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आजादी का अमृत महोत्सव : दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम हैं हम – लेफ्टिनेंट जनरल

सार
सेना के स्वर्णिम विजय वर्ष कार्यक्रम में शामिल हुए परमवीर चक्र से सम्मानित और आर्मी के उत्तरी कमान के जीओसी वाईके जोशी।
 

Prayagraj News : सेना की ओर से आयोजित कार्यक्रम में लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी को सम्मानित किया गया।
– फोटो : prayagraj

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कारगिल युद्ध के मुख्य नायकों में शामिल एवं सेना की उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर इन कमान (जीओसी) लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी ने रविवार को प्रयागराज आगमन पर कहा कि देश की सीमाएं सुरक्षित हैं। हमारे बहादुर जवान वहां दिन-रात डटे हुए हैं। हम हर दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम हैं। लेफ्टिनेंट जनरल वाई के जोशी ने यह बात सेना की ओर से आजादी के अमृत महोत्सव एवं स्वर्णिम विजय वर्ष के उपलक्ष्य पर सरस्वती घाट पर आयोजित कार्यक्रम में कहीं।

परमवीर चक्र से सम्मानित लेफ्टिनेंट जनरल ने 1971 में भारत-पाक युद्ध और कारगिल वार को याद किया। कहा कि आज हम 1971 में मिली जीत का स्वर्णिम विजय वर्ष मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि यहां गंगा-यमुना की धरती पर विजय वर्ष बनाने कार्यक्रम भी विशेष है। इस दौरान वाईके जोशी ने युवाओं को आह्वान करते हुए कहा कि हमें हमेशा बड़ा सोचना चाहिए।

हम बड़ा लक्ष्य लेकर चलेंगे तो निश्चित ही सफलता मिलेगी। यही हमारे जीवन का मंत्र भी होना चाहिए। लेफ्टिनेंट जनरल ने इस दौरान आजादी के स्वर्णिम विजय वर्ष के अवसर पर पांच अक्तूबर को साइकिल से कानपुर जाने एवं वहां से गंगा पर नाव चलाकर प्रयागराज आने वाले 25 सदस्यीय दल की अगुवाई भी की। इस दल के साथ वह कुछ दूरी का सफर करके सरस्वती घाट तक आए।

इस अवसर पर आर्मी पब्लिक स्कूल के बच्चों, एनसीसी हेडक्वार्टर के कैडेटों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किए गए। इस दौरान पिछले दिनों शहर के तमाम स्कूलों में हुई प्रतियोगिता के विजेता बच्चों को भी वाईकेे जोशी ने पुरस्कृत किया। कार्यक्रम में लेफ्टिनेंट जनरल एमके कटियार, कमिश्नर संजय गोयल एवं सेना के कई अन्य वरिष्ठ अफसर भी मौजूद रहे।

1971 युद्ध में शहीद हुए जवानों की पत्नियों को किया सम्मानित
सरस्वती घाट में हुए कार्यक्रम में 1971 भारत-पाकिस्तान युद्ध में शहीद हुए जवानों की पत्नियों को भी सम्मानित किया गया। यहां सम्मानित होने वाली वीर नारियों में कल्पना सिंह, श्यामा दुलारी, अनारकली, आलिया बेगम, सुमन पाठक, धर्मा देवी, अरुणा देवी, शोमना देवी, फूलवती, सोमवती, इंदिरा देवी, उषा देवी आदि शामिल रहीं। लेफ्टिनेंट जनरल ने युद्ध में शामिल हुए वीर जवान डा. राजेश कुमार, ए कुमार, कौशलेंद्र नारायण मिश्र, सुरेंद्र नारायण, राम सैनी, जेपी शुक्ला आदि को भी सम्मानित कर उन्हें सैल्यूट किया।

भारत-पाक युद्ध में प्रयोग किए गए हथियार और उपकरणों की लगी प्रदर्शनी 
सरस्वती घाट पर रेड ईगल की ओर से 1971 की लड़ाई में प्रयोग हुए उपकरणों और हथियारों की प्रदर्शनी लगाई गई। यहां प्रदर्शनी के बारे में जवानों ने बताया कि उस लड़ाई में रेड ईगल की महत्वपूर्ण भूमिका थी। तब लड़ाई के दौरान पाकिस्तान सेना के हथियार, वाहन, संचार उपकरण भी जब्त किए गए थे। वहां डाक्यूमेंट्री के माध्यम से भी बताया गया कि तब पूर्वी पाकिस्तान को कैसे आजाद करवाया गया था। लड़ाई में शहीद हुए जवानों की तस्वीर भी प्रदर्शनी में लगाई गई।

आगरा से आई पैराग्लाइडिंग ने दिखाए करतब
कार्यक्रम की शुरूआत में आगरा से आई  पैराग्लाइडिंग टीम ने करतब दिखाएं। यहां पैराग्लाइडिंग की टीम 45 मिनट तक हवा में रही। इस दौरान वह ढाई हजार  फीट तक की ऊंचाई में गई। इस टीम में डीडी यादव और पीएस तोमर रहे जो 42 किग्रा वजनी मोटर के साथ हवा में तैरते रहे। 

