ललितपुर
उत्तर प्रदेश में खाद का संकट गहराता जा रहा है। कई दिनों से लाइन में लगे रहने के बाद भी किसानों को खाद नहीं मिल पा रही है। ऐसे में हताश किसानों की जान पर भी बन आ रही है। जिले में खाद के लिए लाइन में लगे एक किसान की सोमवार को तबियत खराब हो गई, जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया। इलाज के दौरान किसान की मौत हो गई। वहीं एक अन्य किसान ने खाद संकट से परेशान होकर आत्महत्या कर ली।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गल्ला मंडी थाना इलाके के पास खाद की दुकान पर लाइन में लगे एक किसान की तबीयत मंगलवार को अचानक बिगड़ गई। काफी देर से लाइन में लगे किसान को चक्कर आया, जिसके बाद वह जमीन पर गिर पड़ा। आनन-फानन में उपचार के लिए उसे अस्पताल ले जाया गया। एक घंटे बाद डॉक्टर ने हालत में सुधार होने पर उसे घर वापस भेज दिया। जहां फिर उसकी तबीयत बिगड़ी और उसे अस्पताल ले जाया गया। वहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मृत किसान की पहचान नाराहाट थाना के बनयाना गांव के महेश कुमार बुनकर के रूप में हुई है।
इसके अलावा जिले के मैलवारा खुर्द के रहने वाले सोनी अहिरवार तीन दिन से खाद के लिए केंद्र पर जा रहे थे। बार-बार खाली हाथ लौटने से हताश होकर उन्होंने आत्महत्या कर ली। जानकारी के मुताबिक, सोमवार की शाम खाद न मिलने के बाद वह परेशान होकर अपने खेत चले गए। वहां महुआ के पेड़ पर फंदा बनाकर अहिरवार ने आत्महत्या कर ली।
प्रतीकात्मक तस्वीर
More Stories
Rishikesh में “अमृत कल्प” आयुर्वेद महोत्सव में 1500 चिकित्सकों ने मिलकर बनाया विश्व कीर्तिमान, जानें इस ऐतिहासिक आयोजन के बारे में
Jhansi पुलिस और एसओजी की जबरदस्त कार्रवाई: अपहृत नर्सिंग छात्रा नोएडा से सकुशल बरामद
Mainpuri में युवती की हत्या: करहल उपचुनाव के कारण सियासी घमासान, सपा और भाजपा में आरोप-प्रत्यारोप