गाजियाबादगाजियाबाद में कोरोना वैक्सीनेशन के दौरान एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। नगर निगम के वॉर्ड नंबर 17 के पार्षद देवेंद्र भारती के बेटे गौरव भारती के मोबाइल पर उन्हें वैक्सीन लग जाने का प्रमाण पत्र भेजा गया है जबकि उन्हें वैक्सीन लगी ही नहीं है। हेल्थ विभाग की ओर से यह प्रमाण पत्र उन्हें 28 जून को भेजा गया। तब से वह परेशान हैं। कई बार सीएमओ को भी उनके नंबर पर फोन कर चुके हैं लेकिन अभी तक समस्या का कोई निराकरण नहीं हो पाया है।गौरव भारती के पिता देवेंद्र भारती ने बताया कि नगर निगम ने हाल ही में अपने ऑफिस परिसर में वैक्सीन लगवाने के लिए कैंप का आयोजन किया था। वहां वैक्सीन लगवाने वालों की काफी भीड़ थी। बाद में उन्हें बताया गया कि वैक्सीन समाप्त हो गई और सब अपने घर लौट जाओ। वह भी बेटे को लेकर घर आ गए। मगर उसी दिन शाम को बेटे के मोबाइल नंबर पर हेल्थ विभाग की ओर से प्रमाण पत्र भेज दिया गया। प्रमाण पत्र में लिखा था कि गौरव को वैक्सीन लगा दी गई है। जो वैक्सीन लगाई गई उसका नाम कोविशील्ड बताया गया। बैच नंबर 41212107 दर्शाया गया है। दूसरी डोज लगवाने के लिए भी प्रमाण पत्र में तारीख जारी की गई है। यह तारीख 20 सितंबर से 18 अक्टूबर 2021 के बीच की है। जबकि इन लोगों को बिना वैक्सीन लगाए वापस भेज दिया गया था। पार्षद देवेंद्र भारती का कहना है कि पार्षद होने के नाते उन्होंने अपनी समस्या अब नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर को बताई है। वहीं इस मामले में सीएमओ एनके गुप्ता से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने बताया कि वह एक बैठक में हैं। इस मामले पर अनभिज्ञता जताई।चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्य मंत्री अतुल गर्ग ने कहा, ‘इस तरह की कई शिकायत मिल चुकी है। जिसमें कहा गया कि वैक्सीन लगी नहीं और लोगों के मोबाइल नंबर पर वैक्सीन लगने का प्रमाण पत्र पहुंच गया। ऐसे मामलों की जांच कराई जाएगी। पता लगाया जाएगा कि ऐसी चूक क्यों हो रही है।’
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