नीट पीजी की काउंसलिंग कराने की मांग के संबंध में आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन जारी है। जूनियर डॉक्टर सोमवार को भी ओपीडी में सेवाएं नहीं देंगे। ओपीडी में पहुंचने वाले सभी मरीजों को डॉक्टर, सीनियर रेजीडेंट व कंसलटेंट ही संभालेंगे।
मेडिकल कॉलेज की ओपीडी में दिखाने के लिए सर्वाधिक मरीज सोमवार को ही पहुंचते हैं। इनकी संख्या 1500 से अधिक होती है। इतने मरीजों को देखा पाना और उन्हें परामर्श देना चुनौतीपूर्ण होगा। ओपीडी में इस कार्य में जूनियर डॉक्टर सहयोग करते हैं। शनिवार को ओपीडी में महज 1010 मरीज ही पहुंचे थे, फिर भी समस्याएं हुईं। मरीजों को ओपीडी में दिखाने के लिए अपेक्षाकृत देर तक इंतजार करना पड़ा।
संख्या पर्याप्त, प्रबंधन हो जाएगा
एसएन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने कहा कि ओपीडी में सभी डाक्टर, सीनियर रेजिडेंट व कंसलटेंट मरीजों को देखने के लिए उपलब्ध रहेंगे। इनकी संख्या पर्याप्त है। प्रबंधन कर लिया जाएगा। कोशिश होगी कि मरीजों को परेशान न होना पड़े।
ओपीडी के बाहर ही बैठेंगे, कार्य बहिष्कार जारी रहेगा
फेडरेशन ऑफ रेजीडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष अनुराग मोहन ने कहा कि विरोध-प्रदर्शन का दायरा बढ़ाया नहीं जाएगा। ओपीडी का ही कार्य बहिष्कार जारी रहेगा। जूनियर डॉक्टर के साथ इंटर्न भी कार्य बहिष्कार करेंगे। सरकार इस दिशा में प्रयास कर रही है। इसलिए इमरजेंसी और वार्ड में भर्ती मरीजों को सेवाएं दी जाएंगी।
जूनियर डॉक्टरों ने कैंडल मार्च निकाला
एसएन मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टरों ने नीट पीजी 2021 की काउंसलिंग कराने की मांग के संबंध में रविवार शाम को कॉलेज परिसर में कैंडल मार्च निकाला। कहा कि डाक्टरों की कमी को देखते हुए काउंसलिंग जल्द से जल्द कराने का निर्णय लिया जाना चाहिए। जिससे मरीजों को असुविधा न हो।
कैंडल मार्च की शुरूआत मेडिकल कॉलेज के नेत्र रोग विभाग के साथ हुई। इमरजेंसी के बाहर पहुंचकर जूनियर डॉक्टरों ने शांतिपूर्वक प्रदर्शन किया। कैंडल मार्च में फेडरेशन ऑफ रेजीडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. अनुराग मोहन, उपाध्यक्ष डॉ. अनुपम सिंह यादव, डॉ. मयंक जैन, डॉ. आशीष सक्सेना, डॉ. सुधीर सिंह, डॉ. मृणाल, डॉ. राहुल, डॉ. शिखा, डॉ. सुधार, डॉ. रौमिला आदि शामिल रहे।
नीट पीजी की काउंसलिंग कराने की मांग के संबंध में आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन जारी है। जूनियर डॉक्टर सोमवार को भी ओपीडी में सेवाएं नहीं देंगे। ओपीडी में पहुंचने वाले सभी मरीजों को डॉक्टर, सीनियर रेजीडेंट व कंसलटेंट ही संभालेंगे।
मेडिकल कॉलेज की ओपीडी में दिखाने के लिए सर्वाधिक मरीज सोमवार को ही पहुंचते हैं। इनकी संख्या 1500 से अधिक होती है। इतने मरीजों को देखा पाना और उन्हें परामर्श देना चुनौतीपूर्ण होगा। ओपीडी में इस कार्य में जूनियर डॉक्टर सहयोग करते हैं। शनिवार को ओपीडी में महज 1010 मरीज ही पहुंचे थे, फिर भी समस्याएं हुईं। मरीजों को ओपीडी में दिखाने के लिए अपेक्षाकृत देर तक इंतजार करना पड़ा।
एसएन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने कहा कि ओपीडी में सभी डाक्टर, सीनियर रेजिडेंट व कंसलटेंट मरीजों को देखने के लिए उपलब्ध रहेंगे। इनकी संख्या पर्याप्त है। प्रबंधन कर लिया जाएगा। कोशिश होगी कि मरीजों को परेशान न होना पड़े।
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