प्रदेश के अशासकीय विद्यालयों में प्रधानाचार्य भर्ती अब अगले साल ही पूरी हो सकेगी। इस भर्ती का विज्ञापन वर्ष 2013 में जारी किया गया था। आठ साल बाद भर्ती शुरू करने की तैयारी हुई तो पता चला कि संबंधित एजेंसी रिकार्ड लेकर भाग गई है। अब आवेदनों का नए सिरे से परीक्षण किया जा रहा है। माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड सितंबर के पहले सप्ताह में प्रधानाचार्य भर्ती के लिए इंटरव्यू शुरू करा सकता है।अशासकीय विद्यालयों में प्रधानाचार्य के 599 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया गया था। आवेदन प्रक्रिया पूरी करने की जिम्मेदारी एजेंसी को सौंपी गई थी। भर्ती बीच में ही फंस गई और एजेंसी भी रिकार्ड सहित गायब हो गई। प्रधानाचार्य के पदों पर भर्ती के लिए 25 हजार आवेदन आए थे। अब बोर्ड के सदस्य ओपी राय को आवेदनों के परीक्षण की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
प्रदेश के 18 मंडलों में से अब तक सात मंडलों से आए आवेदनों का परीक्षण पूरा हो चुका है, जबकि 11 मंडलों के आवेदनों का परीक्षण होना बाकी है, जिसे पूरा करने में एक माह का वक्त लग सकता है। ऐसे में पूरा जुलाई माह परीक्षण में ही बीत जाएगा।इस बीच चयन बोर्ड ने सात एवं आठ अगस्त को टीजीटी और 17 एवं 18 अगस्त को पीजीटी की परीक्षा तिथि घोषित कर दी है। परीक्षा की व्यस्तता के कारण 18 अगस्त तक इंटरव्यू शुरू होना मुश्किल है। ऐसे में सितंबर में इंटरव्यू शुरू होने की उम्मीद है। वहीं, प्रधानाचार्य भर्ती में मानक के तहत पदों की संख्या के मुकाबले 4193 अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाना है। चयन बोर्ड ने हाईकोर्ट में हलफनामा दिया था कि एक दिन में अधिकतम 35 अभ्यर्थियों को ही इंटरव्यू के लिए बुलाया जा सकता है। इस तरह इंटरव्यू की प्रक्रिया पूरी होने में चार माह का वक्त लग जाएगा। ऐसे में भर्ती का परिणाम अगले साल ही जारी हो सकेगा।
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