सोशल मीडिया आज के समय में जहां लोगों के लिए काफी अहम बन चुका है और लोगों को दुनियादारी से अपडेट रख रहा है, वहीं यह परेशानी का कारण भी बन रहा है। खासतौर पर महिलाओं के लिए फेसबुक, इंस्टाग्राम व वॉट्सऐप। जिले में हर दिन एक महिला को सोशल मीडिया पर शोषण का शिकार होना पड़ता है।
इस साल 31 जुलाई तक के 212 दिनों के आंकड़ों की बात करें तो अभी तक 219 ऐसे केस रजिस्टर्ड हो चुके हैं। यह बीते तीन साल में सबसे ज्यादा है। सीओ साइबर सेल अभय कुमार मिश्रा ने बताया कि सोशल मीडिया पर महिलाओं को परेशान करने वाले कई मनचलों को गिरफ्तार किया गया है। कई के पास तो बड़ी संख्या में लड़कियों का डेटा मिला है। विभिन्न पब्लिक मीटिंग में लोगों को साइबर क्राइम के प्रति जागरूक किया जा रहा है।
अश्लील मेसेज से लेकर ब्लैकमेलिंग तक
जानकारी के अनुसार, सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर प्रोफाइल सिक्योरिटी देने के बाद भी इस प्रकार के मामले बढ़ रहे हैं। इस साल आईटी एक्ट के जो 219 मामले सामने आए हैं, उनमें फोटो मॉर्फ्ड कर सोशल मीडिया पर डालना, वॉट्सऐप पर अश्लील कंटेंट भेजना, विडियो कॉल करके तंग करना, न्यूड फोटो व पसर्नल फोटो शेयर करके तंग करने जैसे मामले शामिल हैं। हालांकि बीते समय में मुकदमा दर्ज होने के बाद बड़ी संख्या में आरोपितों की गिरफ्तारी भी हुई है।
हैकिंग ने बढ़ाई पुलिस की टेंशन
अभी तक जिले में महिलाओं को परेशान करने के आईटी एक्ट के जीतने मामले सामने आए थे। उनमें नंबर, आईडी या अन्य तरीकों का प्रयोग किया था। पर हाल में पुलिस ने नीट की तैयारी कर रहे 19 साल के एक छात्र को गिरफ्तार किया था, जो एचटीएमएल लिंक भेज कर सोशल मीडिया अकाउंट हो हैक कर लेता था। इसके बाद उस अकाउंट से बदनाम करने की धमकी देकर लड़कियों से न्यूड फोटो और विडियो लेकर ब्लैकमेलिंग करता था। सीओ साइबर सेल ने बताया कि इस तरह का यह पहला मामला सामने आया था। इसमें लोगों को काफी जागरूक होने की जरूरत है।
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