अरबों की संपदा वाले बाघंबरी गद्दी मठ के महंत नरेंद्र गिरि की संदेहास्पद मौत के बाद उनके नए उत्तराधिकारी के अधिकार सीमित कर दिए गए हैं। नए महंत के बाद मठ और बड़े हनुमान मंदिर का प्रबंधकीय दायित्व होगा। निरंजनी अखाड़े के पांच सदस्यीय एडवाइजरी बोर्ड के अधीन महंत को मठ का संचालन करना होगा। ऐसे में किसी तरह की मनमानी नहीं चलेगी। महंत चाहकर भी मठ की जमीन नहीं बेच सकेंगे।
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