Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

देव दीपावली 2021: वाराणसी में ढाई से तीन लाख में बुक हो रहे बजड़े, शहर के होटल-लॉज पहले से ही फुल

काशी में देवताओं के धरा पर उतरने का पर्व देव दीपावली मनाने की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। सिर्फ 12 दिन और शेष बचे हैं। जब दीपों की रोशनी से एक साथ 84 गंगा घाट जगमगा उठेंगे।  दीपों की दमक से पहले काशी में पर्यटन उद्योग से जुड़े व्यवसायियों के चेहरे खिल उठे हैं। दरअसल, देव दीपावली के मद्देनजर जहां होटलों की बुकिंग फुल हो चुकी है। वहीं तीन घंटे के लिए ढाई से तीन लाख रुपये में बजड़े की बुकिंग हो रही है।

कोरोना संक्रमण की मार झेल रहे पर्यटन उद्योग को देसी पर्यटकों के आगमन से संजीवनी मिली है। करीब एक माह पहले ही होटलों में बुकिंग फुल हो चुकी है और नावों की बुकिंग भी तेज हो गई है। नाविक वीरेंद्र निषाद के मुताबिक, ढाई लाख से तीन लाख में बजड़े बुक किए जा रहे हैं।

प्रदीप साहनी ने बताया कि छोटी नाव 20 से 25 हजार रुपये में बुक हो रही है। बताया कि देव दीपावली पर काशी में गंगा घाटों की खूबसूरती का गवाह बनने के लिए पर्यटकों के ललक का ही नतीजा है कि वे कोई भी कीमत देने को तैयार हैं। इसके बावजूद होटलों में कमरे उपलब्ध नहीं हैं।

देव दीपावली 2021
-19 नवंबर को काशी में देव दीपावली मनाई जाएगी। जिसके लिए शहर के अधिकतर होटल, गेस्ट हाउस, लॉज सब फुल हो चुके हैं। इसके साथ ही ट्रेवेल्स की गाडि़यों और टैक्सी आदि की बुकिंग भी फुल है। गंगा में नौका विहार करते हुए गंगा घाटों को निहारना भी अब थोड़ा मुश्किल होगा क्योंकि छोटी व बड़ी नावों, बजड़ों की बुकिंग होटलों की ओर से की जा रही है।

देव दीपावली 2021
अस्सी निवासी उमेश त्रिपाठी ने बताया कि सबसे अधिक पर्यटक बिहार, बंगाल और दक्षिण भारत से आ रहे हैं। होटल प्रबंधन पर्यटकों को गाइड पैकेज में घाटों का नजारा दिखाने, गंगा आरती का वीआईपी दर्शन कराने का पैकेज देने के अलावा काशी के प्रसिद्घ धार्मिक स्थलों को पैकेज में जोड़ा है।

देव दीपावली 2021
तीनों लोक से न्यारी काशी की धरा पर 19 नवंबर की शाम इंद्रधनुषी छटा निखरेगी। 84 घाटों पर रोशनी का चंद्रहार पूरे खिले हुए चांद की रोशनी को चुनौती देता नजर आएगा। मौका होगा देव दीपावली का। गंगातट पर उतरे देवलोक की छवि जैसी है काशी की देव दीपावली।  कार्तिक पूर्णिमा को काशी में अर्धचंद्राकार घाटों पर दीपों का अद्भुत जगमग प्रकाश ‘देवलोक’ जैसे वातावरण की ही सृष्टि करता है। इस अलौकिक और दिव्य दृश्य को देखने को सात समुंदर पार से सैलानी बनारस आते हैं। देश के विभिन्न कोने से पर्यटकों को भी इस दिन का बेसब्री से इंतजार रहता है।
गंगा आरती।
होटल व्यवसायी दीपक साहनी ने कहा कि  कोरोना काल में पर्यटकों के नहीं आने से परेशानी हुई थी। लेकिन इस बार देव दीपावली पर पर्यटक आ रहे हैं। इस बार अच्छी संख्या में नाव और बजड़ों की बुकिंग हो रही है।