विस्तार

कारगिल युद्ध के मुख्य नायकों में शामिल एवं सेना की उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर इन कमान (जीओसी) लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी ने रविवार को प्रयागराज आगमन पर कहा कि देश की सीमाएं सुरक्षित हैं। हमारे बहादुर जवान वहां दिन-रात डटे हुए हैं। हम हर दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम हैं। लेफ्टिनेंट जनरल वाई के जोशी ने यह बात सेना की ओर से आजादी के अमृत महोत्सव एवं स्वर्णिम विजय वर्ष के उपलक्ष्य पर सरस्वती घाट पर आयोजित कार्यक्रम में कहीं।

परमवीर चक्र से सम्मानित लेफ्टिनेंट जनरल ने 1971 में भारत-पाक युद्ध और कारगिल वार को याद किया। कहा कि आज हम 1971 में मिली जीत का स्वर्णिम विजय वर्ष मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि यहां गंगा-यमुना की धरती पर विजय वर्ष बनाने कार्यक्रम भी विशेष है। इस दौरान वाईके जोशी ने युवाओं को आह्वान करते हुए कहा कि हमें हमेशा बड़ा सोचना चाहिए।

हम बड़ा लक्ष्य लेकर चलेंगे तो निश्चित ही सफलता मिलेगी। यही हमारे जीवन का मंत्र भी होना चाहिए। लेफ्टिनेंट जनरल ने इस दौरान आजादी के स्वर्णिम विजय वर्ष के अवसर पर पांच अक्तूबर को साइकिल से कानपुर जाने एवं वहां से गंगा पर नाव चलाकर प्रयागराज आने वाले 25 सदस्यीय दल की अगुवाई भी की। इस दल के साथ वह कुछ दूरी का सफर करके सरस्वती घाट तक आए।

इस अवसर पर आर्मी पब्लिक स्कूल के बच्चों, एनसीसी हेडक्वार्टर के कैडेटों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किए गए। इस दौरान पिछले दिनों शहर के तमाम स्कूलों में हुई प्रतियोगिता के विजेता बच्चों को भी वाईकेे जोशी ने पुरस्कृत किया। कार्यक्रम में लेफ्टिनेंट जनरल एमके कटियार, कमिश्नर संजय गोयल एवं सेना के कई अन्य वरिष्ठ अफसर भी मौजूद रहे।

Prayagraj News : लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी।
– फोटो : prayagraj

1971 युद्ध में शहीद हुए जवानों की पत्नियों को किया सम्मानित
सरस्वती घाट में हुए कार्यक्रम में 1971 भारत-पाकिस्तान युद्ध में शहीद हुए जवानों की पत्नियों को भी सम्मानित किया गया। यहां सम्मानित होने वाली वीर नारियों में कल्पना सिंह, श्यामा दुलारी, अनारकली, आलिया बेगम, सुमन पाठक, धर्मा देवी, अरुणा देवी, शोमना देवी, फूलवती, सोमवती, इंदिरा देवी, उषा देवी आदि शामिल रहीं। लेफ्टिनेंट जनरल ने युद्ध में शामिल हुए वीर जवान डा. राजेश कुमार, ए कुमार, कौशलेंद्र नारायण मिश्र, सुरेंद्र नारायण, राम सैनी, जेपी शुक्ला आदि को भी सम्मानित कर उन्हें सैल्यूट किया।

भारत-पाक युद्ध में प्रयोग किए गए हथियार और उपकरणों की लगी प्रदर्शनी 
सरस्वती घाट पर रेड ईगल की ओर से 1971 की लड़ाई में प्रयोग हुए उपकरणों और हथियारों की प्रदर्शनी लगाई गई। यहां प्रदर्शनी के बारे में जवानों ने बताया कि उस लड़ाई में रेड ईगल की महत्वपूर्ण भूमिका थी। तब लड़ाई के दौरान पाकिस्तान सेना के हथियार, वाहन, संचार उपकरण भी जब्त किए गए थे। वहां डाक्यूमेंट्री के माध्यम से भी बताया गया कि तब पूर्वी पाकिस्तान को कैसे आजाद करवाया गया था। लड़ाई में शहीद हुए जवानों की तस्वीर भी प्रदर्शनी में लगाई गई।

आगरा से आई पैराग्लाइडिंग ने दिखाए करतब
कार्यक्रम की शुरूआत में आगरा से आई  पैराग्लाइडिंग टीम ने करतब दिखाएं। यहां पैराग्लाइडिंग की टीम 45 मिनट तक हवा में रही। इस दौरान वह ढाई हजार  फीट तक की ऊंचाई में गई। इस टीम में डीडी यादव और पीएस तोमर रहे जो 42 किग्रा वजनी मोटर के साथ हवा में तैरते रहे।