मेरठ जिले में शुक्रवार को ऐसा पहली बार हुआ, जब कोई भी कोरोना का सक्रिय केस नहीं मिला है। एक मरीज अस्पताल में भर्ती था, उसकी भी शुक्रवार को छुट्टी हो गई। 19 माह बाद जिला कोरोना मुक्त हुआ है।
जिले में अब तक कोरोना से 66031 लोग संक्रमित हो चुके हैं। मेरठ में अक्तूबर 2021 तक मिले कोरोना के 66031 मरीजों पर की गई स्टडी में सामने आया है कि करीब 98 प्रतिशत मरीज ठीक हो गए। कुल मरीजों में लगभग 1.3 प्रतिशत की मौत हुई।
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मार्च 2020 से लेकर अब तक 21 लाख से ज्यादा जांच हुई हैं। इनमें करीब 97 प्रतिशत ऐसे रहे, जिन्हें कोरोना हुआ ही नहीं। उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई। यानी सिर्फ 3 प्रतिशत ही संक्रमित हुए हैं। जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें अधिकांश पहले से बीमार थे। शुगर और ह्रदय रोग के मरीज थे।
सीएमओ डॉ. अखिलेश मोहन ने बताया कि मरीजों के अवलोकन से यह बात भी पता चली कि कोरोना ने ज्यादा उसी व्यक्ति पर हमला किया जो कोरोना के मरीज के ज्यादा करीब रहे।
अगर सोशल डिस्टेंसिंग रखी जाए और थोड़ी सी सावधानी बरती जाए तो इससे आसानी से बचा जा सकता है। अगर मरीज की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है तो वह इसे आसानी से मात दे सकता है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. प्रवीण गौतम ने बताया कि ऐसे में यह सही है कि बचाव ही इसका उपचार है।
मेडिकल और जिला अस्पताल में रात 10 बजे तक लगेगी वैक्सीन
मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल में अब रात 10 बजे तक भी टीकाकरण करा सकेंगे। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अखिलेश मोहन ने बताया कि पहली शिफ्ट सुबह 8 बजे से शाम चार बजे तक और दूसरी शिफ्ट शाम चार बजे से रात 10 बजे तक होगी। डीआईओ डॉ. प्रवीण गौतम ने बताया कि टीका लगवाने के लिए पहले पंजीकरण न करें।
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