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UP Election 2022: आज ताज की नगरी आगरा में होगा सत्ता का संग्राम, चुनावी मुद्दों पर होगी चर्चा, सवालों के घेरे में होंगे नेता

राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली से 206 किलोमीटर दूर ताज की नगरी आगरा पर्यटन के लिहाज के विश्व प्रसिद्ध है। अपनी कई मुगलकालीन इमारतों के कारण भी यह शहर काफी फेमस है। खासकर ताजमहल, आगरा किला और फतेहपुर सीकरी के लिए, ये सभी यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल में शामिल हैं। दुनिया के कोने कोने से यहां लोग ताजमहल का दीदार करने आते हैं। दिल्ली और जयपुर के साथ आगरा गोल्डन ट्राइंगल टूरिस्ट सर्किट में भी शामिल है।

यमुना नदी के तट पर स्थित यह शहर सांस्कृतिक रूप से ब्रज क्षेत्र में स्थित है। भारत की स्वतंत्रता के बाद से ही आगरा उत्तर प्रदेश का हिस्सा रहा है और धीरे-धीरे एक औद्योगिक नगरी के रूप में विकसित हुआ, जिसने उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। यह शहर अब एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है और दुनिया भर से पर्यटकों की मेजबानी करता है।

ताजमहल और अन्य ऐतिहासिक स्मारकों के चलते आगरा में एक समृद्ध पर्यटन उद्योग है। इसके अतिरिक्त यहां पर्चिनकारी, संगमरमर की जड़ों और कालीन संबंधित उद्योग भी हैं।आगरा अपनी मिठाइयों (पेठा और गजक) और स्नैक्स (दालमोठ), कपड़ा निर्माताओं और निर्यातकों और ऑटोमोबाइल उद्योग के लिए जाना जाता है। मुगल सम्राट बाबर द्वारा नगर के कालीन उद्योग की नींव रखी गई थी और तब से यह कला फल-फूल रही है। 2017 विधानसभा चुनाव के दौरान सभी नौ सीटों पर भाजपा ने परचम लहराया था।

अब अगले साल यहां फिर से चुनाव होने हैं। ऐसे में इस बार आम लोगों के लिए चुनाव में क्या मुद्दे होंगे? युवा, महिलाएं और यहां की आम जनता मौजूदा सरकार के बारे में क्या सोचती है? क्या इन साढ़े चार साल में आगरा का विकास हो पाया या नहीं? राजनीतिक दलों के नेताओं का क्या मानना है? वह किन मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएंगे? ऐसे तमाम सवालों का जवाब जानने के लिए चुनावी रथ ‘सत्ता का संग्राम’ शनिवार को आगरा में होगा।

आप भी  इस मंच से जुड़ सकते हैं। इसके जरिए आप अपने क्षेत्र, शहर, राज्य और देश के हर मुद्दों को उठा पाएंगे। आप बता पाएंगे कि आने वाले चुनाव में नेताओं और राजनीतिक दलों से आपको क्या उम्मीदें हैं? किन मसलों को लेकर आप वोट करेंगे और नेताओं से आप क्या चाहते हैं?

अब तक इन जिलों में हुआ कार्यक्रम
अब तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में ‘यह कार्यक्रम हो चुका है। गाजियाबाद से शुरू हुआ ‘सत्ता का संग्राम’ मुरादाबाद, रामपुर, अमरोहा, बरेली, बदायूं, पीलीभीत, शाहजहांपुर, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, फर्रुखाबाद, कन्नौज, इटावा, मैनपुरी, एटा होते हुए फिरोजाबाद पहुंचा। अब अगला पड़ाव आगरा है।

‘सत्ता का संग्राम’ में क्या होगा खास?
चुनावी रथ ‘सत्ता का संग्राम’ के तहत  हर वर्ग के मतदाताओं तक पहुंचेगा। चाय पर चर्चा के साथ-साथ महिलाओं-युवाओं से संवाद होगा और राजनीतिक हस्तियों से सीधे सवाल पूछे जाएंगे। आपको एक मंच दे रहा है, जहां आप बातों को रख सकेंगे, ताकि जब राजनीतिक हस्तियां चुनावी रैलियां करने आएं तो उन्हें आपसे जुड़े जमीनी मुद्दे भी याद रहें।

विशेष प्रोत्साहन की व्यवस्था
‘सत्ता का संग्राम’ से जुड़े कार्यक्रमों में जमीनी स्तर पर हिस्सा लेने वाले दर्शकों और श्रोताओं के लिए विशेष प्रोत्साहन की भी व्यवस्था की गई है।