यूपी के जौनपुर जिले में बुधवार रात करीब दो बजे तीन जनपदों में आतंक का पर्याय बने एक लाख के इनामी बदमाश प्रशांत पांडेय उर्फ कल्लू पांडेय को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया। वह सुल्तानपुर जिले के अमरथू डढ़िया कोतवाली कादीपुर का निवासी था। एसपी अजय साहनी ने मुठभेड़ करने वाली टीम को इनाम राशि देने की बात कही है।
पुलिस के मुताबिक प्रशांत पांडेय के बारे में सरपतहां में किसी वारदात को अंजाम देने के उद्देश्य से आने की सूचना मिली थी। इसके बाद शाहगंज, खेतासराय की पुलिस व स्वॉट टीम को निगरानी के लिए लगाया गया था। पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर गैरवांह गांव स्थित झोपरिया बाग में घेराबंदी कर ली।
इस बीच दोनों बदमाशों ने पुलिस टीम पर गोलियां चलाई। जिसमें स्वॉट प्रभारी आदेश कुमार त्यागी की बीपी जैकेट और सिपाही संजय कुमार सिंह थाना सरपतहां के हाथ में गोली लगी। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में गोली चलाई। जिससे प्रशांत पांडेय उर्फ कल्लू पांडेय निवासी ग्राम अमरेथू डडिया थाना कादीपुर जनपद सुल्तानपुर के सीने के नीचे बाईं तरफ गोली लग गई।
हालांकि अंधेरे का लाभ उठाते हुए दूसरा बदमाश फरार हो गया। पुलिस उसे उपचार के लिए स्थानीय चिकित्सालय ले गई। जहां हालत नाजुक देख जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। यहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
एसपी अजय साहनी ने बताया कि मृत बदमाश के पास से एक 32 बोर पिस्टल, भारी मात्रा में कारतूस, बाइक और दो मोबाइल बरामद हुआ है। वह इनामिया हिस्ट्रीशीटर था। उसके खिलाफ लूट, डकैती, हत्या, चोरी, रंगदारी, जान से मारने के प्रयास जैसे 29 मुकदमे दर्ज थे। मुकदमे सुल्तानपुर, आंबेडकर नगर और जौनपुर जिले के अलग-अलग थानों में दर्ज हैं।
हिस्ट्रीशीटर पर आईजी रेंज अयोध्या के स्तर से 50 हजार और जौनपुर व अंबेडकर नगर पुलिस की तरफ से 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। यह धनराशि अब एनकाउंटर करने वाली पुलिस टीम को पुरस्कार स्वरूप दी जाएगी।
प्रशांत पांडेय घर से दूरी बनाकर रहता था। हालांकि अपनी मां व परिवार के अन्य सदस्यों से समय-समय पर बात करता था। सुल्तानपुर जिले के कादीपुर थाना इलाके के अमरेथू डडिया गांव निवासी हीरामणी पांडेय से तीन बेटे और दो बेटियां हैं। वह सूरत में परचून की दुकान चलाते थे। बड़ा बेटा घर पर रहता है।
भाइयों में प्रशांत दूसरे नंबर पर था और छोटा भाई अभी पढ़ाई करता था। प्रशांत के दोनों बहनों की शादी हो चुकी है। मुठभेड़ में मारे जाने के बाद पोस्टमार्टम हाउस पर बृहस्पतिवार को आई बहन रेनू ने बताया कि प्रशांत घर से दूरी बनाकर ही रहता था। वह करीब एक साल से घर नहीं आया था।
पोस्टमार्टम हाउस पर पहुंची प्रशांत की मां ज्ञानमति का रो-रोकर बुरा हाल था। वह बार-बार यही कह रही थीं कि कहत रहे हाजिर हो जा…। हमार बात मान लेहले होत त आज ई दिन न देखे के पड़त। वहीं, पुलिस ने मजिस्ट्रेट की निगरानी में पंचनामा कराने के बाद शव का पोस्टमार्टम कराया।
गैरवाह गांव के लोग बुधवार की रात गहरी नींद में सो रहे थे। इसी बीच रात करीब दो बजे गोलियों की आवाज सुनकर गांव के लोग किसी अनहोनी की आशंका से सहम उठे। जब आंख मलते हुए पहुंचे तो घटनास्थल पुलिस छावनी में तब्दील था और वहां सैकड़ों की संख्या में टार्च की लाइटें और भारी संख्या में पुलिस बल के अलावा दर्जनों गाड़ियां देख भौचक रह गये। कुछ लोगों ने जब घटना के बारे में जानकारी लेते हुए आगे बढ़ने की कोशिश की तो वहां पहले से मौजूद पुलिस वालों ने लोगों को रोक दिया।
थोड़ी देर बाद सुबह हुई तो भीड़ बढ़ने लगी। इसी बीच पुलिस मुठभेड़ में घायल बदमाश को गाड़ी से लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सुईथाकला पहुंची। जहां बदमाश के सीने में बाईं तरफ सीने में लगी गोली निकल गई थी। यहां उसकी हालत चिंताजनक देख डॉक्टरों ने जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया। उधर, पुलिस के जाते ही लोग घटनास्थल पर पहुंचे।
तब लोगों को पता चला कि पुलिस से हुए मुठभेड़ के दौरान एक बदमाश की मौत हो गई है और एक सिपाही घायल है, जबकि अंधेरे का फायदा उठाकर एक बदमाश भाग जाने में सफल हो गया है।
ग्राम प्रधान विजय सिंह ने बताया कि रात करीब दो बजे पुलिस ने उनके मोबाइल पर फोन किया था। पुलिस का कहना था कि आपके गांव की तरफ कुछ बदमाश फायर करते हुए भाग रहे हैं। आप लोग भी सहयोग करें और घेराबंदी कर बदमाश को पकड़ने में मदद करें।
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