे। इस पर बाइक को पुलिसकर्मी ने सीज करने की बात कही। सीज करने से संबंधित प्रपत्र मांगने पर पुलिसकर्मी ने कर्मचारी को जेल भेजने की धमकी दी। इस पर वो वापस आ गया। दूसरे दिन लवी जैन बाइक के कागजात लेकर पुलिस लाइन आए। काफी देखने पर भी बाइक नजर नहीं आई। बाइक की सीज रजिस्टर में भी एंट्री नहीं थी। इस पर वो थाना हरीपर्वत और थाना लोहामंडी आए लेकिन बाइक नहीं मिली।
27 नवंबर को वो फिर कर्मचारी को लेकर पुलिस लाइन आए। कर्मचारी ने बाइक पकड़ने वाले पुलिसकर्मी को पहचान लिया। उन्होंने पूछने पर बताया कि बाइक को थाना ताजगंज में लावारिस में खड़ा करा दिया है। इस पर लवी जैन ने थाना ताजगंज पहुंचकर जानकारी की। मगर, वहां की पुलिस ने भी मना कर दिया। पीड़ित ने प्रार्थनापत्र में उचित कार्रवाई कर बाइक वापस दिलाने की मांग की है। एसपी प्रोटोकॉल शिवराम यादव का कहना है कि मामले में यातायात निरीक्षक को जांच के आदेश किए हैं।
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