उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में मंगलवार को डीएम के फरमान पर तीन एडीएम और तीन पीसीएस अफसरों ने 37 राजकीय विभागों में छापेमारी की। इस कार्रवाई में 120 अधिकारी और कर्मचारी ड्यूटी से गायब मिले, जबकि दो विभाग बंद पाए गए। इतनी बड़ी संख्या में अधिकारियों व कर्मियों के ड्यूटी से नदारत पाए जाने पर डीएम ने बड़ा एक्शन लिया है। सभी अधिकारियों व कर्मियों से कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। साथ ही कार्रवाई के भी संकेत दिए गए हैं।
हमीरपुर के डीएम डॉ. चन्द्रभूषण त्रिपाठी ने राजकीय विभागों में अधिकारियों व कर्मियों की ड्यूटी को लेकर अब काफी सख्त दिख रहे हैं। जिलास्तरीय सम्पूर्ण समाधान दिवस में दो बड़े अधिकारियों के नदारत पाए जाने पर कार्रवाई के लिए जवाब तलब किया गया है। मंगलवार को डीएम ने सभी सरकारी दफ्तरों का सच जानने के लिए टीमें गठित की। एडीएम वित्त एवं राजस्व रमेश चन्द्र, एडीएम नमामि गंगे राजेश कुमार यादव व एडीएम न्यायिक के अलावा तीन अतिरिक्त डिप्टी कलेक्टरों ने उप कृषि निदेशक समेत 37 राजकीय कार्यालयों में औचक निरीक्षण किया। जिसमें 120 अधिकारी व कर्मचारी ड्यूटी से गायब मिले।
एडीएम नमामि गंगे ने बताया कि उप कृषि निदेशक कार्यालय में पांच, जिला उद्यान विभाग में एक, भूमि संरक्षण विभाग प्रथम में पांच, खनिज विभाग में तीन, जिला पूर्ति विभाग में पांच, अधिशाषी अभियंता लोनिवि प्रांतीय खंड में 9, लोनिवि निर्माण खंड में पांच, अधिशाषी अभियंता लघु डाल नहर कार्यालय में 12, अधिशाषी अभियंता नलकूप खंड में 10, जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में पांच समेत 120 अधिकारी व कर्मचारी ड्यूटी से अनुपस्थित पाए गए हैं।
एडीएम ने बताया कि निरीक्षण के दौरान बांट माप निरीक्षक व वित्त एवं लेखाधिकारी बेसिक शिक्षा का कार्यालय बंद मिले हैं। डीएम ने रिपोर्ट पाते ही सभी अधिकारी व कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है। डीएम ने बताया कि तीन दिन में संतोषजनक जवाब न मिलने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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