मेरठ आज एक ऐतिहासिक समारोह का साक्षी बनेगा। सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित यह देश का पहला ऐसा समारोह है, जिसमें देश के 17 पैरालंपिक विजेताओं के साथ पूरे प्रदेश के दो हजार से अधिक दिव्यांग खिलाड़ी शामिल हो रहे हैं। वहीं समारोह में शामिल होने पहुंचे केंद्रीय खेल मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का टोक्यो पैरालंपिक में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित करने का फैसला सराहनीय है। राज्य में खेलों को बढ़ावा देने पर मेरी राज्य के खेल मंत्री और सीएम से चर्चा हुई। मुझे विश्वास है कि यूपी भविष्य में देश को और खिलाड़ी देगा।
सीएम योगी को साढ़े ग्यारह बजे मेरठ पहुंचना था लेकिन उनके कार्यक्रम में थोड़ा विलंब हुआ। सीएम योगी आदित्यनाथ गाजियाबाद से वाया सड़क मार्ग मेरठ पहुंचे। वहीं भाजपा के जनप्रतिनिधि समारोह स्थल पर सुबह ही पहुंच गए। वहीं सीएम की सुरक्षा के मद्देनजर शहर भर में कड़ी सुरक्ष व्यवस्था के इंतजाम किए गए हैं। कृषि विश्वविद्यालय पहुंचकर सीएम योगी ने सबसे पहले खेल उत्पाद प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंच पर पहुंचे।
खेल उत्पादों से होती है मेरठ की पहचान : योगी आदित्यनाथ
सीएम योगी ने कहा कि 1857 की क्रांति का बिगुल फूंकने वाली क्रांति धरती को नमन करता हूं। कोरोना महामारी के बावजूद मोदी के प्रोत्साहन से केंद्रीय खेल अनुराग ठाकुर के नेतृत्व में जो कार्य/प्रदर्शन किया है वह अब तक का बेहतरीन प्रदर्शन है। हमारा सभी का दायित्व बनता है कि हम इनका सम्मान करें। मेरठ की बात खेल उत्पाद से होती है और जाना भी जाता है। हमारी सरकार ने 2018 में एक जनपद एक उत्पाद की योजना शुरू की। इसके माध्यम से निवेश का माहौल बन सके। कई प्रकार के शोध करने के बाद खेल उत्पाद में चयन किया। अब जल्द खेल विवि का निर्माण शुरू होने जा रहा है। मेरठ में खेल विवि हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के नाम से जानी जाएगी।
मेरठ में खेल उत्पाद की दुनिया के अंदर डिमांड है। पहले कमी दिखाई देती थी लेकिन हमारी सरकार ने इसे आगे बढ़ाया है। हमारे प्रधानमंत्री ने खिलाड़ियों की उत्साह को महसूस किया। हर स्थान से लोग सांसद खेल प्रतियोगिता कराना चाहते है। इसके लिए लोग आगे आ रहे हैं।
गौतमबुद्धनगर जिलाधिकारी सुहास एल. वाई ने कोरोना के समय तैनाती दी थी। उन्होंने टीम मैनेजमेंट का परिचय करते हुए शानदार कार्य किया। इसके साथ ही उन्होंने बैडमिंटन खेल में परचम लहरा दिया। वही,उत्तर प्रदेश सरकार ने पांच वेतन वृद्धि की घोषणा की है। हमने ये भी तय किया है जो कोच ओलंपिक, पैरालंपिक में गए थे उन्हें भी 10-10 लाख रुपये दिए जाएंगे। केंद्र और राज्य सरकार ने प्रदेश में 71 स्टेडियम बनाये है। 16 खेलो के लिए 19 जनपदों में 44 छात्रावास संचालित है। अर्जुन , ध्यानचंद, पुरस्कार से सम्मानित खिलाड़ियों को 20 हज़ार रुपये वित्तीय मासिक सहायता दी जा रही है।
पहले योगी ने भय मुक्त शासन दिया, अब मेरठ आगे बढ़ने के लिए तैयार : केंद्रीय युवा एवं खेल मंत्री अनुराग ठाकुर
मंच से बोलेते हुए केंद्रीय युवा एवं खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, दिव्यांग खिलाड़ियों ने हजारों किलोमीटर दूर जाकर भारत का मान-सम्मान बढ़ाया। मेरठ खेलों का सामान बनाने के लिए जाना जाता है। सात खिलाड़ी उत्तर प्रदेश के पश्चिम इलाके से हैं। खेल विवि की घोषणा मेरठ में करके सराहनीय कार्य किया है। पहले भय का वातावरण था, लेकिन योगी ने सब खत्म कर दिया। जब भय का वातावरण खत्म होता है। सब काम शुरू हो जाता है। यहां खेल उत्पाद प्रदर्शनी में सभी कंपनियों के उत्पाद लगे हैं। ये आत्मनिर्भर भारत है। मेरठ आगे जाने के लिए तैयार है। इसके लिए मेरठ तैयार हुआ है। कोविड-19 के समय भी अभ्यास भी करते रहे और मेडल जीतकर आए। जब भारत के सितारे मेरठ की धरती पर आए हैं उनके लिए ताली बजनी चाहिए।
