उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की ओर से सीधी भर्ती के लिए मांगे गए आवेदनों में 76 अभ्यर्थियों ने गलती कर दी। हालांकि, आयोग ने अभ्यर्थियों को अपने आवेदनों में त्रुटि सुधार के लिए एक अन्य अवसर प्रदान किया है। अभ्यर्थी चार अगस्त तक आवेदनों में मिली गलतियों को सुधार सकते हैं।
यूपीपीएससी ने 25 जून को सीधी भर्ती का विज्ञापन जारी किया था। इसके तहत असिस्टेंट प्रोफेसर के 128 पदों के साथ ही मुद्रण एवं लेखन सामग्री विभाग के तहत कार्मिक अधिकारी और उत्तर प्रदेश आयुष (यूनानी) विभाग के तहत राजकीय यूनानी महाविद्यालयों में प्रोफेसर इल्मुल अदबिया के पदों पर भी भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे गए थे।
ऑनलाइन आवेदन शुल्क बैंक में जमा करने की अंतिम तिथि 23 जुलाई और ऑनलाइन आवेदन सब्मिट किए जाने की अंतिम तिथि 26 जुलाई निर्धारित की गई थी। आयोग ने अंतिम तिथि के बाद ऑनलाइन आवेदनों का परीक्षण किया तो 76 अभ्यर्थियों के आवेदन त्रुटिपूर्ण पाए गए।
आवेदनों में चार प्रकार की गलतियां सामने आईं हैं। कुछ आवेदनों में फोटो इनवैलिड है तो कई आवेदनों में फोटो निर्धारित आकार में नहीं है। इसके साथ ही तमाम आवेदनों में अपलोड की गई फोटो पर अभ्यर्थियों के हस्ताक्षर नहीं है और कई फोटो का आकार इतना छोटा है कि वे प्रिंटिंग लायक नहीं हैं।
आयोग के उप सचिव पुष्कर श्रीवास्तव के अनुसार अभ्यर्थी 29 जुलाई से चार अगस्त तक सही फोटो एवं हस्ताक्षर पुन: अपलोड कर सकते हैं। अभ्यर्थियों को यह अंतिम अवसर प्रदान किया जा रहा है। इसके बाद किसी भी प्रत्यावेदन पर विचार नहीं किया जाएगा।
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