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UP election 2022: कृषि कानून वापसी के बाद पश्चिमी यूपी में जेवर से ‘उड़ान’ भरेगी बीजेपी, पर चुनौतियां भी कम नहीं

नोएडा
कृषि कानूनों की वापसी के ऐलान के बाद बीजेपी ने पश्चिम यूपी में किसानों को साधने के प्रयास तेज कर दिए हैं। 25 नवंबर को ग्रेटर नोएडा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जेवर एयरपोर्ट का शिलान्यास कर चुनावी अभियान शुरू करेंगे। कृषि कानून की वापसी के बाद यूपी में आधारशिला का यह पहला सार्वजनिक कार्यक्रम होगा जिसमें पीएम मोदी शामिल होंगे।

इस क्षेत्र में किसानों का दबदबा है और यहां के किसानों ने कृषि कानूनों के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया था। दूसरी ओर मिहिर भोज की प्रतिमा के अनावरण के बाद से गुर्जर समाज भी बीजेपी से नाराज चल रहा है। ऐसे में जेवर एयरपोर्ट के जरिए पश्चिम यूपी में विकास की राजनीति आगे ले जाने की राह देख रही बीजेपी के पास चुनौतियां कम नहीं हैं।

जेवर एयरपोर्ट के बारे में
सबसे पहले बात जेवर एयरपोर्ट की, तो इसके लिए योगी सरकार ने 5,845 हेक्टेयर की जमीन दे रखी है और इसे ज्यूरिख इंटरनैशनल एयरपोर्ट एजी की ओर से करीब 29,560 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा। स्विस एयरपोर्ट कंपनी ने नवंबर 2019 में बोली जीती थी जिसके बाद एक रियायती समझौते पर हस्ताक्षर हुए थे। जुलाई में निर्माण के लिए मंजूरी देते हुए हवाई अड्डे के भूमि पट्टे पर 90 सालों के लिए हस्ताक्षर किए गए।

यूपी का पांचवा इंटरनैशनल एयरपोर्ट होगा
यह यूपी का पांचवा इंटरनैशनल एयरपोर्ट होगा जिसका संचालन 2024 से शुरू होने की संभावना है। इंटरनैशनल एयरपोर्ट का निर्माण पूरा होने के बाद यह देश का सबसे बड़ा हवाई अड्डा और दुनिया का चौथा सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा। इस हवाई अड्डे के पहले चरण में सालाना 1.2 करोड़ यात्रियों की सेवा करने की क्षमता होगी और इसे 36 महीनों में पूरा किया जाना है।

पीएम के कार्यक्रम की क्या है तैयारी?
25 नवंबर को होने वाले भूमि पूजन के लिए खास तैयारी चल रही हैं। इसके लिए 12 लाख स्क्वायर फीट का टेंट बनाया गया है। यहीं पर पीएम मोदी एक विशाल रैली संबोधित करेंगे। बीजेपी का दावा है कि यह पश्चिम यूपी की सबसे बड़ी रैली होने जा रही है जिसमें ढाई लाख से अधिक लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। 12 लाख स्क्वायर फीट टेंट के अलावा 12 फीट ऊंचा स्टेज भी तैयार किया जाएघा। स्टेज पर कई एलईडी स्क्रीन लगाई जाएंगी जिसमें जेवर एयरपोर्ट के 3 डी वीडियो चलाए जाएंगे। इसके अलावा पीएम मोदी के लिए लाउंज, हैलीपेड वगैरह भी तैयार रखे जाएंगे।

सुरक्षा व्यवस्था के क्या हैं इंतजाम?
जेवर एयरपोर्ट शिलान्यास को ऐतिहासिक बनाने में अधिकारी व बीजेपी नेता कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। तैयारियां लगभग 80 प्रतिशत पूरी हो चुकी हैं। 5 किमी सर्किल क्षेत्र तक सुरक्षा की व्यवस्था की जाएगी। पीएम मोदी और योगी की सभा व शिलान्यास कार्यक्रम के लिए पुलिस विभाग द्वारा त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किए जा रहे हैं। सभा स्थल के सबसे क्लोज पुलिस की स्पेशल टीम होगी। वहीं सिविल में भी पुलिस नजर रखेगी और पीएसी सीएपीएफ भी तैनात होगी। सुरक्षा व्यवस्था में करीब 4 हजार पुलिस कर्मी लगेंगे।

नाराज गुर्जरों से बीजेपी को चुनौती
जेवर क्षेत्र के सामाजिक पहलू पर बात करें तो यहां जाटों के अलावा गुर्जर, मुस्लिम और दलित वोटरों की संख्या भी अधिक है। गुर्जर समुदाय दादरी में राजा मिहिर भोज की प्रतिमा के अनावरण के बाद से ही बीजेपी से नाराज चल रहा है। दरअसल सीएम योदी ने दादरी कॉलेज में 9वीं शताब्दी के शासक सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण किया था। प्रतिमा से गुर्जर शब्द हटाए जाने पर इस समुदाय ने आपत्ति जताई थी।

दरअसल गुर्जर समाज का आरोप है कि मिहिर भोज गुर्जर राजा थे लेकिन बीजेपी उन्हें राजपूत राजा के तौर पर पेश कर रही है। राष्ट्रीय युवा गुर्जर स्वाभिमान समिति ने सीएम योगी आदित्यनाथ ने समुदाय के अपमान के लिए सार्वजनिक रूप से माफी की मांग की है। संगठन का कहना है कि अगर माफी नहीं मांगी गई तो पीएम मोदी के कार्यक्रम में काले झंडे दिखाए जाएंगे।

नरेंद्र भाटी के जरिए बिरादरी को साधने की कोशिश
नोएडा में गुर्जरों की करीब 5 लाख आबादी बताई जाती है। इन्हें पश्चिम यूपी में बीजेपी का पारंपरिक वोटर भी माना जाता है। पिछले दिनों इसी क्षेत्र के कद्दावर नेता नरेंद्र भाटी ने सपा छोड़कर बीजेपी का दामन थामा है। कयास लगाए जा रहे हैं कि कि उनके जरिए बीजेपी गुर्जर बिरादरी को साधन की कोशिश करेगी।