कहा कि सांसद खेल स्पर्धा में भाग लेकर मंच पर मेडल देने का कार्य किया जाएगा। पूर्व मुख्यमंत्री खेलो को रोकते थे। हम खेलों को आगे बढ़ाने वाले हैं। मेरठ में जब खेल विवि बनेगा तो उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों के लिए सुविधा दी जाएगी। खेल विवि देश के लिए वरदान साबित होगा। कोविड-19 के समय भी सरकार ने खिलाड़ियों ने सुविधा दी। पिछली बार 19 खिलाड़ी गए पैरालंपिक में इस बार 19 मेडल आ गए। अभी तक पैरालंपिक में सिर्फ 12 मेडल आए थे। हमारा रैंक भी 24वां आया। मुख्यमंत्री योगी ने कोविड में भी माइक्रो कंटेन्मेंट जोन बनाकर जनता को वायरस से बचाया। उत्तर प्रदेश ऐसा प्रदेश है, जो देश को दिशा दे सकता है। आने वाले पैरालंपिक में उत्तर प्रदेश के ही खिलाड़ी होंगे ऐसा मेरा विश्वास है।
उत्तर प्रदेश में कभी खिलाड़ियों का सम्मान नही हुआ : संजीव बालियान
समारोह स्थल के मंच से बोलते हुए भाजपा के केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कभी खिलाड़ियों का सम्मान नही हुआ। आज दूसरे प्रदेशों के खिलाड़ियों का सम्मान किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश भी आगे खेलो में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि सलावा गांव में खेल विवि देने की घोषणा की गई है। बहुत जल्द इस पर कार्य शुरू होगा। कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश हरियाणा की टक्कर देगा।
खिलाड़ियों को सम्मानित करने का सराहनीय कदम : केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र सिंह
सामाजिक न्याय आधिकारिता केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र सिंह ने कहा कि योगी आदित्यनाथ का खिलाड़ियों को सम्मानित करने का सराहनीय कदम है। ये कार्य हमेशा के लिए इंगित रहेगा। हमारे देशभर के दिव्यांग खिलाड़ियों के मन मे आत्मविश्वास बढ़ा है। हमने ट्रेनिंग की सुविधा बढ़ाई। पिछली बार चार मेडल आये। इस बार 19 पैरालंपिक मेडल आये। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खिलाड़ियों पर विशेष ध्यान दिया है। उत्तर प्रदेश में नए स्टेडियम का निर्माण हो रहा है। ग्वालियर में दिव्यांगों के लिए स्टेडियम बनाया जा रहा है। वहां दिव्यांगों के लिए अलग-अलग कोर्ट होंगे, विदेशी कोच होंगे। 2014-21 तक 20 लाख दिव्यांगों को सहायक उपकरण वितरित किये गए।
इससे पहले बुधवार को खेल नगरी मेरठ की जमीं पर पैरालंपिक के सितारों ने कदम रखा तो उनके चेहरे खिल उठे। शहर में जगह जगह होर्डिंग पर अपनी तस्वीरें देख बोल पड़े कि मेरठ ने दिल जीत लिया। आज इन सितारों का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सम्मान करने मेरठ पहुंचे हैं। इस खास समारोह के लिए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर भी मेरठ में ही मौजूद हैं। वहीं सम्मान समारोह से पहले सभी खिलाड़ी बसों में सवार होकर कृषि विश्वविद्यालय पहुंच गए जहां यह समारोह आयोजित किया जा रहा है।
मेरठ आज एक ऐतिहासिक समारोह का साक्षी बनेगा। सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित यह देश का पहला ऐसा समारोह है, जिसमें देश के 17 पैरालंपिक विजेताओं के साथ पूरे प्रदेश के दो हजार से अधिक दिव्यांग खिलाड़ी शामिल हो रहे हैं। वहीं समारोह में शामिल होने पहुंचे केंद्रीय खेल मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का टोक्यो पैरालंपिक में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित करने का फैसला सराहनीय है। राज्य में खेलों को बढ़ावा देने पर मेरी राज्य के खेल मंत्री और सीएम से चर्चा हुई। मुझे विश्वास है कि यूपी भविष्य में देश को और खिलाड़ी देगा।
