बुधवार भोर में अचानक गायब अधिवक्ता का बेटा उन्नाव में मिला। परिजन उसके अपहरण और अनहोनी की आंशका से परेशान थे। उसके मिलने के बाद घरवालों के साथ पुलिस ने भी राहत की सांस ली। मामले को गंभीरता से लेते हुए खुद पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल ने रेलवे स्टेशन पहुंचकर छानबीन करते हुए टीम लगाई थी। पूछताछ में किशोर ने क्रिकेट सीखने के लिए उन्नाव जाने की जानकारी दी।
नगर कोतवाली के करनपुर निवासी अधिवक्ता विजय प्रताप सिंह का बेटा शिवांश सिंह (14) बुधवार भोर में घर से चुपके से निकल गया। सुबह परिजन सोकर उठे तो उसे गायब देखकर हैरान हो गए।
खोजबीन करने के बाद भी कुछ पता नहीं चला। उसका मोबाइल भी बंद था। परिजनों ने शिवांश को अगवा कर अनहोनी की आशंका जताते हुए पुलिस को जानकारी दी। प्रकरण को लेकर गंभीर हुई पुलिस ने छानबीन शुरू करते हुए उसके मोबाइल की लोकेशन ट्रेस की। आखिरी लोकेशन रेलवे स्टेशन पर मिली। जिसके बाद पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल, एएसपी सुरेंद्र प्रसाद द्विवेदी, सीओ सिटी अभय पांडेय स्वॉट टीम के साथ पहुंचे। आरपीएफ थाने में लगे सीसीटीवी कैमरे देखने के बाद पता चला कि शिवांश अकेले ही स्टेशन आया था।
वह इंटरसिटी एक्सप्रेस पर सवार हुआ है। उसकी खोजबीन के लिए एसपी ने सिविल लाइन चौकी के दरोगा व स्वॉट टीम को लगाया। दोपहर में उसकी लोकेशन उन्नाव के गंगाघाट थाना क्षेत्र कंकरखेड़ा स्टेडियम के पास मिली। जिसके बाद सीओ सिटी ने गंगाघाट थानाध्यक्ष से संपर्क कर शिवांश को बरामद करने में मदद मांगी। कुछ ही देर में गंगाघाट थानाध्यक्ष ने शिवांश को स्टेडियम के पास से बरामद कर लिया। पूछताछ में उसने बताया कि वह क्रिकेट सीखने के लिए आया था। वह क्रिकेटर बनना चाहता है। उसके मिलने के बाद पुलिस अफसरों संग परिजनों ने राहत की सांस ली। पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल ने बताया कि पुलिस टीम उसे लेकर लौट रही है।
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