यूपी में अगले साल होने वाले चुनाव में बीजेपी की सफलता का मुख्य मंत्र ‘ब्रैंड योगी’ ही होंगेदिल्ली में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की यूपी के सांसदों के साथ बैठक में हुई ताजा पुष्टिसांसदों को एक किताब बांटी गई जिसमें योगी आदित्यनाथ सरकार की उपलब्धियों का ब्यौरा थालखनऊ
यूपी में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी की सफलता का मुख्य मंत्र ‘ब्रैंड योगी’ ही होंगे। इसकी ताजा पुष्टि दिल्ली में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की यूपी के सांसदों के साथ बैठक में हुई। यहां सांसदों को एक किताब बांटी गई जिसमें योगी आदित्यनाथ सरकार की उपलब्धियों का ब्यौरा था। इस किताब में योगी को ‘कर्मयोगी’ के रूप में प्रोजेक्ट किया गया है जिसमें उनके ‘विचार दर्शन’ और यूपी सरकार की उपलब्धियां/जनकल्याण योजनाओं को भुनाया गया।
इसी के साथ अब यह स्पष्ट है कि यूपी चुनाव के लिए बीजेपी योगी के कंधों पर सवार होकर मैदान पर उतरेगी। किताब में योगी सरकार की फ्लैगशिप वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट योजना का विशेष रूप से जिक्र किया गया है जिसका उद्देश्य स्थानीय स्तर पर युवाओं के लिए रोजगार के अवसर लाना है।
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पीएम मोदी ने मंच से की थी योगी की तारीफ
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी दौरे पर सीएम योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार के कोविड संकट से निपटने के प्रयासों की सार्वजनिक मंच से जमकर तारीफ की थी। उसी दिन वे तमाम अफवाहें एक सिरे से खारिज हो गई थी जिसमें यूपी बीजेपी और राज्य सरकार के नेतृत्व में बदलाव को लेकर कयास लगाए जा रहे थे।
योगी पर विपक्ष के आरोपों का काउंटर
पीएम मोदी से पहले, बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) बीएल संतोष ने भी कोविड मैनेजमेंट को लेकर योगी की पीठ थपथपाई थी। मोदी और बीएल संतोष के समर्थन को कोरोना वायरस की दूसरी लहर के दौरान यूपी में कथित अव्यवस्था के लिए विपक्ष के आरोप का काउंटर माना गया।
सूत्रों के मुताबिक, नड्डा ने सभी सांसदों को वैक्सीनेशन प्रोग्राम को गति देने के लिए राज्य सरकार की मदद करने को कहा। गुरुवार को हुई बैठक में अगले साल होने वाले चुनाव में मुख्य चेहरे के रूप में योगी की इमेज और अधिक मजबूत हुई है जिस पर विपक्ष के लगातार हमले के बावजूद पार्टी दांव लगाएगी।
अपना मेल-जोल बढ़ा बिगाड़ेंगे विपक्ष का ‘संबंध’
इस बैठक में तय हुआ कि 16 से 18 अगस्त तक यूपी से केंद्र में बने सातों मंत्री जन आशीर्वाद यात्रा निकालेंगे। आशीर्वाद यात्रा के जरिए नए मंत्री जनता से अपना मेल-जोल बढ़ाने के साथ ही विपक्ष का जनता से ‘संबंध’ बिगाड़ेंगे की रणनीति भी साधेंगे। मॉनसून सत्र के पहले दिन विपक्ष के हंगामे के चलते पीएम नरेंद्र मोदी नए मंत्रियों का परिचय नहीं करा पाए थे। बीजेपी ने विपक्ष पर दलित, महिला व पिछड़ा विरोधी होने का आरोप लगाया था। विपक्ष के खिलाफ यह आरोपपत्र लेकर नए मंत्री सीधे जनता से मुखातिब होकर अपना परिचय देंगे। बताएंगे कि कैसे विपक्ष उनकी आवाज दबा रहा है।
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