छावनी परिषद प्रयागराज के अधीन आने वाले दुकानदारों के लिए राहत भरी खबर है। कोरोना कर्फ्यू की वजह से दुकानदारों को हुए नुकसान को देखते हुए छावनी परिषद ने दुकानदारों का दो माह का किराया माफ कर दिया है। छावनी परिषद के इस निर्णय से उन दुकानदारों को राहत मिली है, जिन्होंने छावनी क्षेत्र में किराये पर दुकानें ले रखी हैं। छावनी परिषद ने यह निर्णय बृहस्पतिवार को बोर्ड की बैठक में लिया। स्टेशन कमांडर एवं छावनी परिषद के सीईओ के नेतृत्व में हुई बैठक में तय हुआ कि छावनी क्षेत्र की सभी दुकानों से अप्रैल एवं मई माह का किराया नहीं लिया जाएगा। बताया जा रहा है कि बोर्ड के इस निर्णय से 150 से ज्यादा दुकानदारों को फायदा होगा। इसके अलावा बैठक में तय हुआ कि छावनी परिषद द्वारा भी नगर निगम की तर्ज पर रोड स्वीपिंग मशीन खरीदी जाएगी।
इस मशीन के माध्यम से छावनी क्षेत्र में रात के वक्त भी साफ-सफाई का काम होगा। बोर्ड द्वारा लीफ सक्शन मशीन एवं सफाई के लिए एक नया ट्रक भी खरीदा जाएगा।ठोस कचरा प्रबंधन (सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट ) को लेकर भी बैठक में अफसरों ने चर्चा की। कहा गया कि यह काम नगर निगम के सहयोग से होगा। इसके लिए छावनी परिषद द्वारा ही अपने सभी वार्डों में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन किया जाएगा। बाद में वह कूड़ा नगर निगम को सौंपा जाएगा। इसके लिए चार ट्रांसफर स्टेशन भी बनाए जाएंगे। यह स्टेशन सदर बाजार, नेहरू पार्क के पास, बघाड़ा एवं कीडगंज में बनाए जाएंगे। डोर टू डोर का यूजर चार्ज क्या होगा, इसे लेकर छावनी परिषद द्वारा टेंडर प्रक्रिया की जाएगी। प्रयास रहेगा कि डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन की जो दरें नगर निगम की हैं, उसी के इर्द गिर्द छावनी परिषद का भी किराया रहे।छावनी परिषद के सीईओ माने अमित कुमार बाबूराव ने बताया कि सरस्वती घाट पर एक कैंटीन खुल गई है, दूसरी कैंटीन अगस्त तक खोले जाने की उम्मीद है। संगम क्षेत्र में पार्किंग को लेकर कहा गया कि अभी वहां छावनी परिषद या जिला प्रशासन किसी की भी पार्किंग नहीं है। पार्किंग के लिए प्रस्ताव दिया गया है। इसके टेंडर की प्रक्रिया जल्द ही होगी। जिला प्रशासन के सहयोग से ही इसका संचालन होगा। कहा कि बैठक की अध्यक्षता स्टेशन कमांडर एवं शौर्य चक्र से सम्मानित बिग्रेडियर अजय पासबोला ने की।
छावनी परिषद प्रयागराज के अधीन आने वाले दुकानदारों के लिए राहत भरी खबर है। कोरोना कर्फ्यू की वजह से दुकानदारों को हुए नुकसान को देखते हुए छावनी परिषद ने दुकानदारों का दो माह का किराया माफ कर दिया है। छावनी परिषद के इस निर्णय से उन दुकानदारों को राहत मिली है, जिन्होंने छावनी क्षेत्र में किराये पर दुकानें ले रखी हैं। छावनी परिषद ने यह निर्णय बृहस्पतिवार को बोर्ड की बैठक में लिया।
स्टेशन कमांडर एवं छावनी परिषद के सीईओ के नेतृत्व में हुई बैठक में तय हुआ कि छावनी क्षेत्र की सभी दुकानों से अप्रैल एवं मई माह का किराया नहीं लिया जाएगा। बताया जा रहा है कि बोर्ड के इस निर्णय से 150 से ज्यादा दुकानदारों को फायदा होगा। इसके अलावा बैठक में तय हुआ कि छावनी परिषद द्वारा भी नगर निगम की तर्ज पर रोड स्वीपिंग मशीन खरीदी जाएगी। इस मशीन के माध्यम से छावनी क्षेत्र में रात के वक्त भी साफ-सफाई का काम होगा। बोर्ड द्वारा लीफ सक्शन मशीन एवं सफाई के लिए एक नया ट्रक भी खरीदा जाएगा।
ठोस कचरा प्रबंधन (सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट ) को लेकर भी बैठक में अफसरों ने चर्चा की। कहा गया कि यह काम नगर निगम के सहयोग से होगा। इसके लिए छावनी परिषद द्वारा ही अपने सभी वार्डों में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन किया जाएगा।
बाद में वह कूड़ा नगर निगम को सौंपा जाएगा। इसके लिए चार ट्रांसफर स्टेशन भी बनाए जाएंगे। यह स्टेशन सदर बाजार, नेहरू पार्क के पास, बघाड़ा एवं कीडगंज में बनाए जाएंगे। डोर टू डोर का यूजर चार्ज क्या होगा, इसे लेकर छावनी परिषद द्वारा टेंडर प्रक्रिया की जाएगी। प्रयास रहेगा कि डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन की जो दरें नगर निगम की हैं, उसी के इर्द गिर्द छावनी परिषद का भी किराया रहे।
छावनी परिषद के सीईओ माने अमित कुमार बाबूराव ने बताया कि सरस्वती घाट पर एक कैंटीन खुल गई है, दूसरी कैंटीन अगस्त तक खोले जाने की उम्मीद है। संगम क्षेत्र में पार्किंग को लेकर कहा गया कि अभी वहां छावनी परिषद या जिला प्रशासन किसी की भी पार्किंग नहीं है। पार्किंग के लिए प्रस्ताव दिया गया है। इसके टेंडर की प्रक्रिया जल्द ही होगी। जिला प्रशासन के सहयोग से ही इसका संचालन होगा। कहा कि बैठक की अध्यक्षता स्टेशन कमांडर एवं शौर्य चक्र से सम्मानित बिग्रेडियर अजय पासबोला ने की।
More Stories
Kanpur: आठ साल की मासूम के साथ दुष्कर्म, आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेजा, फास्ट ट्रैक कोर्ट में जल्द होगी सुनवाई
UP By-Election Results 2024: सीएम योगी का फिर चला जादू, बीजेपी ने मारी बाज़ी, सपा दो पर सिमटी
Meerapur Bypoll Election Result: हिंदुत्व की हुंकार, जाटों की एकजुटता और सटीक रणनीति से रालोद की बड़ी जीत, सपा को सियासी झटका