सीएम योगी को साढ़े ग्यारह बजे मेरठ पहुंचना था लेकिन उनके कार्यक्रम में थोड़ा विलंब हुआ। सीएम योगी आदित्यनाथ गाजियाबाद से वाया सड़क मार्ग मेरठ पहुंचे। वहीं भाजपा के जनप्रतिनिधि समारोह स्थल पर सुबह ही पहुंच गए। वहीं सीएम की सुरक्षा के मद्देनजर शहर भर में कड़ी सुरक्ष व्यवस्था के इंतजाम किए गए हैं। कृषि विश्वविद्यालय पहुंचकर सीएम योगी ने सबसे पहले खेल उत्पाद प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंच पर पहुंचे।
खेल उत्पादों से होती है मेरठ की पहचान : योगी आदित्यनाथ
सीएम योगी ने कहा कि 1857 की क्रांति का बिगुल फूंकने वाली क्रांति धरती को नमन करता हूं। कोरोना महामारी के बावजूद मोदी के प्रोत्साहन से केंद्रीय खेल अनुराग ठाकुर के नेतृत्व में जो कार्य/प्रदर्शन किया है वह अब तक का बेहतरीन प्रदर्शन है। हमारा सभी का दायित्व बनता है कि हम इनका सम्मान करें। मेरठ की बात खेल उत्पाद से होती है और जाना भी जाता है। हमारी सरकार ने 2018 में एक जनपद एक उत्पाद की योजना शुरू की। इसके माध्यम से निवेश का माहौल बन सके। कई प्रकार के शोध करने के बाद खेल उत्पाद में चयन किया। अब जल्द खेल विवि का निर्माण शुरू होने जा रहा है। मेरठ में खेल विवि हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के नाम से जानी जाएगी।
मेरठ में खेल उत्पाद की दुनिया के अंदर डिमांड है। पहले कमी दिखाई देती थी लेकिन हमारी सरकार ने इसे आगे बढ़ाया है। हमारे प्रधानमंत्री ने खिलाड़ियों की उत्साह को महसूस किया। हर स्थान से लोग सांसद खेल प्रतियोगिता कराना चाहते है। इसके लिए लोग आगे आ रहे हैं।
गौतमबुद्धनगर जिलाधिकारी सुहास एल. वाई ने कोरोना के समय तैनाती दी थी। उन्होंने टीम मैनेजमेंट का परिचय करते हुए शानदार कार्य किया। इसके साथ ही उन्होंने बैडमिंटन खेल में परचम लहरा दिया। वही,उत्तर प्रदेश सरकार ने पांच वेतन वृद्धि की घोषणा की है। हमने ये भी तय किया है जो कोच ओलंपिक, पैरालंपिक में गए थे उन्हें भी 10-10 लाख रुपये दिए जाएंगे। केंद्र और राज्य सरकार ने प्रदेश में 71 स्टेडियम बनाये है। 16 खेलो के लिए 19 जनपदों में 44 छात्रावास संचालित है। अर्जुन , ध्यानचंद, पुरस्कार से सम्मानित खिलाड़ियों को 20 हज़ार रुपये वित्तीय मासिक सहायता दी जा रही है।
पहले योगी ने भय मुक्त शासन दिया, अब मेरठ आगे बढ़ने के लिए तैयार : केंद्रीय युवा एवं खेल मंत्री अनुराग ठाकुर
मंच से बोलेते हुए केंद्रीय युवा एवं खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, दिव्यांग खिलाड़ियों ने हजारों किलोमीटर दूर जाकर भारत का मान-सम्मान बढ़ाया। मेरठ खेलों का सामान बनाने के लिए जाना जाता है। सात खिलाड़ी उत्तर प्रदेश के पश्चिम इलाके से हैं। खेल विवि की घोषणा मेरठ में करके सराहनीय कार्य किया है। पहले भय का वातावरण था, लेकिन योगी ने सब खत्म कर दिया। जब भय का वातावरण खत्म होता है। सब काम शुरू हो जाता है। यहां खेल उत्पाद प्रदर्शनी में सभी कंपनियों के उत्पाद लगे हैं। ये आत्मनिर्भर भारत है। मेरठ आगे जाने के लिए तैयार है। इसके लिए मेरठ तैयार हुआ है। कोविड-19 के समय भी अभ्यास भी करते रहे और मेडल जीतकर आए। जब भारत के सितारे मेरठ की धरती पर आए हैं उनके लिए ताली बजनी चाहिए।
कहा कि सांसद खेल स्पर्धा में भाग लेकर मंच पर मेडल देने का कार्य किया जाएगा। पूर्व मुख्यमंत्री खेलो को रोकते थे। हम खेलों को आगे बढ़ाने वाले हैं। मेरठ में जब खेल विवि बनेगा तो उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों के लिए सुविधा दी जाएगी। खेल विवि देश के लिए वरदान साबित होगा। कोविड-19 के समय भी सरकार ने खिलाड़ियों ने सुविधा दी। पिछली बार 19 खिलाड़ी गए पैरालंपिक में इस बार 19 मेडल आ गए। अभी तक पैरालंपिक में सिर्फ 12 मेडल आए थे। हमारा रैंक भी 24वां आया। मुख्यमंत्री योगी ने कोविड में भी माइक्रो कंटेन्मेंट जोन बनाकर जनता को वायरस से बचाया। उत्तर प्रदेश ऐसा प्रदेश है, जो देश को दिशा दे सकता है। आने वाले पैरालंपिक में उत्तर प्रदेश के ही खिलाड़ी होंगे ऐसा मेरा विश्वास है।
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